77 साल पुरानी कंपनी का सौदा डन! धोनी हैं वाइस प्रेसीडेंट अब अडाणी को टक्कर
77 साल पुरानी कंपनी का सौदा डन! धोनी हैं वाइस प्रेसीडेंट अब अडाणी को टक्कर
Cement War : भारतीय सीमेंट बाजार में बीते एक साल से काफी कुछ हो रहा है. पिछले महीने ही अडाणी समूह ने पन्ना सीमेंट को खरीदा और अब कुमार मंगलम बिड़ला की अल्ट्राटेक ने एन श्रीनिवासन की कंपनी इंडिया सीमेंट में करीब 33 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की डील लगभग पक्की कर ली है. यह डील पूरी होने पर अल्ट्राटेक की पहुंच दक्षिण भारतीय राज्यों में भी हो जाएगी.
हाइलाइट्स अल्ट्राटेक ने इंडिया सीमेंट में 33 फीसदी हिस्सेदारी का सौदा किया है. इंडिया सीमेंट के मालिक एन श्रीनिवासन हैं और धोनी वीपी के पद पर हैं. एन श्रीनिवासन आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक हैं.
नई दिल्ली. 2 साल पहले ही प्लेटिनम जुबली मनाने वाली सीमेंट कंपनी अपनी ज्यादातर हिस्सेदारी बेचने जा रही है. इस कंपनी का भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से भी गहरा नाता है. अब इस कंपनी की कमान सीमेंट बाजार की दिग्गज कंपनी अल्ट्राटेक के पास रहेगी. यह डील पूरी होती है तो अडाणी को एक बार फिर सीमेंट कारोबार में कड़ी टक्कर मिल सकती है.
अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी के मालिक कुमार मंगलम बिड़ला ने एन श्रीनिवास की इंडिया सीमेंट में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने का ऑफर दिया है. एन श्रीनिवास क्रिकेट फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के भी मालिक हैं, जिसके लंबे समय तक कप्तान महेंद्र सिंह धोनी रहे हैं. इतना ही नहीं महेंद्र सिंह धोनी इंडिया सीमेंट में वाइस प्रेसीडेंट (मार्केटिंग) भी हैं. धोनी के अलावा इंडियन क्रिकेट टीम पूर्व कोच राहुल द्रविड़ भी इंडिया सीमेंट से जुड़े हैं.
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कितने की लगी है बोली
अल्ट्राटेक ने इंडिया सीमेंट में 32.7 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 3,954 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है. यह वैल्यू कंपनी के प्रति शेयर 390 रुपये के भाव पर लगाई गई है. इससे पहले अल्ट्राटेक ने बीते जून में ही इंडिया सीमेंट के बड़े निवेशक राधाकृष्ण दमानी की 23 फीसदी हिस्सेदारी भी खरीद ली थी. इस तरह अल्ट्राटेक ने इस कंपनी में कुल 7,100 करोड़ रुपये में हिस्सेदारी खरीदी है. कंपनी के लिए लगाई गई ताजी बोली इसके प्रमोटर्स की हिस्सेदारी खरीदने के लिए है, जिसमें ज्यादातर हिस्सा एन श्रीनिवास के परिवार के पास है.
डील का क्या असर
यह डील पूरी होने के बाद इंडिया सीमेंट एक तरह से अल्ट्राटेक की सब्सिडयरी की तरह काम करेगी और श्रीनिवासन और उनकी फैमिली को बोर्ड छोड़ना पड़ेगा. इस डील के पूरी होने के बाद अल्ट्राटेक की पहुंच दक्षिण भारत में भी बढ़ जाएगी. अभी अल्ट्राटेक दक्षिणी क्षेत्र में संघर्ष कर रही है, लेकिन डील पूरी होने के बाद आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान और तेलंगाना में कंपनी की पहुंच और बढ़ जाएगी.
सीमेंट बाजार में बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
अल्ट्राटेक के इस कदम से ठीक पहले अडाणी समूह ने भी पन्ना सीमेंट को खरीदने की डील पक्की है. इससे सीमेंट बाजार में अडाणी समूह और बिड़ला समूह के बीच टक्कर और बढ़ने वाली है. अगर क्षमता के हिसाब से देखें तो अल्ट्राटेक देश की सबसे ज्यादा सीमेंट उत्पादन करने वाली कंपनी है. इसकी क्षमता 15.3 करोड़ टन सालाना है, जिसे कंपनी ने साल 2027 तक 20 करोड़ पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. दूसरे नंबर पर अडाणी समूह की अंबुजा-एसीसी आती है, जिसकी क्षमता 8.9 करोड़ टन सालाना की है. श्रीसीमेंट भी 5 करोड़ टन की क्षमता के साथ तीसरे पायदान पर है. डालमिया भारत की क्षमता 4.7 करोड़ टन तो जेके सीमेंट की 2.2 करोड़ टन सालाना है.
Tags: Business news, Cement factory, Ms dhoni, N SrinivasanFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 12:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed