कृष्ण के महल से शिव के दरबार तक छांव में सफर! 233 KM में लगेंगे 40000 पेड़
कृष्ण के महल से शिव के दरबार तक छांव में सफर! 233 KM में लगेंगे 40000 पेड़
Dwarka-Somnath Coastal Highway : अगर आपको भी देश के सबसे लंबे मरीन ड्राइव सड़क का मजा लेना है तो थोड़ा रुककर जाइये. अभी 233 किलोमीटर का यह सफर खुले आसमान के नीचे होता है, लेकिन जल्द ही गुजरात सरकार इस हाईवे के दोनों किनारे 40 हजार पेड़ लगाने वाली है और फिर पूरा सफर छांव में किया जा सकेगा.
हाइलाइट्स द्वारका-सोमनाथ कोस्टल हाईवे की लंबाई 233 किलोमीटर है. यह हाईवे गुजरात में दो धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ता है. हाईवे के दोनों किनारों पर 10 मीटर की दूरी पर पेड़ लगेंगे.
नई दिल्ली. फर्ज कीजिए एक तरफ मीलों फैला नीला समंदर और दूसरी ओर मीलों फैला पीला रेगिस्तान और समंदर किनारे चमचमाती सड़क पर पेड़ के छांव में दौड़ती आपकी कार, वह भी पूरे 233 किलोमीटर तक. पढ़कर ही मजा आ गया न तो सोचिए सच में यह सफर कितना रोमांचक होगा. सफर के साथ इस रास्ते की दोनों मंजिलें भी आपको रोमांच और श्रद्धा से भर देंगी. 233 किलोमीटर का एक छोर भगवान श्री कृष्ण के महल से जुड़ता है तो दूसरा बाबा भोलेनाथ के दरबार तक जाता है. आपकी कल्पनाओं का यह सफर बहुत जल्द सच का अमलीजामा पहनने वाला है.
दरअसल, हम बात कर रहे हैं द्वारका-सोमनाथ कोस्टल हाईवे (Dwarka-Somnath Coastal Highway) की. यह हाईवे गुजरात में दो धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ता है. हाईवे की खासियत यह है कि इसे देश का सबसे लंबा मरीन ड्राइव भी माना जाता है, जहां 200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी समंदर के किनारे-किनारे तय होती है. पहले से एनएच-51 के नाम से जाना जाता था. इस हाईवे के रास्ते आप भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारका से 12 ज्योर्तिलिंगों में शामिल सोमनाथ मंदिर तक जा सकते हैं.
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क्या है सरकार की प्लानिंग
अभी इस हाईवे से 233 किलोमीटर का सफर खुले आसमान के नीचे होता है, जहां एक तरफ रेगिस्तान और दूसरी ओर समंदर है. गुजरात सरकार ने सैलानियों की सुविधा के लिए हाईवे के दोनों किनारों पर 40 हजार पेड़ लगाने का फैसला किया है. यह प्रोजेक्ट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर पूरा किया जाएगा.
हर 10 मीटर पर लगेंगे पेड़
गुजरात के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने बताया कि एक प्राइवेट कंपनी को पेड़ लगाने का ठेका दिया जाएगा. हरित वन पथ योजना के तहत इस हाईवे पर 6 से 8 फीट के पौधे लगाए जाएंगे और उनकी देखरेख का जिम्मा भी इसी कंपनी का होगा. हाईवे के दोनों किनारों पर 10 मीटर की दूरी पर इन पेड़ों को लगाया जाएगा. इसके बाद कोस्टल हाईवे के किनारे हरियाली होगी और इस पर सफर करने वालों को छांव में मरीन ड्राइव का आनंद मिल सकेगा.
हर पेड़ पर 3 हजार की लागत
गुजरात सरकार की ओर से किए गए एमओयू के तहत हाईवे के दोनों किनारों पर लगने वाले हर पेड़ की लागत 3,000 रुपये होगी. इसमें अगले 3 साल तक पेड़ों के रखरखाव की लागत भी शामिल है. इसका आधा खर्च सरकार उठाएगी और आधा प्राइवेट कंपनी. आपको बता दें कि हरित वन पथ योजना के तहत गुजरात सरकार 70 हजार पेड़ लगाने की तैयारी में है.
Tags: Business news, Dwarkadhish mandir, Expressway New Proposal, Somnath mandirFIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 15:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed