DU JNU नहीं यहां से की पढ़ाई पहले प्रयास में ऐसे क्रैक किया UPSC

UPSC IAS Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा का एग्जाम एक बार में क्रैक करना बहुत मुश्किल होता है. लेकिन आज हम एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं, तो एक बार में क्रैक करके IPS और दूसरी बार में IAS बने हैं.

DU JNU नहीं यहां से की पढ़ाई पहले प्रयास में ऐसे क्रैक किया UPSC
IAS Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा को एक बार में पास करना लोगों के लिए कठिन काम है, लेकिन एक शख्स ऐसा भी है, जो यूपीएससी की परीक्षा को दो बार पास किया है. वह पहले आईपीएस और फिर IAS Officer बन गए हैं. आज हम जिस शख्स की बात करें हैं, उनका नाम आईएएस योगेश अशोकराव पाटिल (Yogesh Ashokrao Patil) है. उनकी कहानी दृढ़ता, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत की शक्ति का प्रतीक है. पुणे विश्वविद्यालय से किया बीटेक महाराष्ट्र के पुणे से ताल्लुक रखने वाले योगेश (Yogesh Ashokrao Patil) हमेशा से एक तेज तर्रार छात्र रहे हैं. उन्होंने कक्षा 10वीं की परीक्षा में 96.7 प्रतिशत और कक्षा 12वीं की परीक्षा में 94.8 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. उनके पिता एक प्राइमरी टीचर हैं और उनकी मां एक गृहिणी हैं. इसके बाद उन्होंने वर्ष 2017 में पुणे विश्वविद्यालय से बी.टेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) पूरा किया और ग्रेजुएट होने के तुरंत बाद उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2018 की तैयारी शुरू कर दी. IAS को देखकर बदला करियर ऑप्शन  अपने करियर ऑप्शन के बारे में योगेश बताते हैं कि सिविल सेवा में करियर मेरा अंतिम लक्ष्य था. इसलिए, मैंने इसके अलावा कुछ नहीं सोचा. आर्थिक अवसरों के अलावा भी कई प्रेरक कारक हैं. सिविल सेवक बनने का मेरा सपना डॉ. श्रीकर परदेशी (आईएएस, महाराष्ट्र कैडर) से मिलने और मेरे जिले के लोगों के जीवन में उनके द्वारा लाए गए बदलाव से शुरू हुआ. इसका असर ऐसा हुआ कि आईएएस क्या होता है, यह न जानते हुए भी मैंने आईएएस अधिकारी बनने का सपना देखना शुरू कर दिया. पहले प्रयास में क्रैक किया UPSC वर्ष 2018 में, उन्होंने अपने पहले प्रयास में यूपीएससी पास किया और 231वीं रैंक हासिल की. इसके बाद उन्हें भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में पद पाने में मदद मिली. लेकिन योगेश (Yogesh Ashokrao Patil) का सपना IAS ऑफिसर बनने का था. बाद में उन्होंने वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 63 हासिल की और IAS ऑफिसर बनने का सपना पूरा किया. योगेश कहते हैं कि यूपीएससी में सफलता केवल अंग्रेजी माध्यम से पढ़े-लिखे लोगों के लिए ही आरक्षित नहीं है, जिनके पास धाराप्रवाह अंग्रेजी लैंग्वेज स्किल है. उन्होंने खुद अपने शुरुआती वर्षों में मराठी माध्यम के स्कूल में शिक्षा प्राप्त की है. तय करें अपना लक्ष्य योगेश बताते हैं कि सबसे पहले, लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी प्राथमिकताएं तय करें. यदि आपका लक्ष्य सिविल सेवा है, तो इसके बारे में 100% सुनिश्चित रहें. आत्म-मूल्यांकन आपका मुख्य उद्देश्य है और अपनी क्षमताओं के बारे में जागरूक होने से आपको अपने प्रयासों की योजना बनाने में मदद मिलेगी. वर्तमान में, वह पश्चिम बंगाल सरकार के होम एंड हिल्स अफेयर्स डिपार्टमेंट में स्पेशल ऑफिसर ऑन ड्यूटी (OSD) के रूप में नियुक्त हैं. ये भी पढ़ें… UPPSC की परीक्षा में शामिल होने वालों के जरूरी खबर, अगर इन कामों में आया नाम, तो जाना पड़ेगा जेल Indian Bank में नौकरी की भरमार, ग्रेजुएट के लिए बेहतरीन मौका, बढ़िया होगी मंथली सैलरी Tags: IAS Officer, IPS Officer, Success Story, UPSCFIRST PUBLISHED : July 27, 2024, 10:57 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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