इस फूल की खेती से मालामाल बन सकते हैं किसान उद्यान विभाग दे रहा 40% का अनुदान
इस फूल की खेती से मालामाल बन सकते हैं किसान उद्यान विभाग दे रहा 40% का अनुदान
जिला उद्यान अधिकारी गया प्रसाद ने बताया कि पिछले कई सालों से गेंदे के फूलों की खेती करने पर अनुदान दिया जा रहा है. जो 12000 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से किसानों को दिया जा रहा है.
पीयूष शर्मा/मुरादाबाद: किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार उद्यानिकी फसलों खासकर फल और फूलों की खेती को बढ़ावा दे रही है. इस कड़ी में उत्तर उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में भी उद्यान विभाग की ओर से एकीकृत बागवानी मिशन के अंतर्गत फूलों की खेती पर अनुदान दिया जा रहा है. जिसमें मुख्य रूप से गेंदे के फूलों की खेती करने पर एक हेक्टेयर में 12000 का अनुदान मुहैया कराया जा रहा है. तो वहीं गेंदे की खेती के साथ-साथ उद्यान विभाग को अब ग्लेडियोलस के फूलों की खेती करने के लिए भी लक्ष्य दिया गया है. जिस पर उद्यान विभाग ग्लेडियोलस की खेती करने वाले किसान को अनुदान देगा. पहले जिले में ग्लेडियोलस की खेती नहीं होती थी. लेकिन अब शुरू कर दी गई है और किसानों को अनुदान दिया जा रहा है.
गेंदे की खेती पर पहले से दिया जा रहा है अनुदान
जिला उद्यान अधिकारी गया प्रसाद ने बताया कि पिछले कई सालों से गेंदे के फूलों की खेती करने पर अनुदान दिया जा रहा है. जो 12000 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से किसानों को दिया जा रहा है. जो पहले से चला आ रहा है और अभी चल रहा है. लेकिन इस बार से यह नई प्रगति हुई है कि किसानों को 19 हेक्टेयर में ग्लेडियोलस का पुष्प उत्पादन करने पर भी अनुदान दिया जाएगा. इस वर्ष यह नया कार्यक्रम हमें मिला है. इस कार्यक्रम में ग्लेडियोलस की खेती करने पर 40% का अनुदान दिया जा रहा है.
अन्य सीमांत किसानों को 35% दिया जाएगा अनुदान
जिसमें अन्य सीमांत किसानों को कम है और लघु सीमांत कृषकों को ज्यादा है. उन्होंने कहा कि अन्य किसानों के लिए 35% का अनुदान है. इसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं और जुटे हुए हैं. अपने फील्ड के लोगों को भी निर्देश दे दिए गए हैं कि गेंदे के फूलों के पंजीकरण के साथ-साथ इसका भी पंजीकरण कराएं. क्योंकि ग्लेडियोलस का उत्पादन योजना के तहत यहां पर पहली बार हो रहा है. इसमें एक हेक्टेयर में सवा लाख तक पौधे लगते हैं. जिससे किसान को एक अच्छा मुनाफा होगा. इसके साथ ही वह सब्सिडी का भी लाभ उठा सकेगा.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 11:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed