JEE में नंबर 1 रैंक IIT बॉम्बे से पढ़ाईNASA की नौकरी छोड़ कर रहे हैं ये काम

IIT JEE Success Story: जेईई की परीक्षा आईआईटी में एंट्री का एक गेट है. जो भी इस गेट को पार करने में सफल होते हैं, उनका IIT से पढ़ाई करने का सपना पूरा हो जाता है. एक ऐसे शख्स के बारे में बता रहे हैं, जो जेईई में नंबर रैंक हासिल करके IIT बॉम्बे से लेकर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय तक पहुंचे हैं. अब वह ऐसी लाइफ जी रहे हैं.

JEE में नंबर 1 रैंक IIT बॉम्बे से पढ़ाईNASA की नौकरी छोड़ कर रहे हैं ये काम
JEE Success Story: आईआईटी के कॉलेजों से पढ़ाई करने वालों के लिए जेईई एक एंट्री गेट है. इस गेट को पार करने वाले ही आईआईटी के कैंपस में दाखिल होते हैं. जो इस गेट को पार करने में असफल रहते हैं, उनका आईआईटी से पढ़ने का सपना साकार नहीं होता है. हर साल लाखों उम्मीदवार जेईई की परीक्षा में शामिल होते हैं, जिनका लक्ष्य भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एडमिशन पाना होता है. ऐसे ही एक शख्स के बारे में बता रहे हैं, जो लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं. इनका नाम पांडुरंग नायक है. IIT बॉम्बे से की पढ़ाई पांडुरंग नायक (Pandurang Nayak) ने वर्ष 1980 में आईआईटी-जेईई परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की हैं. हालांकि, यह युवा भारतीय के लिए एक अविश्वसनीय करियर की शुरुआत थी. वर्ष 1992 में पांडुरंग नायक आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट करने के बाद स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए. एसीएम प्रतिष्ठित रिसर्च मैनेजमेंट उनका डॉक्टरेट रिसर्च मैनेजमेंट था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आईआईटी-जेईई में शीर्ष स्कोरर पांडुरंग नायक ने 1992 में नासा एम्स रिसर्च सेंटर के कम्प्यूटेशनल साइंसेज डिवीजन में एक रिसर्च साइंटिस्ट के रूप में काम करना शुरू किया. NASA में की नौकरी पांडुरंग (Google Search VP Pandurang Nayak) ने रिमोट एजेंट प्रोजेक्ट के लिए डिप्टी लीड के रूप में भी काम किया. इसमें अंतरिक्ष यान का प्राथमिक नियंत्रण दिया जाने वाला पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम बनाना शामिल था. वर्ष 1999 में उनके द्वारा डिज़ाइन किए गए रिमोट एजेंट को ‘नासा सॉफ़्टवेयर ऑफ़ द ईयर अवार्ड’ दिया गया. बाद में वर्ष 1999 से 2004 तक, उन्होंने स्ट्रैटिफाई इंक के चीफ आर्किटेक्ट और उसके बाद इसके मुख्य तकनीकी अधिकारी (सीटीओ) के रूप में कार्य किया. Google में टेक्निकल स्टाफ के बनें मेंबर नायक (Pandurang Nayak) वर्ष 2004 में Google में तकनीकी स्टाफ़ के सदस्य बन गए. Google सर्च पर उनके काम में दुनिया भर के अरबों उपयोगकर्ताओं को प्रासंगिक, हाई क्वालिटी सर्च रिजल्ट प्रदान करने में मदद करने के लिए डेटा, मशीन लर्निंग और इंफॉर्मेशन रिट्रीवल टेक्निक का उपयोग शामिल है. Tags: Google, Iit, IIT Bombay, Jee main, Nasa studyFIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 12:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed