PCS पास करके बनें ज्वाइंट कलेक्टर अब हो गए गिरफ्तार

ऑफिसर बनने के बाद कई लोग अपने पद का मनमाने ढंग से इस्तेमाल करते हैं. ऐसे ही कारनामों की वजह से ज्वाइंट कलेक्टर सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने घूस लेते हुए पकड़ा है. 

PCS पास करके बनें ज्वाइंट कलेक्टर अब हो गए गिरफ्तार
किसी भी राज्य में SDM, ADM या ज्वाइंट कलेक्टर की नौकरी वहां के लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा को पास करने के बाद मिलती है. इसे पास करने वाले उम्मीदवार को PCS Officer कहा जाता है. इसके बाद उनके रैंक के अनुसार उनकी पोस्टिंग दी जाती है. पोस्टिंग मिलने के बाद ऑफिसर कई ऑफिसर अपने पदों का मनमाने ढंग से इस्तेमाल करते हैं और अपने कारनामों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं. ऐसे ही एक ज्वाइंट कलेक्टर चर्चा में बने हुए हैं. उन्हें एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने घूस लेते हुए पकड़ा है. पकड़े गए ऑफिसर रंगा रेड्डी जिले के ज्वाइंट कलेक्टर हैं. उन्हें और उनके अधीनस्थ कर्मचारी को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने 8 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. इनका नाम एमवी भूपाल रेड्डी और सीनियर असिस्टेंट वाई मदन मोहन रेड्डी है. MA, LLB की कर चुके हैं पढ़ाई  रंगा रेड्डी जिले के पकड़े गए ऑफिसर ज्वाइंट कलेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने आर्ट्स विषय से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की हैं. इसके अलावा वह MA लिटरेचर और LLB हैं. इससे पहले उन्होंने यदाद्री भुवनागिरी डिवीजन में आरडीओ के रूप में भी काम किया है. ज्वाइंट कलेक्टर एमवी भूपाल रेड्डी और सीनियर असिस्टेंट वाई मदन मोहन रेड्डी धरणी पोर्टल में रिकॉर्ड बदलने के लिए रिश्वत ली थी. प्रतिबंधित सूची से नाम हटाने के लिए मांगी थी रिश्वत एसीबी ने बयान में कहा था कि शिकायतकर्ता जक्किडी मुथ्यम रेड्डी था, जो रंगा रेड्डी जिले के बालापुर मंडल के गुर्रमगुडा गांव का निवासी जक्किडी मुथ्यम रेड्डी था. आरोपी अधिकारी मदनमोहन रेड्डी ने अपने उच्च अधिकारियों को प्रभावित करके शिकायतकर्ता का काम करवाने और धरणी वेबसाइट पर प्रतिबंधित सूची से 14 गुंटा जमीन हटाने के लिए अपनी कार में 8 लाख रुपये की रिश्वत ली. मदन मोहन रेड्डी की कार से 8 लाख रुपये की रिश्वत की रकम बरामद की गई. मदन मोहन रेड्डी के दोनों हाथ की अंगुलियों में फिनोलफ्थलीन टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया. पूछताछ करने पर मदन मोहन रेड्डी ने बताया कि उन्होंने भूपाल रेड्डी की ओर से रिश्वत की मांग की थी और उसने इसकी पुष्टि करने के लिए उसे फोन किया. भूपाल रेड्डी ने उसे रिश्वत की राशि सौंपने के लिए पेड्डाम्बरपेट ओआरआर आने का निर्देश दिया. भूपाल रेड्डी अपने सरकारी वाहन से पेड्डा अम्बरपेट ओआरआर के पास पहुंचे और मदन मोहन रेड्डी के वाहन के पास रुके. तुरंत मदन मोहन रेड्डी प्लास्टिक बैग में रखी रिश्वत की राशि लेकर भूपाल रेड्डी की कार में घुसे और पैसे सौंपकर वाहन से बाहर निकल गए. भूपाल रेड्डी की कार से 8 लाख रुपये की रिश्वत की राशि बरामद की गई. ये भी पढ़ें… यूपी पुलिस कांस्टेबल एडमिट कार्ड इस दिन होगा जारी, इस Direct Link से कर सकेंगे चेक Tags: Anti corruption bureauFIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 15:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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