बागपत: बागपत के किसानों का रुझान अब धीरे-धीरे परंपरागत खेती की जगह बागवानी और जैविक खेती की तरफ हो रहा है. इसमें अब मधुमक्खी पालन भी जुड़ गया है. दरअसल, बागपत का एक किसान मधुमक्खी पालन कर लाखों की कमाई कर रहा है. अन्य खेती के साथ-साथ उसने करीब चार बीघा जमीन पर मधुमक्खी पालन का कार्य शुरू किया है और सालाना करीब 5 लाख रुपये कमाता है. किसान का कहना है कि कम खर्चे में आसानी से मधुमक्खी पालन किया जाता है और मार्केट में शुद्ध शहद की बहुत अच्छी डिमांड है, जिससे बाजार में बिक्री कर आमदनी होती है.
शहद बेच कमा रहे हैं किसान
बागपत के रतनपुरी गांव निवासी किसान मदन ने बताया कि पहले वह गेहूं धान और अन्य फसलों की खेती किया करते थे. लेकिन आमदनी कम होने के चलते उसने कुछ अलग करने का सोचा और दोस्त द्वारा दी गई सलाह के बाद 23 साल पूर्व मधुमक्खी पालन शुरू किया. हापुड़ जनपद से 10 बॉक्स को लाकर शुरू किए गए. इस कार्य को आज वह 150 बॉक्स तक लेकर पहुंच चुके हैं और मधुमक्खी पालन के लिए चार बीघा जमीन में वह पालन करते हैं. अब वह शुद्ध शहद तैयार करते हैं, जिसकी मार्केट में एक अच्छी खासी पकड़ है और आसानी से बिक जाता है.
शुद्ध शहद की मार्केट में डिमांड
किसान ने बताया कि मधुमक्खियों द्वारा तैयार किए गए शहद की मार्केट में बहुत अच्छी डिमांड है. राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल में भी इसे खूब पसंद किया जाता है और उनके खेत में भी लोग पहुंचकर इस शहद को लेने आते हैं. एक किलो शहद की कीमत मार्केट में लगभग ₹400 होती है. मधुमक्खी पालन कर किसान साल में करीब 5 लाख कमाता है.
कैसे होता है मधुमक्खी पालन
किसान ने बताया कि 2×2 के लकड़ी के बॉक्स लाकर उनमें मधुमक्खियां को छोड़ा जाता है और यह करीब 50 से 60 दिन में मधुमक्खी अपना शहद तैयार करना शुरू कर देती हैं. जिसे मक्खियों को साइड हटाकर बॉक्स में लगी जाली पर शहद इकट्ठा होता है और 50 से 60 दिन बाद उसे निकालकर मार्केट में बेच दिया जाता है. मार्केट में शहद की अच्छी खासी डिमांड होने के चलते रेट भी अच्छा मिल जाता है. मदन के मुताबिक, मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू करने से पहले मधुमक्खी पालन की ट्रेनिंग जरूर लेना चाहिए. अगर आप अच्छी तरह से मधुमक्खी का पालन करते हैं, तो इससे अच्छी कमाई कर सकते हैं.
Tags: Agriculture, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 24, 2024, 15:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed