Opinion: पीएम मोदी की पहल का नतीजा दुनिया में मेड इन इंडिया की बढ़ रहा धमक
Opinion: पीएम मोदी की पहल का नतीजा दुनिया में मेड इन इंडिया की बढ़ रहा धमक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेड इन इंडिया पहल विश्व स्तर पर भारतीय निर्मित उत्पादों को एक नयी पहचान और भारत की धमक को बढ़ा रहा है. भारतीय साइकिल से लेकर डिजिटल भुगतान तक भारत अपने उत्पादों से दुनिया में धूम मचा रहा है....
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेड इन इंडिया पहल विश्व स्तर पर भारतीय निर्मित उत्पादों को एक नयी पहचान और भारत की धमक को बढ़ा रहा है. भारतीय साइकिल से लेकर डिजिटल भुगतान तक भारत अपने उत्पादों से दुनिया में धूम मचा रहा है.
भारत की बनी साइकिल की दुनिया में धूमभारत में बनी साइकिल आज दुनिया के मार्केट में अपनी एक अलग छाप बना रही है. आपको जानकर हैरानी होगी की भारत में बनी साइकिल यूके, जर्मनी और नीदरलैंड में रहे रहे लोगो की पहली पसंद बनी हुई है. इन देशो में भारत की साइकिल का निर्यात रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ा है. यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारत के बढ़ते प्रभाव को उजागर करती है.
‘मेड इन बिहार’ के बूट
‘मेड इन बिहार’ के बूट अब रूसी सेना की पहली पसंद बन गयी है. हाजीपुर में बने सुरक्षा जूतों की सप्लाई रूसी सेना को की जा रही है. इन जूतों को पहनकर रूसी सेना युद्ध क्षेत्र में अपना पराक्रम दिखा रही है. हाजीपुर स्थित कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाए गए उच्च गुणवत्ता के सुरक्षा जूतों की सप्लाई रूसी सेना को की जा रही है. इसके जरिए कंपनी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रवेश किया है. 2018 में स्थापित, कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स कंपनी अपने उत्पाद की गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्ध है. पिछले साल ही, कंपनी ने 100 करोड़ रुपये मूल्य के 1.5 मिलियन जोड़ी जूते निर्यात किए, और आगामी वर्ष में इस आंकड़े को 50 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना है.
कश्मीरी विलो बैट
कश्मीरी विलो बैट अब दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों की बनी पहली पसंद. आपको बता दें कि कश्मीर की विलो बैट अब दुनिया में चर्चा का विषय है और क्रिकेट खिलाड़ियों की पहली पसंद है. कश्मीर विलो बैट इंग्लिश विलो से बने बैट की तुलना में थोड़े भारी होते हैं, लेकिन साथ ही बेहद टिकाऊ भी होते हैं. पेशेवर क्रिकेटर के लिए इनसाइड नेट पर खेलने के लिए ये सबसे बढ़िया विकल्प हैं.
अमूल डेयरी प्रॉडक्ट
अब बात करते है एक डेयरी उत्पाद की जो दुनिया में धूम मचा रही है, बात कर रहा हूँ अमूल की. अमूल ने अमेरिका में अपने उत्पाद को लॉन्च की, और जिस तरीके से भारत के इस स्वाद की लोकप्रियता बढ़ी है जिसकी तुलना नहीं की जा सकती है. आज अमेरिका समेत कई देशो में अमूल के उत्पाद वहां के लोगो की पहली पसंद बन गयी है.
भारत की यूपीआई प्रणाली
भारत की यूपीआई प्रणाली की मुरीद दुनिया के तमाम देश हैं साथ ही यह प्रणाली आज भारत की पहचान बनती जा रही है. आज कई देश इस प्रणाली का इस्तेमाल कर रही हैं. देश की यह तकनिकी क्रांति भारत के नेतृत्व और दुनिया भर में डिजिटल लेनदेन में क्रांति लाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.
ब्रह्मोस मिसाइल का लोहा
मेड इन इंडिया का जलवा अब पूरी दुनिया मान रही है.अमेरिका से लेकर एशिया और अफ्रीका तक पूरी दुनिया भारत के हथियारों की दीवानी है। भारत की खतरनाक आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल का लोहा पूरी दुनिया मानती है. इन मिसाइलों सहित भारती असलाह की डिमांड पूरी दुनिया में तेजी से बढ़ती जा रही है. इन हथियारों को खरीदने वाले देश लैटिन अमेरिका, मध्य पूर्व, अफ्रीका और एशिया से हैं. कई देशों ने हाल के वर्षों में भारतीय हथियारों खासकर भारतीय मिसाइलों और तेजस जैसे विमानों को खरीदने में भारी दिलचस्पी दिखाई है. इस मामले में विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय हथियारों और सैन्य उपकरणों की कम कीमत और विश्वसनीयता दुनियाभर के देशों की रुचि बढ़ने का प्रमुख कारक है.
इन भारतीय हथियारों की सबसे ज्यादा डिमांड
रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि आकाश और ब्रह्मोस व तेजस विमानों के अलावा पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर एक और हथियार है, जिसे अंतरराष्ट्रीय हथियार बाजार में खरीदार मिल गए हैं. इससे पहले, भारतीय रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने सैन्य हार्डवेयर के नामों का खुलासा किया था. इसमें कहा गया था कि भारत ने पिछले साल 85 देशों को निर्यात किया था.
इन हथियारों की जबर्दस्त डिमांड
निर्यात किए जाने वाले प्रमुख प्लेटफार्मों में डोर्नियर-228, 155 मिमी एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन, ब्रह्मोस मिसाइल, आकाश मिसाइल सिस्टम, रडार, सिमुलेटर, माइन प्रोटेक्टेड वाहन, बख्तरबंद वाहन, पिनाका रॉकेट और लॉन्चर, गोला-बारूद, थर्मल इमेजर्स, बॉडी आर्मर, सिस्टम के अलावा शामिल हैं.
2024 में 20 हजार करोड़ रुपए के निर्यात का लक्ष्य
भारत ने 2024 में 20,000 करोड़ रुपये (2.4 बिलियन डॉलर) मूल्य की सैन्य वस्तुओं के निर्यात का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है.
Tags: Pm modi newsFIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 14:24 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed