रेवन्ना राक्षससेक्युलर सिविल कोड शिगूफा PM के भाषण पर कांग्रेस का पटलवार

स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी के भाषण की कांग्रेस पार्टी ने आलोचना की है. वहीं एनडीए की सहयोगी जदयू ने कहा है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड एक संवदेनशील मुद्दा है. इस पर व्यापक विचार विमर्श की जरूरत है.

रेवन्ना राक्षससेक्युलर सिविल कोड शिगूफा PM के भाषण पर कांग्रेस का पटलवार
स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से पीएम नरेंद्र मोदी के भाषण की कांग्रेस पार्टी ने आलोचना की है. पीएम मोदी ने अपने 98 मिनट के भाषण में कई अहम मुद्दों की चर्चा की. इसमें वन नेशन वन इलेक्शन, राजनीति में युवाओं की भागीदारी, महिलाओं की सुरक्षा जैसे मसले थे. उनकी इन्हीं बातों पर अपनी प्रतिक्रिया में कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश अभी तैयार नहीं है. जहां तक राजनीति में युवा लोगों के आने की बात है तो यह पूछना चाहिए कि पीएम कितने साल के हैं? डेढ़ लोगों ने पूरी पार्टी और सरकार पर कब्जा किया हुआ है. उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ कांग्रेस ने युवा का शामिल किया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए पीएम इन मुद्दों को छेड़ रहे हैं. श्रीनेत ने कहा कि महिलाओं पर बोलना चाहिए लेकिन प्रज्वल रेवन्ना भी तो राक्षस है. भाजपा के नेता बृजभूषण के साथ भी खड़े दिखे. वन नेशन वन इलेक्शन का स्वागत उधर, कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि सेक्युलर सिविल कोड क्या है, हम तो एक ही सिविल कोड के बारे में जानते हैं जो संविधान में है, सबसे बात कर के ही इस पर आगे बढ़ना चाहिए. पीएम ने अपने भाषण में सेक्युलर सिविल कोड बनाने की बात कही है. विवेक तन्खा ने आगे कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन का स्वागत है. इसे शुरू में कांग्रेस पार्टी ने करवाया भी था. लेकिन अब यह कैसे संभव है? कहीं विधानसभा भंग हो जाती है कहीं कुछ और हो जाता है. इसलिए संसदीय लोकतंत्र में यह कैसे संभव है. उन्होंने आगे कहा कि यह सही है कि राजनीति में यंग ब्लड आना चाहिए, लेकिन यह काम उनकी पार्टी में भी हो. पीएम ने कोलकाता की घटना के बारे में कहा. इस मसले पर हम सब साथ हैं लेकिन मणिपुर के बारे में भी तो बोलना चाहिए न. जेडीयू ने कहा संवेदनशील मुद्दा उधर, एनडीए की सहयोगी जेडीयू ने भी पीएम मोदी के भाषण पर अपना बयान दिया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कॉमन सिविल कोड एक संवेदनशील विषय है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर व्यापक चर्चा की बात कही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्षों पहले लॉ कमीशन को अपनी राय दी थी. नीतीश कुमार ने इस संवेदनशील विषय पर आम सहमति और व्यापक चर्चा की जरूरत जताई थी. ऐसा देश जो विविधताओं से भरा है जहां अलग-अलग धर्म और क्षेत्रीयता है वहां व्यापक विमर्श की बुनियाद पर ही ऐसे संवेदनशील सवाल का समाधान किया जाना संभव है. Tags: Congress, Pm modi newsFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 16:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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