बागपत के मुख्य बाजार में स्थित नवाबों की हवेली, जो लगभग 200 साल पुरानी है, अपनी अनोखी सोलर घड़ी के लिए प्रसिद्ध है. यह घड़ी हवेली के टॉप फ्लोर पर बनाई गई है, जो सूर्य की किरणों के माध्यम से सटीक समय बताती है. इस अद्वितीय घड़ी को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं.
इस हवेली का निर्माण नवाब शौकत अली के परिवार द्वारा करवाया गया था, और अब इसमें उनकी पांचवीं पीढ़ी निवास करती है. हवेली का निर्माण छोटे साइज की ईंटों से किया गया था, जब सीमेंट का उपयोग नहीं होता था. आज भी यह हवेली अपनी पुरानी शान में बरकरार है.
सोलर घड़ी का निर्माण कराया
नवाब शौकत अली पांच वक्त की नमाज अदा करते थे, जिसके लिए उन्हें समय की सटीक जानकारी की आवश्यकता होती थी. इसी जरूरत को पूरा करने के लिए राजस्थान से कारीगर बुलवाकर इस सोलर घड़ी का निर्माण कराया गया. हवेली के वारिस नवाब अहमद हमीद के परिवार ने इस धरोहर को संजोए रखा है.
हवेली का राजनीतिक इतिहास
हवेली का राजनीतिक इतिहास भी उतना ही समृद्ध है. नवाब कोकब हमीद, जो इस हवेली के पूर्व मालिक थे, पांच बार बागपत के विधायक और मंत्री रह चुके हैं. इंदिरा गांधी भी इस हवेली में उनसे मिलने आई थीं.
सोलर घड़ी की अनूठी विशेषता
इस सोलर घड़ी की विशेषता यह है कि यह धूप और रात्रि के प्रकाश से संचालित होती है और सटीक समय बताती है. इस अनोखी धरोहर को देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं और इसकी भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं.
Tags: Local18FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 15:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed