बिहार के चंपारण हांडी मीट को चैलेंज दे रहा कालिका मटन

कालिका होटल आजमगढ़ में 1951 से चल रहा है. आजादी के समय से ही यह आजमगढ़ के लोगों के स्वाद का मुख्य केंद्र बना हुआ है.

बिहार के चंपारण हांडी मीट को चैलेंज दे रहा कालिका मटन
आजमगढ़: यूपी का आजमगढ़ शहर अपने पारंपरिक और पौराणिक मान्यताओं के साथ-साथ खाने-पीने के व्यंजनों के कारण भी प्रदेश में काफी मशहूर है. इसी तरह आजमगढ़ में एक ऐसी दुकान है जो जिले या प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश भर में अपनी पहचान बनाए हुए हैं. हम बात कर रहे हैं आजमगढ़ के प्रसिद्ध कालिका होटल की. यह होटल अपने प्रसिद्ध मटन के लिए पूरे देश भर में मशहूर है. इसकी प्रसिद्धि का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले में आपको कालिका होटल या रेस्टोरेंट नाम से एक दुकान जरूर देखने को मिल जाएगी. कालिका होटल आजमगढ़ में 1951 से चल रहा है. आजादी के समय से ही यह आजमगढ़ के लोगों के स्वाद का मुख्य केंद्र बना हुआ है. आजमगढ़ ही नहीं बल्कि आसपास और दूर दराज के जिलों से आने वाले लोग भी एक बार यहां आकर इसका स्वाद चखने से अपने आप को रोक नहीं पाते. खाने पीने की नई-नई चीजों को तलाशने वाले लोगों की अक्सर यहां पर भीड़ इकट्ठा रहती है. नॉनवेज खाने के शौकीन लोगों के लिए यह सबसे मन पसंद जगह में से एक है. नाम के इस्तेमाल पर रोक टोक नहीं आजमगढ़ के इस कालीका होटल में आने वाले बहुत लोग तो ऐसे भी हैं जो, यहां पर आकर मटन का स्वाद चखने के बाद इसी नाम से अपने शहर में एक दुकान खोले हुए हैं और वह आजमगढ़ के मशहूर कालिका होटल के नाम पर अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. होटल संचालक रूपचंद्र चौहान बताते हैं कि हमने आज तक इसके लिए किसी भी तरीके की रोक-टोक नहीं की है लोग यहां आते हैं हमारे हाथों से बने हुए मटन का स्वाद चखते हैं और अपने शहर में जाकर इसी नाम से अपनी दुकान खोल लेते हैं. लकड़ी के चूल्हे से आता है असली स्वाद स्वाद और रेसिपी पर बात करते हुए कालिका होटल के मालिक रूपचंद्र चौहान ने बताया की मटन बनाने के लिए वह पारंपरिक मसाले का ही इस्तेमाल करते हैं. सारे मसाले की रेसिपी अपने हाथों से खुद तैयार करते हैं. इसके अलावा मटन को पकाने के लिए किसी भी तरीके का एलपीजी सिलेंडर आदि का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. बल्कि लकड़ी के चूल्हे पर ही मटन पकाया जाता है, जिससे स्वाद में विशेष रूप की मिठास आ जाती है. जो लोगों को बेहद पसंद आती है. 20 से 25 किलो मटन की बिक्री रूपचंद्र चौहान ने बताया कि एक दिन में लगभग 20 से 25 किलो मटन की बिक्री हो जाती है इसके अलावा चिकन और फिश भी लोग खाना खूब पसंद करते हैं. आजमगढ़ में कालिका होटल वर्तमान मे जिले की पहचान बना हुआ है. Tags: Food 18, Local18FIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 09:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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