प्रशांत किशोर राजनीतिक पार्टी बनाएंगे या नहीं क्या है PK की प्लानिंग जानें कब साफ होगी तस्वीर
प्रशांत किशोर राजनीतिक पार्टी बनाएंगे या नहीं क्या है PK की प्लानिंग जानें कब साफ होगी तस्वीर
Bihar News: प्रशांत किशोर ने कहा कि यह प्रक्रिया हर जिले में पदयात्रा के दौरान होगी. साथ ही पश्चिम चंपारण जिले के सभी बड़ी समस्यायों पर भी मंथन कर उसकी प्राथमिकताएं और समाधान पर निर्णय होगा. प्रशांत किशोर ने बताया कि पदयात्रा के दौरान जिन गांवों और पंचायतों से वो गुजर रहे हैं, वहां की समस्यायों का संकलन भी करते जा रहे हैं.
हाइलाइट्सप्रशांत किशोर बिहार के अलग-अलग जिलों में जन सुराज यात्रा कर रहे हैं. पीके ने कहा है कि वह राजनीतिक पार्टी बनाएंगे कि नहीं यह जल्द ही तय किया जाएगा.
पटना. जाने-माने राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर बिहार के अलग-अलग जिलों में जन सुराज यात्रा कर रहे हैं. अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने अपने राजनीति भविष्य को लेकर भी बड़ा एलान कर दिया है. दरअसल प्रशांत किशोर ने कहा है कि वह राजनीतिक पार्टी बनाएंगे कि नहीं यह जल्द ही तय किया जाएगा. दरअसल प्रशांत किशोर बेतिया जिले में अधिवेशन करने वाले हैं.
ऐसे में प्रशांत किशोर ने अपनी चंपारण यात्रा के दौरान कहा कि वह अपनी पार्टी बनाएंगे या नहीं यह चंपारण के लोग ही तय करेंगे. वहीं इससे पहले प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा के 32वें दिन लौरिया प्रखंड समिति के सदस्यों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को जन सुराज अभियान के पश्चिम चंपारण जिले का अधिवेशन बेतिया में होगा. वहां जिले के सभी लोग जो जन सुराज अभियान से जुड़े हैं, उपस्थित रहेंगे और लोकतांत्रिक तरीके से वोटिंग के माध्यम से तय करेंगे की दल बनना चाहिए अथवा नहीं.
जानें पीके का पूरा प्लान
प्रशांत किशोर ने कहा कि यह प्रक्रिया हर जिले में पदयात्रा के दौरान होगी. साथ ही पश्चिम चंपारण जिले के सभी बड़ी समस्यायों पर भी मंथन कर उसकी प्राथमिकताएं और समाधान पर निर्णय होगा. प्रशांत किशोर ने बताया कि पदयात्रा के दौरान जिन गांवों और पंचायतों से वो गुजर रहे हैं, वहां की समस्यायों का संकलन भी करते जा रहे हैं. प्रशांत किशोर ने ये भी साफ़ किया कि बेतिया अधिवेशन में अगर तय हुआ कि राजनीतिक पार्टी बनानी है तो इसमें भी लोगों के सुझाव को ध्यान में रखकर ही पार्टी बनायी जाएगी.
प्रशांत किशोर को मिले ये सुझाव
प्रशांत किशोर ने ये भी साफ़ किया की अगर दल बनता है तब उसके संविधान में क्या-क्या होना चाहिए, इसका सुझाव भी लोग ही देंगे. लोगों ने सुझाव दिया है कि अगर दल बनता है तो 10 प्रतिशत टिकट पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े लोगों को दिए जाएं. एक और सुझाव है कि यह संविधान में लिख दिया जाए की दल में किसी को 2 टर्म से अधिक मौका नहीं मिले. ताकि नए लोगों को अवसर मिलता रहे. इसी तरह के कुछ और सुझाव आए हैं.
Right to Recall पर भी चर्चा
प्रशांत किशोर ने कहा कि एक सुझाव यह मिला है कि ‘Right to Recall’ का भी प्रावधान हो. अगर कोई प्रतिनिधि जीत कर जाने के बाद ठीक से काम नहीं कर रहा है और जनमत उसके विरोध में है तो 25 प्रतिशत जनता से लिखवा कर पार्टी उन्हें मजबूर कर सके कि वो अपना इस्तीफा दें. ऐसे लोग अलग-अलग सुझाव दे रहे हैं. मगर अभी चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. यह सब तब जनमत के माध्यम से तय होगा जब पार्टी बनाने का फ़ैसला होगा और राज्य स्तर के सम्मेलन में इन बातों को सब के बीच रखा जाएगा.
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Tags: Bihar politics, Prashant Kishor, Prashant KishoreFIRST PUBLISHED : November 02, 2022, 21:33 IST