एमपी को ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है पीएफआई कट्टरपंथ के लिए सैलरी

NIA Raid on PFI : मध्य प्रदेश के 25 जिलों में पीएफआई का नेटवर्क फैल चुका है. 5 जिले श्योपुर, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा जिले हॉट स्पॉट हैं. इस संगठन की जेएमबी और सिमी आतंकी संगठन से कनेक्शन की जांच की जा रही है. 5 जिलों में मजबूत नेटवर्क होने के साथ पीएफआई का पूरे मध्यप्रदेश में सदस्यता अभियान चल रहा था. इतने कम समय में इसके हजारों सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं. हालांकि इन सदस्यों के किसी तरह की आतंकी घटना में शामिल होने के फिलहाल कोई सबूत नहीं मिले हैं. लेकिन देश विरोधी गतिविधियों के कारण पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया प्रदेश और केंद्र की जांच एजेंसियों के निशाने पर था. एक तरह से देश विरोधी अभियान चलाने के लिए संगठन एक समुदाय के लोगों को भड़काने का काम कर रहा था.

एमपी को ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है पीएफआई कट्टरपंथ के लिए सैलरी
भोपाल. एनआईए के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर छापों के बाद जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पीएफआई मध्यप्रदेश को ट्रेनिंग सेंटर के तौर पर इस्तेमाल कर रहा था. युवाओं को इसके लिए सैलरी दी जा रही थी. यहां पीएफआई का एक बड़ा नेटवर्क सामने आ रहा है. इनमें पांच जिले हॉट स्पॉट बन चुके हैं. बहुत कम समय में पीएफआई अपने हजारों युवा सदस्य बना चुका है. इन सदस्यों को सैलरी देकर उन्हें देश विरोधी गतिविधियों के लिए तैयार कर रहा था.इस नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए अब केंद्र की एजेंसियां भी जुट गई हैं. एनआईए ने भोपाल में अपना कार्यालय  खोल लिया है. प्रदेश में पहले से सक्रिय आतंकी संगठनों से पीएफआई के कनेक्शन भी खंगाले जा रहे हैं. एनआईए ने गुरुवार को देशभर में छापा मार कर पीएफआई के 100 से ज्यादा सदस्यों को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है. इनके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और कई दस्तावेज बरामद किए गए. मध्य प्रदेश के उज्जैन और इंदौर से भी पीएफआई के चार नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. ये पदाधिकारी मध्यप्रदेश में पीएफआई का नेटवर्क मजबूत कर रहे थे. आरोप है पीएफआई कट्टरवादी विचारधारा के प्रचार प्रसार के लिए युवाओं को ट्रेनिंग देता था. ट्रेनिंग के बाद एक व्यक्ति को 7000 से 40000 रूपए तक सैलरी के रूप में दिए जाते थे. 2 महीने के बीच यह राशि प्रचार प्रसार  करने वाले व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर की जाती थी. ये पैसा किताबें, पर्चे तैयार करने, इसे बांटने, इंटरनेट और आने जाने के लिए खर्च किया जाता था. 25 जिलों में नेटवर्क मध्य प्रदेश के 25 जिलों में पीएफआई का नेटवर्क फैल चुका है. 5 जिले श्योपुर, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, खंडवा जिले हॉट स्पॉट हैं. इस संगठन की जेएमबी और सिमी आतंकी संगठन से कनेक्शन की जांच की जा रही है. 5 जिलों में मजबूत नेटवर्क होने के साथ पीएफआई का पूरे मध्यप्रदेश में सदस्यता अभियान चल रहा था. इतने कम समय में इसके हजारों सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं. हालांकि इन सदस्यों के किसी तरह की आतंकी घटना में शामिल होने के फिलहाल कोई सबूत नहीं मिले हैं. लेकिन देश विरोधी गतिविधियों के कारण पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया प्रदेश और केंद्र की जांच एजेंसियों के निशाने पर था. एक तरह से देश विरोधी अभियान चलाने के लिए संगठन एक समुदाय के लोगों को भड़काने का काम कर रहा था. ये भी पढ़ें-NIA Raid : एमपी में पकड़े गए पीएफआई नेताओं का शरिया कानून लागू करवाने का था षडयंत्र सूफा से जुड़े 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट पेश… एनआईए ने जयपुर कोर्ट में आतंकी संगठन सूफा से जुड़े 11 लोगों के खिलाफ चार्जशीट पेश की. इनमें मुख्य आरोपी इमरान सहित 10 आरोपी मध्यप्रदेश के रतलाम के रहने वाले हैं. एनआईए की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं. ये सभी खूंखार आतंकी संगठन से प्रभावित थे. मुख्य साजिशकर्ता इमरान मीटिंग और ट्रेनिंग करवाता था. 30 अप्रैल 2022 को 11 आरोपियों के पास से विस्फोटक सामग्री जब्त की गयी थी. ये सभी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से विस्फोटक सामग्री के साथ  गिरफ्तार किए गए थे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: NIA, PFIFIRST PUBLISHED : September 23, 2022, 19:05 IST