सीएम का दावा- नहीं बढ़े हैं दूध के दाम तो फिर क्यों ले रहे ज्यादा पैसा
सीएम का दावा- नहीं बढ़े हैं दूध के दाम तो फिर क्यों ले रहे ज्यादा पैसा
Milk Price Hike : जून का महीना आते ही अमूल और मदर डेयरी सहित देश के तमाम डेयरी ब्रांड ने अपने दूध के दाम बढ़ा दिए थे. इस कड़ी में कर्नाटक के डेयरी ब्रांड नंदिनी ने भी अपनी दूध की पैकेट महंगी की तो इसका विरोध होने लगा. आखिर मुख्यमंत्री को खुद आगे आकर बयान देना पड़ा.
हाइलाइट्स कर्नाटक के फेमस डेयरी ब्रांड 'नंदिनी' ने भी 2 रुपये दाम बढ़ा दिए. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, हर पैकेट में दूध की मात्रा भी बढ़ाई गई है. नंदिनी के पैकेट में 50 एमएल दूध बढ़ाकर 2 रुपये ज्यादा लिया जा रहा.
नई दिल्ली. आपको याद ही होगा कि जून की शुरुआत में ही अमूल और मदर डेयरी ने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी थी. इसके बाद कई और राज्यों के डेयरी ब्रांड ने भी दूध को महंगा किया था. इस कड़ी में कर्नाटक राज्य के फेमस डेयरी ब्रांड ‘नंदिनी’ ने भी अपने दूध के पैकेट पर 2 रुपये ज्यादा वसूलने शुरू कर दिए. दूध महंगा होने पर राज्य में विरोध होने लगा और खुद मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को मामले पर बोलना पड़ा. उन्होंने बुधवार को ‘नंदिनी’ दूध की कीमतों में दो रुपये की बढ़ोतरी का बचाव करते हुए कहा कि दूध की बढ़ती खरीद के मद्देनजर किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसा किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा, दूध की कीमतों में बढ़ोतरी नहीं की गई है. नंदिनी ने अपने पैकेट में अब ज्यादा दूध देना शुरू कर दिया है और यह कीमत इसी बढ़ी हुई मात्रा के लिए वसूली जा रही है. पिछले साल इसी समय के दौरान दूध (उत्पादन) 90 लाख लीटर (प्रतिदिन) था, अब यह 99 लाख लीटर से अधिक है. हमें किसानों से दूध खरीदना है, हम उन्हें मना नहीं कर सकते, दूध का उत्पादन होता है और इसे बाजार में बेचना होता है. इसलिए हमने आधा लीटर दूध के पैकेट की मात्रा 50 मिलीलीटर बढ़ा दी है.
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दाम बढ़ाने का कारण बताया
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मात्रा बढ़ा दी गई है और बढ़ी हुई मात्रा के अनुपात में कीमत भी बढ़ा दी गई है. आधे और एक लीटर के पैकेट में बढ़ाए गए 50 मिलीलीटर दूध की कीमत 2.10 रुपये बैठती है और हमने केवल दो रुपये बढ़ाए हैं. हमने दूध की कीमत कहां बढ़ाई है? क्या हम उत्पादित दूध को फेंक सकते हैं? क्या हम किसानों से कह सकते हैं कि हम उनसे दूध नहीं खरीदेंगे?’’
तो क्या कॉफी-चाय के दाम नहीं बढ़ेंगे
जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि कथित तौर पर रेस्तरां क्या कॉफी और चाय की कीमतें बढ़ाने की योजना बना रहे हैं, तो मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वे कैसे बढ़ाएंगे, वे तब बढ़ा सकते हैं जब दूध की कीमतें बढ़ेंगी.’ दूध की कीमतों में बढ़ोतरी ईंधन के दामों में वृद्धि के बाद हुई है. उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य किसानों को लाभ पहुंचाना है और कीमतों में और वृद्धि होनी चाहिए थी.
किसानों का संकट कम करने की मंशा
कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री ने कहा, किसानों की हालत में सुधार करने के लिए यह फैसला किया गया है. इस लिहाज से दूध के दाम और बढ़ाए जाने चाहिए थे, लेकिन हमने उपभोक्ताओं और उत्पादकों दोनों का ही ख्याल रखा है. किसान संकट में हैं, वे अपने मवेशियों को बेच रहे हैं, उनकी देखभाल करने में असमर्थ हैं. लिहाजा पैकेट में ज्यादा दूध भरकर हम किसानों को फायदा पहुंचाने की सोच रहे हैं.
Tags: Business news, Food and water pricesFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 17:22 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed