मदरसों के सर्वे को लेकर पहली बार अल्पसंख्यक मंत्री की खरी खरी कही ये बड़ी बात

Madarsa News UP: अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे के लिये गठित टीम में संबंधित तहसील के उपजिलाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शामिल होंगे. यह टीम अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) के निर्देशन में सर्वे कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेगी.

मदरसों के सर्वे को लेकर पहली बार अल्पसंख्यक मंत्री की खरी खरी कही ये बड़ी बात
हाइलाइट्समदरसों पर सर्वे को लेकर गर्म है उत्तर प्रदेश की राजनीतिअल्पसंख्यक मंत्री ने बैठक कर दिए कड़े निर्देश25 अक्टूबर तक सर्वे रिपोर्ट सौंपने को कहा लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इन दिनों मदरसों के सर्वे कराए जाने का मामला खूब गर्म है. राजनीतिक गलियारों में मदरसे चर्चा का विषय बने हुए हैं. मदरसों को लेकर जमकर सियासत हो रही है. कभी ओवैसी इस पर बयान देकर माहौल गर्म कर देते हैं, तो कभी धर्मगुरू सर्वे को मदरसों के साथ की जा रही जबरदस्ती बताकर बहस छेड़ देते हैं. इन सब के बीच अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने मदरसों में सर्वे करने के लिये टीम गठन को लेकर बैठक की. उन्होंने सर्वे, 15 से 22 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं. आज यानी बुधवार की मीटिंग में उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रदेश के गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे कराये जाने के लिए 10 सितम्बर तक सर्वे टीम गठित करने का आदेश दिया. उन्होंने 15 अक्टूबर, 2022 तक सर्वे कार्य पूरा कराये जाने के निर्देश भी दिये हैं ऐसा होगा टीम गठन का स्वरूप अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे के लिये गठित टीम में संबंधित तहसील के उपजिलाधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी शामिल होंगे. यह टीम अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) के निर्देशन में सर्वे कर जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपेगी. उन्होंने निर्देश दिया कि जिलाधिकारी द्वारा सर्वे की रिपोर्ट 25 अक्टूबर, 2022 तक शासन को उपलब्ध करायी जाए. उन्होंने कहा कि गैर मान्यता प्राप्त मदरसों में सर्वे टीम द्वारा मदरसे का नाम, मदरसे का संचालन करने वाली संस्था का नाम, स्थापना वर्ष, मदरसे की अवस्थिति का सम्पूर्ण विवरण, मदरसे में छात्र-छात्राओं के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधायें, अध्ययनरत छात्र-छात्राओं की कुल संख्या, मदरसों में शिक्षकों की कुल संख्या, मदरसों में लागू पाठ्यक्रम, मदरसे की आय का स्रोत तथा मदरसों में पढ़ रहे छात्र किसी अन्य विद्यालय में नामांकित हैं, जैसी चीजों का विवरण प्राप्त किया जाए. साथ ही किसी गैर सरकारी समूह अथवा संस्था से मदरसे की संबद्धता का विवरण भी लिया जाए. ये है सरकार की प्राथमिकता अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि अल्पसंख्यक समाज के बच्चों एवं युवाओं को गुणवत्तायुक्त और उत्कृष्ठ शिक्षा दी जाए, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके. उन्होंने कहा कि मदरसों में आवश्यक अवस्थापना संबंधी बुनियादी सुविधायें तथा उत्कृष्ठ शैक्षणिक परिवेश उपलब्ध कराते हुए, गुणवत्तायुक्त एवं आधुनिक शिक्षा प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले छात्र एवं छात्राओं को अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, कम्प्यूटर एवं अनय तकनीकी शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मदरसों के छात्रों का कौशल विकास कर समाज की मुख्यधारा में शामिल करना ही राज्य सरकार की प्राथमिकता है. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Chief Minister Yogi Adityanath, CM Yogi Aditya Nath, Lucknow news, Madarasa, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : September 08, 2022, 00:26 IST