देश का इकलौता स्टेशन चार्जर हो या सूटकेश छूटने पर न लें टेंशन वापस मिलेगा

देश के एक स्‍टेशन में यात्रियों का छूटा हुआ सामान वापस मिल जाता है. खास बात यह है कि सामान को विदेश में रहने वाले उसके स्‍वामी तक पहुंचाया गया है. इस स्‍टेशन से अब तक 15 देशों के नागरिकों को सामान वापस दिया जा चुका है.

देश का इकलौता स्टेशन चार्जर हो या सूटकेश छूटने पर न लें टेंशन वापस मिलेगा
नई दिल्‍ली. ट्रेन में सफर के दौरान या रेलवे स्‍टेशनों पर छूटी हुई चीजें मिलने की संभावना यात्रियों को बहुत ही कम होती है. हालांकि कई यात्री अपने छूटे हुए सामान की शिकायत जीआरपी या आरपीएफ में दर्ज कराते हैं, जिससे उसका मिसूयज न हो सकें. लेकिन देश के एक स्‍टेशन में यात्रियों का छूटा हुआ सामान वापस मिल जाता है. खास बात यह है सामान को विदेश में रहने वाले उसके स्‍वामी तक पहुंचाया गया है. अब तक 15 देशों के नागरिकों को सामान वापस दिया जा चुका है. आइए जानें कौन करता है यह काम- यह स्‍टेशन हैं देश की राजधानी का नई दिल्‍ली स्‍टेशन. यहां के सुपरिटेंडेंट राकेश शर्मा ट्रेनों का ऑपरेशंस के साथ लोगों को छूटा सामान पहुंचाने की ‘गारंटी’ तक लेते हैं. बशर्ते वह सामान उनके पास तक पहुंच जाए. इसमें छोटे से छोटा सामान चार्जर से लेकर बड़े से बड़ा ब्रीफकेस तक शामिल है. वो देश के बाहर भी लोगों को छूटा सामान भेजते हैं. अब तक 10 करोड़ से अधिक का सामान वापस कर चुके हैं. 15 देशों के नागरिकों का सामान वापस किया वे बताते हैं कि अब तक 15 देशों के 32 नागरिकों का सामान वापस कर चुके हैं. इनमें अमेरिका, इंग्‍लैंड, आस्‍ट्रेलिया, कनाडा, जर्मनी, इटली, यूएई जैसे प्रमुख देश शामिल हैं. सबसे ज्‍यादा सामान इंग्‍लैंड के 8 लोगों का और दूसरे नंबर पर अमेरिका के 7 लोगों का छूटा सामान वापस किया है. विदेश इस तरह पहुंचाते हैं राकेश शर्मा बताते हैं जब किस विदेशी नागरिक का सामान ट्रेन या स्‍टेशन में छूट जाता है तो पहले संबंधित व्‍यक्ति संपर्क करते हैं. अगर उसका कोई परिचित है तो उसको सामान देते हैं. अगर यहां कोई जानने वाला नहीं है तो संबंधित देश की एंबेसी में संपर्क सामान पहुंचाते हैं. कई बार तो उन्‍होंने अपने खर्च से भी सामान को विदेश भेजा है. यात्री को ढूंढ़ने का तरीका वे ताते हैं कि ट्रेन में छूटे सामान के आसपास की सीटों के नंबर से उसका पीएनआर निकलवाते हैं, इसी संबंधित यात्री का मोबाइल नंबर निकालकर उससे संपर्क करते हैं. अगर यात्री का सामान स्‍टेशन पर मिला है तो जीआरपी थाने में संपर्क करते हैं और वहां से पता लगाने की कोशिश करते हैं कि किस यात्री ने सामान छूटने की शिकायत दर्ज कराई है और फिर उससे संपर्क करते हैं. कई बार सोशल मीडिया की मदद से भी यात्री का सामान उसके पास पहुंचाया है. Tags: Indian railway, Indian Railway news, New Delhi newsFIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 12:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed