हम तो जानवरों से बदतरभीषण गर्मी के बीच शिक्षकों के बीच से ग्राउंड रिपोर्ट

बिहार में भीषण गर्मी के बीच कई जगहों पर तापमान 45 से ऊपर जा चुका है. वहीं, इसको लेकर बिहार के स्कूलों को बंद कर दिया गया है. हालांकि, शिक्षकों के लिये स्कूल बंद नहीं किये गए हैं. ऐसे में अपने समय पर स्कूल पहुंचे शिक्षक स्कूल में गर्मी से बेहाल हैं और खुद की हालत जानवरों से बदतर बता रहे हैं. गोपालगंज और मुजफ्फरपुर से ग्राउंड रिपोर्ट.

हम तो जानवरों से  बदतरभीषण गर्मी के बीच शिक्षकों के बीच से ग्राउंड रिपोर्ट
हाइलाइट्स मुख्य सचिव के आदेश के बाद गोपालगंज समेत कई जिलों के डीएम ने जारी किया आदेश. जिलाधिकारियों के आदेश पत्र में शिक्षकों का नहीं है जिक्र, शिक्षकों को आना ही होगा स्कूल. गोपालगंज और मुजफ्फरपुर में गर्मी से बेहाल शिक्षक और शिक्षिकाओं ने बताया अपना दर्द. गोपालगंज. बिहार में शिक्षकों का हाल जानवरों से भी बदतर हो चुका है. बिहार सरकार के मुख्य सचिव के बाद सभी जिलों के डीएम की ओर से भीषण गर्मी को लेकर विद्यालय बंद करने का आदेश जारी किए गए हैं, लेकिन शिक्षकों को स्कूल जाना है या नहीं, इसको लेकर असमंजस में रखा गया है. गोपालगंज के डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने भी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है, वहीं, शिक्षकों को लू से बचने के लिए राहत देने के बारे में कोई जानकारी नहीं है. भीषण गर्मी और लू चलने की वजह से गोपालगंज का तापमान 44 डिग्री तो बिहार के औरंगाबाद, गया समेत अन्य जिलों का तापमान 47 डिग्री तक पहुंच चुका है. ऐसे में बिहार सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और श्रम संसाधन विभाग को निर्देश दिया गया है कि जानवरों को लू से बचने के लिए इंतजाम करें और मजदूरों को दिन में 11:00 से दोपहर के 3:00 तक मजदूरी का कार्य न करने दें. जाहिर है जानवरों के आगे अपनी स्थिति को देख शिक्षकों का दर्द छलक आया. इधर, विद्यालय का नाम नहीं छापने के शर्त पर गोपालगंज के शिक्षक मनोज कुमार, राजन कुमार, पूजा कुमारी,अरुण मिश्र, अखिलेश कुमार ने बताया कि सरकार ने गर्मी और लू से बचने के लिए जानवरों को भी इंतजाम करने और कूलर पंखा लगाने का निर्देश दिया है, लेकिन सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले शिक्षकों को गर्मी और लू से बचने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है. शिक्षकों ने आक्रोश जताते हुए कहा कि बिहार में शिक्षकों का हाल जानवरों से भी बदतर है. शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय को बिहार सरकार के मुख्य सचिव और जिलाधिकारी की ओर से बंद करने का निर्देश जारी किया गया है. बच्चे गर्मी और लू से बचेंगे और बीमार नहीं होंगे. शिक्षकों को भी गर्मी और लू लगती है. कूलर, पंखा, और एसी के बिना विद्यालय में एक पल भी रहना मुश्किल है. शिक्षकों ने जिलाधिकारी और बिहार सरकार द्वारा जारी किए गए आदेश पर असमंजस होने की बात कही है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक से शिक्षकों को भी विद्यालय बंद रहने तक स्कूल नहीं जाने का आदेश जारी करने की मांग की है. वहीं, सेवानिवृत्त शिक्षक नागेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि 12 साल पहले इस तरह की गर्मी आई थी, उस समय भी विद्यालय को बंद कर दिया गया था और शिक्षकों को भी राहत दिया गया था. महिला शिक्षिकाओं की स्थिति ज्यादा खराब है, उन्हें सुबह 4 बजे उठकर स्कूल आने के लिए तैयार होना पड़ता है, वहीं डेढ़ बजे दोपहर में लौटना पड़ता है, जिससे बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है. मुजफ्फरपुर के एक मध्य विद्यालय में महिला शिक्षकों ने News 18 से बातचीत में बताया कि गर्मी से हाल बेहाल है. एक तो स्कूलों में बिजली की समस्या बनी रहती है, ऊपर से तापमान इतना ज्यादा है. ऐसे में हालत सबकी ख़राब है. ज़ब बच्चों के लिए स्कूल बंद है तो सबके लिए बंद हो जाना चहिये. इस बीच केके पाठक के आदेश पर शिक्षक संघ आक्रोशित है और  शिक्षकों को छुट्टी नहीं दिए जाने से पर नाराजगी जता रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग संवेदनहीन हो गया है. बच्चों की छुट्टी और शिक्षकों की ड्यूटी कहां तक सही है. सुबह 6 बजे डेढ़ बजे तक शिक्षक आज भी ड्यूटी कर रहे हैं, जबकि लगातार अलग-अलग जिलों में शिक्षकों के  बेहोश होने की खबरें आ रही हैं. कई स्कूलों में तो पंखे  तक की व्यवस्था नहीं है. शिक्षक संघ ने भीषण गर्मी में शिक्षा विभाग शिक्षकों की जान लेने का आरोप लगाते हुए सीएम नीतीश कुमार से तुरंत दखल देने की अपील की है. शिक्षक संघ का कहना है कि मांगे पूरी नहीं हुई तो केके पाठक के खिलाफ 4 जून के बाद शिक्षक मोर्चा खोलेंगे. अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो राज्यस्तरीय आंदोलन किया जाएगा. Tags: Bihar News, CM Nitish KumarFIRST PUBLISHED : May 30, 2024, 13:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed