गाजियाबाद: जिले के मोदीनगर में स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर, जिसे आमतौर पर मोदी मंदिर के नाम से जाना जाता है, अपनी अद्वितीय वास्तुशिल्प और भव्यता के कारण विशेष महत्व रखता है. यह मंदिर दिल्ली के प्रसिद्ध बिड़ला मंदिर से काफी मिलता-जुलता है, खासकर इसकी अद्भुत नक्काशी और डिजाइन श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है. इसका निर्माण प्रतिष्ठित मोदी परिवार द्वारा करवाया गया था, और यह क्षेत्र के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्रों में से एक है.
राधाअष्टमी का उल्लासमय उत्सव
लक्ष्मीनारायण मंदिर में राधाअष्टमी का विशेष आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए. इस मौके पर मंदिर को भव्य ढंग से सजाया गया और भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की झांकी निकाली गई. श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन के माध्यम से भगवान की स्तुति की और उत्सव का माहौल भक्तिमय बना रहा. राधा-कृष्ण की आरती के दौरान पूरे मंदिर परिसर में भक्तों की उमंग और उत्साह देखने लायक था.
आकर्षक झांकियां और धार्मिक अनुष्ठान
इस विशेष अवसर पर मंदिर में राधा-कृष्ण की भव्य झांकियां सजाई गईं, जो श्रद्धालुओं के लिए मुख्य आकर्षण रहीं. साथ ही, पंडितों द्वारा विशेष हवन और पूजा का आयोजन किया गया, जिससे पूरे मंदिर में धार्मिक माहौल और भी गहन हो गया. भक्तों ने राधा-कृष्ण की प्रेम गाथा को श्रद्धा के साथ अनुभव किया और आस्था की नई ऊंचाइयों को छुआ.
आस्था का प्रमुख केंद्र
मोदी मंदिर सिर्फ अपनी भव्यता के लिए ही नहीं, बल्कि यहां नियमित रूप से होने वाले धार्मिक आयोजनों और उत्सवों के लिए भी जाना जाता है. यह मंदिर न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी आस्था और भक्ति का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है.
Tags: Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 16:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed