OPINION: पीएम नरेंद्र मोदी की दुनिया के विभिन्न गुटों में है अलग पहचान

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक नेता के तौर पर उभर रहे हैं और दुनिया के विभिन्न मतों वाले देश में उनकी अपनी पहचान है और उनकी बात सुनी जाती है. रूस और ऑस्ट्रिया की हालिया दौरे से इस बात को...

OPINION: पीएम नरेंद्र मोदी की दुनिया के विभिन्न गुटों में है अलग पहचान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक नेता के तौर पर उभर रहे हैं और दुनिया के विभिन्न मतों वाले देश में उनकी अपनी पहचान है और उनकी बात सुनी जाती है. रूस और ऑस्ट्रिया की हालिया दौरे से इस बात को और भी अधिक बल मिलता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस और आस्ट्रिया के दौरे का सूक्ष्म और बारीक विश्लेषण किया जाए तो वह सही मायने में वैश्विक नेता के तौर पर उभर रहे हैं. रूस और यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे का विश्लेषण करें तो यह साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि इस युद्ध से जुड़े सभी पक्ष अपनी बात सुनते हैं. एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि युद्ध किसी भी मसाले का समाधान नहीं हो सकता और उन्होंने बातचीत के जरिए रूस और यूक्रेन युद्ध को सुलझाने की अपील की वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस का दौरा समाप्त कर ऑस्ट्रिया पहुंचे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस के बाद ऑस्ट्रिया दौरे को इस पृष्ठभूमि में भी समझ जाना चाहिए कि ऑस्ट्रिया यूक्रेन का मित्र राष्ट्र है. हालांकि ऑस्ट्रिया यूरोपीय संघ का सदस्य है लेकिन वह नाटो का सदस्य देश नहीं है. इस पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक साथ रूस और ऑस्ट्रिया द्वारा काफी महत्वपूर्ण हो जाता है. ऑस्ट्रिया में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन युद्ध के प्रति अपने नजरिए को दर्शाते हुए कहा कि शांति के द्वारा ही इस मसले का समाधान हो सकता है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान दोनों ही देश के राष्ट्राध्यक्ष बातचीत करके शांति की अपील कर चुके हैं . रूस के साथ इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूस दौरे में भारत और रूस ने आपसी व्यापार को वर्ष 2030 तक 100 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक पहुंचाने पर सहमति जताई है. यह लक्ष्य निवेश को बढ़ावा देकर, आपसी व्यापार के लिए राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग और ऊर्जा से लेकर कृषि एवं बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर हासिल किया जाएगा. दोनों पक्षों ने रूस-भारत व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देकर द्विपक्षीय बातचीत को अतिरिक्त प्रोत्साहन देने की बात भी कही. दोनों देशों ने सहयोग के 9 प्रमुख क्षेत्रों पर सहमति व्यक्त की। इनमें व्यापार, राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग करके व्यापार निपटान, उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे जैसे नए मार्गों के जरिए माल परिवहन कारोबार में वृद्धि शामिल हैं. सहयोग के अन्य क्षेत्रों में कृषि उत्पादों, खाद्य और उर्वरक व्यापार में वृद्धि, परमाणु ऊर्जा सहित ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करना, बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बातचीत को मजबूत करना, डिजिटल अर्थव्यवस्था में निवेश और संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ावा देना, दवाओं की आपूर्ति में सहयोग और मानवीय सहयोग को प्रोत्साहन शामिल है. ऑस्ट्रिया दौरे पर इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑस्ट्रिया द्वारा किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा 41 साल बाद किया गया दौरा है. इससे पहले इंदिरा गांधी ऑस्ट्रिया गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरे में कहा कि आज चांसलर नेहमर और मेरे बीच बहुत ही सार्थक चर्चा हुई. हमने अपने सहयोग को और मजबूत करने के लिए नए अवसरों की पहचान की है. हमने अपने संबंधों को रणनीतिक दिशा प्रदान करने का निर्णय लिया है. आने वाले दशकों में सहयोग के लिए एक खाका तैयार किया गया है.यह केवल आर्थिक सहयोग और निवेश तक ही सीमित नहीं है. बुनियादी ढांचे के विकास, नवाचार, नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन, जल और अपशिष्ट प्रबंधन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में अपनी शक्तियों को संयोजित करने के लिए दोनों देश मिलकर के काम करेंगे. (डिस्क्लेमर: ये लेखक के निजी विचार हैं. लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सत्यता/सटीकता के प्रति लेखक स्वयं जवाबदेह है. इसके लिए jharkhabar.comHindi उत्तरदायी नहीं है.) Tags: News Blog, PM ModiFIRST PUBLISHED : July 11, 2024, 12:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed