ग्रेटर नोएडा पहुंचा गंगाजल चल रहा है ट्रॉयल जल्द मिलेगा पीने को जानें प्लान 

यह गर्मियां (Summer) बेशक निकल जाएंगी लेकिन साल 2023 की गर्मियों में ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) को पीने के लिए भरपूर गंगाजल (Gangajal) मिलेगा. आाखिरकार 10 साल के लम्बे इंतज़ार के बाद इसी साल गंगाजल की सप्लाई शुरु हो जाएगी. अगर किसी तरह की कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो सभी सेक्टर और 19 गांव के घरों तक गंगाजल पहुंच जाएगा. नलों में अब 6 की जगह 12 घंटे पानी की सप्लाई मिलने लगेगी.

ग्रेटर नोएडा पहुंचा गंगाजल चल रहा है ट्रॉयल जल्द मिलेगा पीने को जानें प्लान 
नोएडा. जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर (reserve wire) तक गंगाजल (Gangajal) पहुंच गया है. मास्टर रिजर्व वायर से तीन अलग-अलग इलाकों के रिजर्व वायर में गंगाजल पहुंचने भी लगा है. वहीं रिजर्व वायर से टंकियों में गंगाजल की सप्लाई की जा रही है. लेकिन अभी यह सब ट्रॉयल बतौर चल रहा है. जानकारों की मानें तो अभी 4 से 5 दिन तक ट्रॉयल चलेगा. ट्रॉयल के बाद घर और मोहल्लों तक गंगाजल पहुंचने लगेगा. गौरतलब रहे अप्रैल 2022 से ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) को गंगाजल पिलाने का प्लान तैयार कर लिया था. उसी के हिसाब से काम भी चल रहा था. लेकिन कुछ अड़चनों के चलते काम पूरी तरह से रुक गया था. किसानों के धरने के चलते बंद हुआ था काम पाइप लाइन के जिरए गांव और सेक्टर के घरों तक गंगाजल की सप्लाई शुरू होनी थी. प्लान के मुताबिक अप्रैल 2022 से गंगाजल मिल जाने की पूरी उम्मीद थी. लेकिन पल्ला में किसानों के धरना-प्रदर्शन के चलते गंगाजल प्रोजेक्ट का काम रुक गया था. वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम पूरी तरह से ठप्प हो गया था. बीते सात महीने से किसान धरना दे रहे थे. इसी के चलते पानी जैतपुर स्थित ट्रीटमेंट प्लांट भी नहीं पहुंच पा रहा था. लेकिन अब आने वाले तीन महीने के अंदर ग्रेटर नोएडा के सभी सेक्टर और 19 गांवों को गंगाजल पीने को मिलने लगेगा. गौरतलब रहे साल 2010 में यह योजना शुरू हुई थी और 2015 में लोगों को पीने के लिए गंगाजल की सप्लाई दी जानी थी. लेकिन कोरोना-लॉकडाउन जैसी कई तरह की अड़चन सामने आने के चलते परियोजना लेट गई थी. जानकारों की मानें तो 2010 में यह योजना शुरु हुई थी. योजना पर जर्मनी की एक संस्था और एनसीआर प्लानिंग बोर्ड ने काम किया है. सिर्फ ग्रेनो तक गंगाजल लाने का खर्च करीब 290 करोड़ रुपये है. जबकि ग्रेटर नोएडा वेस्ट को भी शामिल करने के बाद योजना की लागत 350 करोड़ रुपये हो गई है. 2015 में जमीन अधिग्रहण के चलते यह योजना लेट हो गई थी. चिल्ला एलिवेटेड रोड: जल्द खत्म होगा फिल्म सिटी का जाम, जानें प्लान गंगाजल आने से 15 क्यूसेक बढ़ जाएगी पानी की मात्रा जानकारों की मानें तो अभी तक ग्रेनो में 70 क्यूसेक ग्राउंड वॉटर की सप्लाई हो रही है. लेकिन पीने में यह पानी खारा है. लेकिन इस योजना के तहत ग्रेनो में 85 क्यूसेक गंगाजल की सप्लाई की जाएगी. गंगाजल को ट्रीट करने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जा रहे हैं. पहला ट्रीटमेंट प्लांट देहरा से 11 किलोमीटर दूर. दूसरा वहां से 18 किलोमीटर दूर पल्ला में बनाया गया है. इसी रास्ते से होकर ग्रेनो के मास्टर रिजर्व वायर तक गंगाजल लाया जाएगा. फिर यहां से सप्लाई के लिए बने रिजर्व वायर तक पानी पहुंचाया जाएगा. आखिर में ओवरहेड टैंक के जरिए पूरे ग्रेनो में गंगाजल की सप्लाई की जाएगी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Covid, Gangajal, Greater noida newsFIRST PUBLISHED : September 22, 2022, 09:56 IST