इस वैरायटी के पपीते से होगी तगड़ी कमाई एक पेड़ में लगेगा 100 किलो फल

Papaya Farming: सहारनपुर के एक किसान रेड लेडी पपीते की खेती कर घर बैठे ही लाखों रुपए कमा रहे हैं. किसान ने बताया कि ताइवानी पपीते का पौधा 4 से 5 फीट लंबा होता है. एक पौधा एक क्विंटल या उससे अधिक फल देता है. साथ ही पपीते की अच्‍छी कीमत भी मिल जाती है.

इस वैरायटी के पपीते से होगी तगड़ी कमाई एक पेड़ में लगेगा 100 किलो फल
सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर के किसान यूं तो विभिन्न प्रकार के विदेशी फलों की बागवानी करना पसंद कर रहे हैं. उसी कड़ी में सहारनपुर के एक किसान भारत वीर सिंह ने इस बार ताइवान के रेड लेडी पपीते की पौध तैयार की है, जिसको वह किसानों को बेच रहे हैं, जिससे कि यूपी के किसान भी अब ताइवान के ‘रेड लेडी पपीता’ की बागवानी कर सकते हैं. इतना ही नहीं भारत वीर सिंह से पहले भी विभिन्न प्रकार की विदेशी पौध तैयार कर चुके हैं. पपीते के 4 हजार पेड़ हुए तैयार किसान भारत वीर सिंह अपने खेत में ताइवान पपीता रेड लेडी के लगभग 4 हजार पेड़ तैयार किए हैं. ताइवानी पपीते का पौधा 4 से 5 फीट लंबा होता है. इसका स्‍वाद भी काफी अच्‍छा होता है. एक पौधा एक क्विंटल या उससे अधिक फल देता है. साथ ही ताइवानी पपीते की अच्‍छी कीमत भी मिलती है. बता दें कि ताइवानी पपीता न केवल स्‍वास्‍थ्‍य के लिए वरदान है, बल्कि इसकी खेती से अच्‍छी-खासी कमाई भी होती है. परंपरागत फसलों के बजाय ताइवानी पपीते की खेती कहीं ज्‍यादा फायदेमंद साबित हो रही है. विदेशी फलों की पौध तैयार करना है शौक किसान भारत वीर सिंह बताते हैं कि इस बार उन्होंने अपने खेत में ताइवान के ‘रेड लेडी पपीते’ की पौध तैयार की है. ताइवान के रेड लेडी पपीते को किसान काफी पसंद करते हैं. ताइवान के रेड लेडी पपीते की पौध को मार्च से तैयार करना शुरू करते हैं. जानें ‘रेड लेडी पपीते’ की खासियत ताइवान के इस पपीते रेड लेडी की मार्केट में अच्छी डिमांड है. हर वर्ष उनके लगभग 4000 पेड़ आसानी से बिक जाते हैं. ‘रेड लेडी पपीते’ की पौध को पॉली बाग या फिर ट्रे में तैयार किया जाता है. पॉली बैग वाला पपीते का पेड़ लगभग 300 रुपए का बिकता है. किसान भारत वीर सिंह ने दिल्ली की एक एजेंसी से इसकी बीज मंगवाए थे. वहीं, अगर इसके स्वाद की बात करें, तो इसका स्वाद अन्य पपीते से लाजवाब है. वहीं, वजन की बात करें तो एक-एक पपीता 2 किलो से ऊपर हो जाता है. Tags: Agriculture, Local18, Saharanpur newsFIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 11:35 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed