हर हाल में पकड़ा जाएगा पीलीभीत का ये बाघ वन विभाग ने दिया आदेश! जानें कारण
हर हाल में पकड़ा जाएगा पीलीभीत का ये बाघ वन विभाग ने दिया आदेश! जानें कारण
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बीते कुछ दिनों से बांसखेड़ा व आसपास के गांव में बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है. ग्रामीणों और बाघ की सुरक्षा को देखते हुए बाघ को रेस्क्यू करने की अनुमति मांगी गई थी जिसे उच्चाधिकारियों द्वारा स्वीकृत कर लिया गया है.
पीलीभीत : उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले में दहशत का पर्याय बने बाघ को जल्द ही पकड़ा जाएगा. सोमवार को पीलीभीत में एक किसान बंदर को भगाते हुए वन सीमा में प्रवेश कर गया था. जिसके बाद बाघ ने उसे अपना निवाला बना लिया था. स्थानीय निवासियों के अक्रोश को देखते हुए वन विभाग के बड़े अधिकारियों की ओर से इस बाघ को रेस्क्यू करने का आदेश दिया गया है.
दरअसल पीलीभीत के कलीनगर तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांव पीलीभीत टाइगर रिजर्व की माला और महोफ वन रेंज की सीमा पर बसे हुए हैं. ऐसे में इन इलाकों में दशकों से मानव और वन्यजीव संघर्ष देखा जा रहा है. लेकिन जैसे-जैसे पीटीआर में बाघों की संख्या और वन क्षेत्रों पर अतिक्रमण में वृद्धि हुई है वैसे वैसे ही इन घटनाओं में भी इजाफा हुआ है.
क्या एक बाघ ही दे रहा है घटना को अंजाम?
अगर माला वन रेंज से सटे मथना ज़ब्ती इलाके के आसपास के तमाम गांव की बात करें तो यहां बीते तकरीबन एक साल में बाघ के हमले के तकरीबन दर्जन भर मामले देखे गए हैं. इस ही इलाके से 2 बाघिन को भी रेस्क्यू किया जा चुका है. बावजूद इसके भी इन गांवों में हमले की घटनाओं में कमी नहीं आई है. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि एक ही बाघ इस इलाके में सिलसिलेवार ढंग से हमले कर रहा है.
जल्द ही किया जाएगा बाघ का रेस्क्यू
अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि बीते कुछ दिनों से बांसखेड़ा व आसपास के गांव में बाघ की चहलकदमी देखी जा रही है. वहीं सोमवार को एक हमले की घटना भी घटित हुई है. ग्रामीणों और बाघ की सुरक्षा को देखते हुए बाघ को रेस्क्यू करने की अनुमति मांगी गई थी जिसे उच्चाधिकारियों द्वारा स्वीकृत कर लिया गया है.
Tags: Local18, Pilibhit news, Uttar Pradesh News Hindi, Wild animalsFIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 12:10 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed