ई हौवे बनारस! 16 मिनट में होंगे पूरे शहर के दर्शन हवा में बन रही सड़क

Kashi Darshan : पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को ऐसा तोहफा मिलने जा रहा है, जो पूरे देश में किसी शहर को नसीब नहीं हुआ. जल्‍द ही यहां के स्‍थानीय लोग और शहर घूमने जाने वाले तीर्थ यात्रियों को हवाई मार्ग से शहर घूमने का सौभाग्‍य मिलेगा.

ई हौवे बनारस! 16 मिनट में होंगे पूरे शहर के दर्शन हवा में बन रही सड़क
हाइलाइट्स बनारस में शुरू हो रहा है देश का नहलर अर्बन रोपवे. यह रोपवे 3.75 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. इस दूरी को तय करने में सिर्फ 16 मिनट का समय लगेगा. नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस से सांसद क्‍या बने, इस शहर की सूरत ही बदल गई. काशी विश्‍वनाथ मंदिर कॉरिडोर तो बस एक झलक है, इस शहर को लगातार विकास की सौगातें मिल रही हैं. अगली तैयारी भी लगभग पूरी हो चुकी है और अगस्‍त से शहर को ऐसा तोहफा मिलेगा, जो देश में किसी अन्‍य शहर को अब तक नसीब नहीं हुआ है. अब आप बनारस जाते हैं तो स्‍टेशन से उतरकर जमीन पर पैर नहीं रखने होंगे, बल्कि सीधे आसमान के रास्‍ते शहर के दर्शन करेंगे. इसके लिए बाकायदा 5 स्‍टेशन बनाए जाएंगे. प्रोजेक्‍ट पूरा होने के बाद स्‍टेशन से बाबा विश्‍वनाथ मंदिर तक पहुंचने में सिर्फ 16 मिनट का समय लगेगा, जो अभी 1 घंटे तक लग जाता है. दरअसल, हम बात कर रहे हैं पर्वतमाला परियोजना के तहत बनारस में शुरू होने वाले देश के पहले अर्बन रोपवे (Urban Ropeway) प्रोजेक्‍ट की. बनारस के कैंट रेलवे स्‍टेशन से शुरू होने वाला यह रोपवे 3.75 किलोमीटर की दूरी तय करके बाबा विश्‍वनाथ मंदिर के पास गोदौलिया चौराहे तक जाएगा. इस दूरी को तय करने में सिर्फ 16 मिनट का समय लगेगा. अभी यह दूरी 6.3 किलोमीटर की है, जिसे तय करने में औसतन 30 मिनट और जाम के समय तो एक घंटे भी लग जाते हैं. ये भी पढ़ें – ₹40000000000000 का पड़ेगा राहुल गांधी का एक वादा! इतनी तो देश की कुल कमाई भी नहीं, कहां से आएगा पैसा? कब से शुरू होगी सुविधा वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी के वाइस चेयरमैन पुलकित गर्ग का कहना है कि पूरा प्रोजेक्‍ट साल 2025 में शुरू हो जाएगा. फिलहाल इसका एक स्‍टेशन अगस्‍त, 2024 में ही पूरा हो रहा है, जो कैंट रेलवे स्‍टेशन से विद्यापीठ के रास्‍ते रथयात्रा तक जाएगा. इसका ट्रायल जुलाई में शुरू होगा और नवंबर-दिसंबर से आम आदमी व तीर्थ यात्रियों के लिए भी यातायात खोल दिया जाएगा. इसकी कुल लागत करीब 645 करोड़ रुपये बताई बताई जाती है. हर घंटे 6 हजार लोग करेंगे सफर इस प्रोजेक्‍ट की विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस रोपवे पर हर घंटे करीब 6 हजार यात्री सफर कर सकेंगे. केबल पर एक बार में 150 गैंडोला चलेंगे, जिनमें हर गैंडोला पर 10 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी. अप एंड डाउन किसी भी तरफ जाने वाले यात्रियों को प्रत्‍येक स्‍टेशन पर हर 2 से 3 मिनट में इसकी सुविधा मिलेगी. 16 मिनट में पूरे शहर का दर्शन बनारस के इस रोपवे की अधिकतम ऊंचाई 45 मीटर होगी, जहां से शहर का खूबसूरत नजारा दिखेगा. रेलवे स्‍टेशन से बाबा विश्‍वनाथ मंदिर तक पहुंचने में महज 16 मिनट का समय लगेगा और इस दौरान यात्रियों को पूरे शहर के दर्शन हो जाएंगे. प्रोजेक्‍ट के तहत कुल 5 स्‍टेशन बनाए जा रहे. इसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहे पर लोगों के चढ़ने-उतरने की व्‍यवस्‍था की जा रही है. Tags: Business news, Kashi Vishwanath, Kashi Vishwanath Corridor, Varanasi Development Plan, Varanasi TempleFIRST PUBLISHED : May 28, 2024, 16:58 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed