45 हजार में खरीदा नंबर फिर क्यों बिना रजिस्ट्रेशन के दौड़ रही थी पोर्शे कार

Pune Porche Accident: इस पोर्शे टायकन का मालिक विशाल अग्रवाल शहर का एक बड़ा बिल्डर है. आरटीओ अधिकारी के मुताबिक, उसने अपनी कार के लिए MH12-WQ2000 नंबर पसंद किया था. इसके लिए उसने 45000 रुपये भी चुकाए थे, लेकिन फिर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बीच में ही छोड़ दी गई.

45 हजार में खरीदा नंबर फिर क्यों बिना रजिस्ट्रेशन के दौड़ रही थी पोर्शे कार
पुणे. महाराष्ट्र के पुणे में पोर्शे कार से 2 लोगों की कुचलकर मौत मामले में लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इस घातक हादसे में शामिल पोर्शे टायकन की भारत में कीमत 1.6 करोड़ रुपये से 2.4 करोड़ रुपये के बीच है. यह लग्जरी कार इस साल मार्च से ही बिना नंबर रजिस्ट्रेशन के सड़कों पर दौड़ रही थी. अब आरटीओ ने बताया है कि महज 1758 रुपये के चलते इसके रईस मालिक ने रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं कराया था. इस पोर्शे टायकन का मालिक विशाल अग्रवाल शहर का एक बड़ा बिल्डर है. आरटीओ अधिकारी के मुताबिक, उसने अपनी कार के लिए MH12-WQ2000 नंबर पसंद किया था. इसके लिए उसने 45000 रुपये भी चुकाए थे, लेकिन फिर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बीच में ही छोड़ दी गई. उन्होंने कहा, ‘रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए हाइपोथिकेशन, स्मार्ट कार्ड और पोस्टल चार्ज के लिए 1758 रुपये लिए जाते हैं, लेकिन मालिक ने फीस ही नहीं चुकाई और रजिस्टेशन प्रोसेस बीच में ही छोड़ दी थी.’ यह भी पढ़ें-: कौन है ‘कातिल’ रईसजादे का पिता, क्या करता है काम? पुलिस को खूब छकाया, जानें कैसे लगा हाथ पुणे के रीजनल ट्रांसपोर्ट अफसर संजीव भोर ने कहा, ‘सभी इलेक्ट्रिक गाड़ियां (ईवी), चाहे दोपहिया या हाई-एंड चौपहिया वाहन, मोटर वाहन या रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन फीस चुकाने से छूट दी गई है. वह दूसरी पेट्रोल-डीजल गाड़ियों के लिए, रोड टैक्स (15 साल के लिए वैध) गाड़ी की ऑन-रोड कीमत का 20% है. यह पता चला है कि 18 अप्रैल को, वह कार आरटीओ ऑफिस आई थी और उसकी जांच की गई थी.’ रईस के बेटे की अय्याशी तो देखो! 1 पब, 90 मिनट और उड़ा दिए 48 हजार…पुणे पोर्शे कांड में पुलिस का बड़ा खुलासा इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मालिक ने कार के लिए एक पसंदीदा नंबर (MH12 WQ2000) खरीदा और इसके लिए भुगतान किया. हालांकि रजिस्ट्रेशन पूरा करने के लिए 1,758 रुपये की फीस पेंडिंग थी, इसलिए रजिस्ट्रेशन पूरा नहीं किया जा सका और नंबर नहीं दिया गया. हमें नहीं पता कि मालिक ने प्रक्रिया पूरी क्यों नहीं की.’ एक अन्य आरटीओ अधिकारी ने कहा कि ‘अगर कार ईवी नहीं होती, तो रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क के रूप में लगभग 50 लाख रुपये का भुगतान किया जाता. यह मानते हुए कि कार की कीमत कम से कम 2.25 करोड़ रुपये है, लगभग 45 लाख रुपये रोड टैक्स के रूप में और 5,000 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में चुकाए गए होंगे.’ FIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 08:18 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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