Amarnath Yatra 2022: महादेव का शुक्रिया मैं जिंदा लौट आया गाजियाबाद के योगेश ने बताई आपबीती

Amarnath Yatra 2022: अमरनाथ यात्रा के दौरान गुफा के पास बादल फटने के कारण आए जलप्रलय का खौफनाक मंजर सभी यात्रियों का हमेशा याद रहेगा. इस बीच अमरनाथ यात्रा से गजियाबाद लौटे योगेश कौशिक ने बताया कि जब मुझे इस घटना के बारे में पता चला तो मैं पूरी तरीके से सहम गया था. महादेव का शुक्रिया करता हूं कि मैं जिंदा वापस आ पाया.

Amarnath Yatra 2022: महादेव का शुक्रिया मैं जिंदा लौट आया गाजियाबाद के योगेश ने बताई आपबीती
रिपोर्ट : विशाल झा गाजियाबाद. अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने के कारण आई जलप्रलय का खौफनाक मंजर सभी यात्रियों का हमेशा याद रहेगा. 8 जुलाई को हुए हादसे से अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं के परिवार वालों की चिंताएं बढ़ गई थीं. इस घटना में 16 श्रद्धालुओं की मौत हुई, तो 63 को बचा लिया गया. हालांकि कई लोग अभी भी लापता हैं. अमरनाथ यात्रा से गजियाबाद लौटे योगेश कौशिक ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि गुफा के पास काफी ज्यादा बारिश हो रही थी. हम तीन दोस्त अमरनाथ यात्रा पर गए थे. तीनों बिछड़ गए थे. मैं पूरी तरीके से भीग गया था. यह घटना काफी डरा देने वाली थी. योगेश कौशिक ने बताया कि इस घटना के एक दिन पहले 5:30 बजे मैं गुफा के पास ही था. जब मुझे इस घटना के बारे में पता चला तो मैं पूरी तरीके से सहम गया था. परिवार वाले रिश्तेदार और दोस्तों के लगातार फोन आने लगे और उनकी चिंताएं बढ़ गई थीं. महादेव का शुक्रिया करता हूं कि मैं जिंदा वापस आ पाया. एक रूट पर फिर शुरू की गई अमरनाथ यात्रा अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की बड़ी घटना को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से यात्रा रोक दी गई थी. हालात सामान्य होते ही यात्रा के एक रूट को दोबारा से शुरू कर दिया गया है. जम्मू बेस कैंप से यात्रियों का नया जत्था गुफा के दर्शन के लिए रवाना किया गया. अभी पहलगाम के नुनवान आधार शिविर से ही यात्रा शुरू की गई है. हालांकि यात्रियों को कष्ट ना हो इसके लिए हेलीकाप्टर सेवाएं दोनों रूट पर उपलब्ध रहेंगी. लाखों श्रद्धालु करते हैं अमरनाथ गुफा के दर्शन अमरनाथ मंदिर को हिंदुओं के सबसे पवित्र मंदिर में भी गिना जाता है. इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों में स्थान दिया गया है. ऐसी मान्यता है कि यहां भगवान शिव ने माता पार्वती को जीवन और अनंत काल के रहस्य की कहानी को सुनाया था. इस मंदिर का अधिकांश हिस्सा साल भर बर्फ से ढका रहता है. भक्तों को 35 से 48 किलोमीटर की कठिन यात्रा करनी पड़ती है. अमरनाथ मंदिर की ये पवित्र गुफा 12,756 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.अमरनाथ यात्रा का आयोजन हर वर्ष जम्मू कश्मीर सरकार और श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड द्वारा किया जाता है, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं बाबा बर्फानी के दर्शन पूजन के लिए जाते हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Amarnath Yatra, Ghaziabad NewsFIRST PUBLISHED : July 12, 2022, 18:57 IST