रामपुर: रामपुर में नवाबों के हिंदुस्तानी ख्याल और मिर्जा गालिब की मशहूर शायरी से भरी महफिलों में शाही दस्तरख्वान का जायक़ा दुनियाभर में मशहूर है. मुगलई व्यंजन आज भी स्वाद के साथ समृद्धि और जटिलता के मामले में राज करते हैं. रामपुरी व्यंजनों की खूबसूरती इसकी सादगी में है. मलाईदार, समृद्ध गुलत्ती मिठाई के प्रेमियों को प्रेरित किया हरे पिस्ता, गहरे किशमिश और चमकीली चांदी की वर्क से सजी मिट्टी के कटोरे में गुलत्थी का टेस्ट बिल्कुल ही अलग होता है.
रामपुर में गुलत्ती की यह दुकान थाना सिविल लाइंस रामरहीम पूल के पास है, जिसका जलवा पिछले 15 से अधिक वर्षों से बरकरार है.रामपुर में गुलत्ती खाने वालों की सबसे ज्यादा भीड़ अगर कहीं दिखाई देगी, तो यही दुकान है. स्वाद में बेहतरीन और पौष्टिक गुलत्ती की मिठास एक बार जिसने चख ली, वह बार-बार फेमस गुलत्ती खाने आता है. इस शॉप पर घर के सादी सफेद दूध से बनी सबसे लोकप्रिय मिठाइयों में से एक है जो आपके मुंह में जाते ही पिघल जाती है.
स्वाद का जलवा
फेमस लस्सी के संचालक शाहबुद्दीन इलियास शाबू खां बताते है कि यूं ही नहीं इस मिठाई का स्वाद 15 वर्षो से बरकार है इसमें घर के दूध से निकलने वाला घी इस्तेमाल होता है और घर के प्योर दूध से पहले मावा तैयार किया जाता है. फिर उसी मावे की करीब एक घंटा घोट कर ये गुलत्ती बनती है.
क्या है कीमत
दुनाकदार ने कहा, ‘शादी पार्टियों में हमारे यहाँ की गुलत्ती की भारी डिमांड रहती है जिसकी कीमत 600 रुपये किलोग्राम है और एक बॉल 40 रुपये में खाया जाता है. दुकान का खुलने का समय सुबह 10 बजे से रात 11 बजे तक है’.
Tags: Food 18, Local18, Sweet DishesFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 10:51 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed