जय भीम मॉडल से BSP को दक्षिण भारत में मिलेगी पहचान भतीते को आगे कर मायावती ने बनाया यह प्लान

बसपा के नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद यूथ कांफ्रेस 27 अगस्त को चेन्नई में करेंगे. इसमें जय भीम मॉडल पर फोकस किया जाएगा. आकाश युवाओं के बीच दलित समाज की सामाजिक-आर्थिक भागीदारी को लेकर विचारधारा को धार देंगे.

जय भीम मॉडल से BSP को दक्षिण भारत में मिलेगी पहचान भतीते को आगे कर मायावती ने बनाया यह प्लान
लखनऊ: यूपी, उत्तराखंड और पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा को हार का सामना करना पड़ा. दलित-ब्राह्मण-मुस्लिम कार्ड पर चुनाव लड़ने वाली बसपा ने अब यूथ पर फोकस करने की रणनीति बनाई है. इसके साथ ही जनाधार बढ़ाने के लिए दक्षिण भारत की ओर भी कदम बढ़ाने का फैसला किया है. इसके लिए बसपा प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे व पार्टी के नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद को आगे किया है. वह पहली बार चेन्नई से यूथ कांफ्रेन्स करने जा रहे हैं. सामाजिक-आर्थिक भागीदारी को देंगे धार नेशनल कॉर्डिनेटर आकाश आनंद यूथ कांफ्रेस 27 अगस्त को चेन्नई में करेंगे. इसमें जय भीम मॉडल पर फोकस किया जाएगा. आकाश युवाओं के बीच दलित समाज की सामाजिक-आर्थिक भागीदारी को लेकर विचारधारा को धार देंगे. दिल्ली में मायावती ने 20 राज्यों की समीक्षा बैठक की विधानसभा चुनाव हारने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहले यूपी की समीक्षा बैठक की. इसमें संगठन में फेरबदल किया. कई पद खत्म कर बूथ स्तर से लेकर जोनल स्तर तक नए सिरे से संगठन खड़ा करने के निर्देश दिए. इसके बाद जुलाई में मायावती ने दिल्ली की ओर रुख किया. यहां 10 जुलाई से करीब माह भर 20 से अधिक राज्यों की समीक्षा बैठक पार्टी पदाधिकारियों के साथ की. अब तक की सबसे कम मिली सीट बसपा वर्ष 1989 में यूपी विधानसभा के चुनाव लड़ा. तब उसे 13 सीटें मिलीं थीं। 1991 में 12, 1993 और 1996 में 67-67, वर्ष 2002 में 98 मिलीं थी. वर्ष 2007 में 206 सीटों के साथ बसपा को पूर्ण बहुमत मिला. यहां तक बसपा सुप्रीमो मायावती चार बार सीएम बनीं. इसके बाद से बसपा का पतन शुरू हो गया. वर्ष 2012 के चुनाव में बसपा को 80 सीटें ही मिलीं. वर्ष 2017 के चुनाव में तो बसपा की हालत और खराब हो गई. मात्र 19 सीटों पर सिमट आई. 2022 में सिर्फ एक सीट मिल सकी. वोट फीसद को भी लगा बड़ा झटका 2007 में मायावती ने सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले से विधानसभा में 30.43 फीसद वोट हासिल किए. 2009 के लोकसभा चुनावों में भी बसपा 27.4 फीसदी वोट हासिल किए. 2012 में सोशल इंजीनियरिंग की चमक कमजोर पड़ गई।वोट गिरते हुए 25.9 फीसदी पर पहुंच गए. 2014 के लोकसभा चुनावों में बसपा को 20 फीसदी वोट मिले. 2017 में 23 फीसदी वोट मिले और 2022 में सिर्फ 18.88 फीसद वोट हासिल किए. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: BSP chief Mayawati, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : August 26, 2022, 09:15 IST