फर्जी क्लेम से लगाया बीमा कंपनी को चूना पहले 10 लाख हड़पा फिर
फर्जी क्लेम से लगाया बीमा कंपनी को चूना पहले 10 लाख हड़पा फिर
Insurance Claim : बीमा का क्लेम करने पर कंपनियां उसकी कई स्तर पर जांच-पड़ताल करती हैं. सभी दावे सही पाए जाने पर ही ग्राहक को पैसों का भुगतान करती हैं. इतनी सजगता के बावजूद बीमा कंपनी के साथ फर्जी क्लेम का मामला सामने आया है. जहां कंपनी के वकील ने ही 10 लाख का चूना लगा दिया और दोबारा 11 लाख वसूलने के चक्कर में पकड़ा गया.
हाइलाइट्स आरोपी वकील श्री राम जनरल इंश्योरेंस में अधिवक्ता के रूप में पैनल में शामिल थे. आरोपी वकील ने फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर कंपनी को 10 लाख का चूना लगाया था. दोबारा फिर फर्जी डॉक्यूमेंट बनाकर 11 लाख से ज्यादा का क्लेम किया था.
नई दिल्ली. बीमा कंपनियां क्लेम देने के समय कई स्तर की जांच-पड़ताल करती हैं. क्लेम सही और वास्तविक हो इसके लिए बीमा कंपनियां बाकायदा वकील भी रखती हैं. लेकिन, कहावत है कि जब बाड़ ही खेत को खाने लगे तो कोई क्या कर सकता है. ठगी का यह मामला भी कुछ इसी तरह का है, जिसमें बीमा कंपनी के वकील ने ही लाखों का चूना लगा दिया. वह भी एक बार नहीं दो-दो बार. हालांकि, कंपनी को शक हुआ तो मामले का खुलासा भी हो गया और आरोपी वकील कानून के शिकंजे में आ गया.
दरअसल, यह मामला है बिहार के मधुबनी जिले का. जहां एक वकील आशुतोष कुमार झा ने पप्पू कुमार को मृत दिखाकर उसके नाम पर तमाम फर्जी कागजात बनाए और बीमा कंपनी से 10 लाख रुपये वसूल लिए. बाद में इसकी जानकारी होने पर बीमा कंपनी ने गांधी मैदान पुलिस थाना में शिकायत दर्ज कराई है.
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क्या है पूरा मामला
वकील आशुतोष कुमार झा बीमा कंपनी श्री राम जनरल इंश्योरेंस में अधिवक्ता के रूप में पैनल में शामिल थे. उन्होंने 8 अगस्त, 2023 को कंपनी के पटना ऑफिस को बताया कि मधुबनी अदालत में कंपनी के खिलाफ क्षतिपूर्ति क्लेम चल रहा है. इसके साथ ही उन्होंने इस क्लेम के सारे दस्तावेज भी कंपनी को उपलब्ध करवाए. इस आवेदन के अनुसार, पप्पू कुमार की 22 जुलाई, 2023 को मोटर दुर्घटना में मौत हो गई.
आशुतोष कुमार ने श्री राम जनरल इंश्योरेंस को जानकारी दी कि उसके द्वारा भेजे गए सारे दस्तावेज सही हैं. साथ ही अदालत ने उक्त प्रकरण को राष्ट्रीय लोक अदालत में समझौते के लिए कहा है. कंपनी ने आशुतोष द्वारा उपलब्ध करवाए गए कागजातों को सही मानकर समझौते के लिए कहा जिसके बाद 9 सितंबर, 2023 को आशुतोष कुमार ने कंपनी को बताया कि उक्त प्रकरण का 10 लाख रुपये में समझौता हो गया है.
आशुतोष ने राष्ट्रीय लोक अदालत के समझौते की प्रति जिस पर न्यायिक अधिकारी के हस्ताक्षर व अदालत की मोहर लगी हुई थी, को अपने फीस बिल के साथ कंपनी को भेज दिया. कंपनी ने इसके बाद मृतक की पत्नी प्रिया के नाम से 10 लाख रुपये का चेक बनाकर आशुतोष कुमार को भेज दिया जिसका भुगतान भी कंपनी के खाते से हो गया.
फिर आया अजब मोड़
आशुतोष कुमार झा ने इसी प्रकार से एक अन्य क्लेम सीमा बनाम श्री राम जनरल इंश्योरेंस में भी सारे दस्तावेज उपलब्ध कराकर बताया कि संजय साफी की मौत मोटर दुर्घटना में हो गई है तथा कंपनी के खिलाफ केस चल रहा है. कंपनी को कहा कि उक्त दस्तावेज सही हैं तथा प्रकरण को लोक अदालत में समझौते के लिए भेजा गया है. कंपनी फिर उनकी बात पर विश्वास करते हुए समझौते के लिए राजी हो गई. आशुतोष ने इस बार 11.50 लाख रुपये में समझौता कर लोक अदालत के 9 दिसंबर, 2023 के समझौते की प्रति और अपने फीस का बिल कंपनी को भेज दिया.
कंपनी को हुआ शक
इस बार श्री राम जनरल इंश्योरेंस कंपनी को शक हुआ और उसने जब जांच की तो पता चला कि जो भी संबंधित कागजात सौंपे गए हैं, उनके रिकॉर्ड पुलिस स्टेशन में नहीं हैं और सभी दस्तावेज फर्जी हैं. साथ ही अदालत में भी ऐसा कोई प्रकरण नहीं चल रहा है. ऐसे किसी व्यक्ति की मौत भी नहीं हुई है और बताए गए पते पर इस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं रहता है. साथ ही अदालत के आदेश व दस्तावेज फर्जी पाए गए. कंपनी के दबाव में आशुतोष ने माना कि क्लेम फर्जी है. कंपनी ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में आशुतोष के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
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Tags: Business news in hindi, Insurance, Insurance Company, Insurance PolicyFIRST PUBLISHED : April 27, 2024, 19:15 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed