कौन है ये अल्फा भेड़िया इंसानों से 10 गुना ताकतवर 100 गुना सूंघने की क्षमता!

डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि "अल्फा" भेड़िया वह होता है जो भेड़ियों के समूह का मुखिया होता है. यह भेड़िया न सिर्फ समूह के बाकी सदस्यों से शारीरिक रूप से ताकतवर होता है, बल्कि सबसे समझदार और सक्षम भी होता है. वह समूह के हर सदस्य को निर्देश देता है, शिकार की योजना बनाता है.

कौन है ये अल्फा भेड़िया इंसानों से 10 गुना ताकतवर 100 गुना सूंघने की क्षमता!
पीलीभीत. बीते कई दिनों से यूपी में खूंखार भेड़ियों का कहर जारी है. ये खूंखार भेड़िए रात में घात लगाकर लोगों का शिकार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैला कारवां अब मध्य प्रदेश में भी पहुंच चुका है. ऐसे में लोगों को भेड़ियों के बारे में जानने में दिलचस्पी हुई है. भेड़ियों के बारे में सुनते ही उनके नेतृत्वकर्ता “अल्फा” भेड़िया की छवि सामने आती है. भेड़ियों के झुंड में अल्फा भेड़िया वह होता है जो समूह का नेतृत्व करता है, लेकिन क्या सच में अल्फा भेड़िया इंसानों से 10 गुना ताकतवर और 100 गुना ज्यादा सूंघने की क्षमता रखता है? तक़रीबन 3 दशकों से पीलीभीत में वन एवं वन्य जीवों पर कार्य कर रहे वरिष्ठ पत्रकार डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने लोकल 18 से ख़ास बातचीत की है. डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि “अल्फा” भेड़िया वह होता है जो भेड़ियों के समूह का मुखिया होता है. यह भेड़िया न सिर्फ समूह के बाकी सदस्यों से शारीरिक रूप से ताकतवर होता है, बल्कि सबसे समझदार और सक्षम भी होता है. वह समूह के हर सदस्य को निर्देश देता है, शिकार की योजना बनाता है, और समूह की सुरक्षा का ध्यान रखता है. क्या है भेड़ियों की ताकत का सच? डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि अल्फा भेड़िया भेड़ियों के समूह का सबसे शक्तिशाली सदस्य होता है, लेकिन इंसानों से 10 गुना ज्यादा ताकत की बात पूरी तरह से सही नहीं है. हालांकि, भेड़ियों के पास अद्वितीय मांसपेशीय ताकत होती है, खासकर जब शिकार करने की बात आती है. उनका शरीर इस तरह विकसित हुआ है कि वे बड़ी और तेज गति से दौड़ने वाले जानवरों को पकड़ सकते हैं. उनके जबड़े की ताकत इतनी होती है कि वे बड़ी हड्डियों को भी आसानी से तोड़ सकते हैं. क्या सच में दूर से पहचान सकता है शिकार का गंध? डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि इंसानों की तुलना में भेड़ियों की सूंघने की क्षमता बेहद अद्वितीय होती है. वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, भेड़िया इंसानों से लगभग 100 गुना बेहतर सूंघने की क्षमता रखता है. उनके नाक में लगभग 300 मिलियन सूंघने वाली कोशिकाएं होती हैं, जबकि इंसानों में यह संख्या सिर्फ 5 मिलियन के करीब होती है. यही कारण है कि वे दूर से ही शिकार की गंध पहचान सकते हैं और शिकार की दिशा का अनुमान लगा सकते हैं. अल्फा भेड़िया करता है समूह का नेतृत्व डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने बताया कि अल्फा भेड़िया अपनी नेतृत्व क्षमता के लिए जाना जाता है. वह अपने झुंड को शिकार करने, सुरक्षा और प्रजनन की जिम्मेदारी निभाने में मार्गदर्शन करता है. भेड़ियों के पास लंबी दूरी तक तेज गति से दौड़ने की अद्वितीय क्षमता होती है. वे कई मीलों तक बिना रुके शिकार का पीछा कर सकते हैं, और यह क्षमता उन्हें अन्य जानवरों से अलग बनाती है. भेड़ियों का समूह एक अनुशासित संरचना का पालन करता है. अल्फा भेड़िया समूह का नेतृत्व करता है, जबकि बाकी सदस्य उनके आदेशों का पालन करते हैं. अल्फा भेड़िया और इंसानों की तुलना गलत डॉ. अमिताभ अग्निहोत्री ने लोकल 18 को बताया कि हालांकि अल्फा भेड़िया ताकतवर और कुशल शिकारी होते हैं, लेकिन इंसानों से 10 गुना ज्यादा ताकत की बात थोड़ी बढ़ा-चढ़ा कर कही गई है. इंसान अपने बौद्धिक और तकनीकी कौशल के कारण भेड़ियों की तुलना में अलग तरह से शक्तिशाली हैं. भेड़ियों की सूंघने और सामाजिक संगठन की क्षमताएं जरूर अनोखी हैं, लेकिन भेड़िये और इंसान अलग-अलग क्षमताओं में श्रेष्ठ हैं. Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 19:50 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed