7 फीसदी टूट गए ओला के शेयर ठीक 90 दिन बाद क्यों आई बड़ी गिरावट
7 फीसदी टूट गए ओला के शेयर ठीक 90 दिन बाद क्यों आई बड़ी गिरावट
Ola Stock Price : ओला के शेयरों में आज 7 फीसदी की गिरावट दिख रही और इसका भाव आईपीओ के लेवल से भी नीचे चला गया. आखिर इस गिरावट के पीछे क्या कारण है और आईपीओ के बाद से इसके शेयर कहां तक पहुंचे थे.
नई दिल्ली. देश में दोपहिया ई-मोबिलिटी की सबसे बड़ी कंपनी ओला ने करीब 3 महीने पहले बड़े तामझाम के साथ अपना आईपीओ जारी किया था. कंपनी को भरोसा था कि लोगों ने जैसे उनके स्कूटर को हाथों हाथ लिया है, आईपीओ में भी उतनी ही दिलचस्पी दिखाएंगे. कंपनी ने जब अपना आईपीओ लांच किया तो निवेशकों का उत्साह भी काफी ज्यादा था, लेकिन आज ठीक 90 दिन बाद कंपनी के शेयरों का भाव गिरकर आईपीओ वाले रेट से भी नीचे चला गया है.
ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric) के शेयरों में करीब 7 फीसदी गिरावट दिखी और भाव गिरकर 74 रुपये पर पहुंच गया. 2 अगस्त, 2024 को ओला ने अपना आईपीओ 72-76 रुपये के भाव पर जारी किया था. कंपनी ने बाजार से करीब 6,145 करोड़ रुपये जुटाए और 36.35 करोड़ शेयरों लांच किए थे. इसमें से 2,763 का निवेश सिर्फ एंकर इनवेस्टर्स से मिला था. आपको बता दें कि 9 अगस्त को ओला के शेयर जब बाजार में लिस्ट हुए थे तो उनका रेट 76 रुपये प्रति शेयर था.
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ढाई महीने में 50 फीसदी से ज्यादा गिरावट
ओला के शेयरों ने बाजार में लिस्ट होने के बाद जबरदस्त छलांग लगाई और कुछ दिनों में इसका भाव आईपीओ रेट से करीब दोगुना हो गया. लेकिन, पिछले ढाई महीने में इसके स्टॉक में लगातार गिरावट दिख रही है, जिसकी वजह से यह स्टॉक अपने ऑल टाइम हाई से 50 फीसदी से भी नीचे आ चुका है. लिस्टिंग के बाद 20 अगस्त को ओला के शेयर का भाव 157.53 रुपये पर पहुंच गया था, जो 29 अक्टूबर को 74.82 रुपये के भाव पर बंद हुआ है.
ठीक 90 दिन बाद क्यों गिरा शेयर
दरअसल, ओला का आईपीओ जब आया था तो इसके 50 फीसदी शेयरां को एंकर निवेशकों को जारी किया गया था. इसका मतलब हुआ कि करीब 18 करोड़ शेयर एंकर निवेशकों के पास थे, जिस पर 90 दिन का लॉक इन पीरियड लागू होता है. यानी इस अवधि से पहले एंकर निवेशक इन शेयरों को ट्रेडिंग के लिए मार्केट में नहीं डाल सकते हैं. 4 नवंबर को इन निवेशकों के लिए 90 दिन के लॉक इन पीरियड का समय समाप्त हो गया और अब वे अपने शेयर ट्रेडिंग के लिए बाजार में बेच सकते हैं. यही कारण रहा कि ओला के स्टॉक में ठीक 90 दिन बाद बड़ी गिरावट दिखी है.
भारी पड़ा भाविश का बयान
ऐसा नहीं है कि ओला के शेयरों में गिरावट सिर्फ 90 दिन का लॉक इन पीरियड समाप्त होने के बाद ही आई है. अगस्त के बाद से इसके स्टॉक में लगातार नरमी बनी हुई है. ऊपर से कंपनी के फाउंडर भाविश अग्रवाल के बयानों ने भी समय-समय पर आग लगाई. भाविश में कभी अपनी तुलना एलन मस्क से की तो कभी कुणाल कामरा से पंगा लिया. इसके ऊपर से कंपनी का रिजल्ट भी पिछली तिमाही में खराब ही दिखा था, जब जून तिमाही में कंपनी का घाटा 347 करोड़ पहुंच गया था. कंपनी ने एक बार फिर 8 नवंबर के बाद अपना तिमाही रिजल्ट घोषित करने की बात कही है.
Tags: Business news, IPO, Share marketFIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 15:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed