क्या है ब्लॉक डील जिसने दिया वेदांता को झटका घटाया निवेशकों का भरोसा!
क्या है ब्लॉक डील जिसने दिया वेदांता को झटका घटाया निवेशकों का भरोसा!
What is Block Deal : वेदांता ने एक बार फिर अपने प्रमोटर्स की हिस्सेदारी कंपनी में घटा दी है. 26 जून को एक ब्लॉक डील के जरिये कंपनी ने 4.6 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेच दी है. हालांकि, इस डील के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट दिख रही है.
हाइलाइट्स वेदांता ने बुधवार 26 जून को 4.6 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी बेची. कंपनी ने यह सौदा 7,485 करोड़ रुपये में पूरा किया गया है. प्रमोटर्स ने अपने हिस्से के 17.43 करोड़ शेयर डील में बेचे हैं.
नई दिल्ली. पिछले सप्ताह ही वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कंपनी के प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी नहीं घटाएंगे. लेकिन, इस दावे के सप्ताह भर के अंदर ही कंपनी ने एक ब्लॉक डील कर डाली और उसका खामियाजा निवेशकों को भी भरना पड़ा. आखिर क्यों हुई यह डील और इसके क्या मायने हैं, जो कंपनी के स्टॉक को नीचे गिरा दिए. अमूमन होता ये है कि जब भी कोई कंपनी नई डील करती है तो उससे निवेशकों का भरोसा बढ़ता है और कारोबार तेज होने की उम्मीद से स्टॉक में उछाल आता है, लेकिन वेदांता के साथ इसका ठीक उल्टा हो गया.
वेदांता ने बुधवार 26 जून को 4.6 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी 7,485 करोड़ रुपये में बेच दी. यह सौदा ब्लॉक डील के जरिये किया गया है. ब्लॉक डील के तहत कंपनी के प्रमोटर्स ने अपने हिस्से के 17.43 करोड़ शेयर खरीदार को सौंपे हैं. इस डील के होने के तत्काल बाद ही कंपनी के स्टॉक 3.2 फीसदी गिरकर 439.5 रुपये के भाव पर आ गए.
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क्यों घटा निवेशकों का भरोसा
आपको बता दें कि किसी कंपनी में प्रमोटर्स की जितनी ज्यादा हिस्सेदारी होती है, निवेशकों का भरोसा भी उतना ही ज्यादा रहता है. चूंकि, वेदांता समूह ने अपने प्रमोटर्स के हिस्से के शेयर बेचे हैं, जिससे उनकी हिस्सेदारी अब कंपनी में घट गई और इसका सीधा असर निवेशकों के भरोसे पर भी पड़ा है. दिसंबर, 2022 में कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 70 फीसदी थी, जो पिछले सप्ताह तक 61.95 फीसदी पर आ गई थी. इसी दौरान चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा था कि प्रमोटर्स की हिस्सेदारी को 62 फीसदी से नीचे नहीं लाएंगे, लेकिन आज हुई ब्लॉक डील में 4.6 फीसदी हिस्सेदारी और घट गई. इस तरह, कंपनी में प्रमोटर्स की मौजूदा हिस्सेदारी 57.35 फीसदी ही बची है.
क्या होती है ब्लॉक डील
ब्लॉक डील एक सिंगल ट्रेड है, जो अलग विंडो से पूरा किया जाता है. इसमें शेयरों की कीमत और बेची जाने वाली हिस्सेदारी पहले से ही तय होती है. ब्लॉक डील में कम से कम 5 लाख शेयर अथवा 10 करोड़ की वैल्यू शामिल होती है. ब्लॉक डील में हमेशा बड़े निवेशक और खासकर प्रमोटर्स शामिल होते हैं. इसके अलावा हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स, संस्थागत निवेशक जैसे म्यूचुअल फंड, हेज फंड, फॉरेन फंड और प्राइवेट इक्विटी फर्म भी हिस्सा ले सकती हैं. यह डील स्पेशल विंडो जिसका नाम ब्लॉक डील विंडो है, जिसके जरिये ही पूरी की जाती है.
क्या है ब्लॉक डील की टाइमिंग
ब्लॉक डील को बाजार के आम ट्रेडिंग टाइम से पहले ही पूरा किया जाता है. इसका समय सुबह 8.45 से 9 बजे के बीच और दोपहर में 2.05 से 2.20 बजे तक ही रहता है. चूंकि, यह स्पेशल विंडो के जरिये किया जाता है, लिहाजा इसका असर तत्काल शेयरों की प्राइस पर नहीं पड़ता, लेकिन यह बाजार में निवेशकों के सेंटिमेंट को प्रभावित कर सकता है. ब्लॉक डील का ऑर्डर एक बार दिए जाने के बाद महज 90 सेकंड के लिए ही एक्टिव रहता है.
Tags: Business news, Share market, Stock market todayFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 13:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed