शारदा नदी में छोड़ा गया 5 लाख क्यूसेक पानी क्या पीलीभीत में मचेगी तबाही

आज उत्तराखंड स्थित बनबसा बैराज से तक़रीबन 5 लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में डिस्चार्ज किया जा रहा है. आने वाले कुछ घंटों में पानी के पीलीभीत हो जाने की आशंका जताई जा रही है. प्रशासन को आशंका है कि इतना पानी आने से ट्रांस शारदा क्षेत्र के 80 से भी अधिक ग्राम पंचायतों को बाढ़ से जूझना पड़ सकता है.

शारदा नदी में छोड़ा गया 5 लाख क्यूसेक पानी क्या पीलीभीत में मचेगी तबाही
पीलीभीत. उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के ट्रांस शारदा इलाके में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. उत्तराखंड के पहाड़ों पर लगातार हुई बारिश के बाद शारदा नदी का जलस्तर काफ़ी अधिक बढ़ गया है तो वहीं उत्तराखंड के बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ का ख़तरा बरकरार हो गया है. गौरतलब है कि भारी बारिश के बाद बनबसा बैराज से 5 लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में रिलीज किया गया है. बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. दरअसल बीते 2 दिनों से समूचे उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का प्रकोप देखने को मिल रहा है. उत्तराखंड में हुई ज़ोरदार बारिश के बाद पीलीभीत से गुज़रने वाली शारदा नदी का जलस्तर हर बार की तरह एक बार फिर से बढ़ गया है. जहां बीते दिनों साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर ही ट्रांस शारदा इलाक़े के दर्जनों गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे. वहीं आज उत्तराखंड स्थित बनबसा बैराज से तक़रीबन 5 लाख क्यूसेक पानी शारदा नदी में डिस्चार्ज किया जा रहा है. आने वाले कुछ घंटों में पानी के पीलीभीत हो जाने की आशंका जताई जा रही है. प्रशासन को आशंका है कि इतना पानी आने से ट्रांस शारदा क्षेत्र के 80 से भी अधिक ग्राम पंचायतों को बाढ़ से जूझना पड़ सकता है. आपको बता दें कि यह इलाक़ा भारत नेपाल सीमा पर स्थित है. बाराही रेंज पर भी पड़ेगा असर शारदा नदी से सटकर ही पीलीभीत टाइगर रिज़र्व की बाराही रेंज स्थित है. जहां बारिश के बाद बाढ़ का पानी शारदा नदी में पहुंचेगा तो ऐसे में इंसानों के साथ ही साथ इस वन रेंज में मौजूद वन्यजीवों पर भी इस बाढ़ का असर पड़ेगा. जहां एक तरफ जिला प्रशासन बाढ़ से निपटने की तैयारियों में जुटा है तो वहीं वन विभाग भी इस ओर कदम उठा रहा है. हर साल बाढ़ का दंश झेलते हैं ग्रामीण दरअसल भारत-पाक विभाजन के दौरान हज़ारों विस्थापित हिन्दू बंगाली समुदाय के लोगों को शारदा नदी के किनारे बसाया गया था. इसके साथ ही साथ इलाके में एक बड़ी सिक्ख आबादी भी रखती है. यह पहला मौक़ा नहीं है जब शारदा नदी में बाढ़ का ख़तरा मंडरा रहा है. इस इलाके के ग्रामीण हर साल ही बाढ़ का दंश झेलते हैं. लगातार कई दशकों से स्थाई बाढ़ नियंत्रण बचाव कार्य की मांग उठाई जा रही है. लेकिन आज तक बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों को आश्वासन के सिवा कुछ भी नहीं मिला. Tags: Flood alert, Local18, Pilibhit news, UP floods, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 13, 2024, 18:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed