रिपोर्ट सौरभ वर्मा/रायबरेली: खेती किसानी करते वक्त किसानों को कुछ बातों का ख्याल जरूर रखना चाहिए. जैसे कुछ पौधे आपको करोड़पति बनाने में मदद कर सकते हैं. तभी तो किसान भी अब परंपरागत खेती के हटकर औषधीय पौधों, फूलों एवं फलों, इमारती लकड़ी के पौधे की खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें कम लागत में अच्छा मुनाफा मिल रहा है. अगर आप भी कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो हम आपको एक ऐसे ही इमारती लकड़ी के पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं.
इस पौधे को लगाने पर होगी बंपर कमाई
कुछ पौधों की खेती करके आप कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. दरअसल, हम बात कर रहे हैं सागवान के पौधे की. इसकी खेती करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. तो आइए वन अधिकारी से जानते हैं, इस पौधे की खेती के तौर तरीके के बारे में . दरअसल, रायबरेली के जिले के बछरावां फॉरेस्ट रेंज के वन क्षेत्राधिकारी नावेद सिद्दीकी बताते हैं कि किसान खाली पड़ी जमीन पर इमारती लकड़ी के पौधे सागवान की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. क्योंकि, सागवान की लकड़ी का फर्नीचर निर्माण से लेकर लकड़ी के घरेलू उपयोगी सामान बनाने, जहाजों, नावों तक में इस लकड़ी का उपयोग किया जाता है.
महंगे दामों पर है बिकती
तभी यह लकड़ी बहुत महंगे दामों पर बिकती है. इसकी खासियत क्या होती है कि इसमें दीमक भी नुकसान नहीं पहुंच पाता. वह बताते हैं कि सागवान की खेती आप भारत के किसी भी हिस्से में कर सकते हैं. परंतु, इसके पौधे के रोपाई करने का सबसे उचित समय सितंबर और अक्टूबर का महीना माना जाता है. साथ ही पौधे की रोपाई के लिए मिट्टी के पीएच मान 6.5 से लेकर 7.5 के बीच का सबसे उपयुक्त माना जाता है. इस पेड़ की रोपाई करने के 10 से 12 वर्ष तक का इंतजार करना पड़ता है.
एक एकड़ में कितने लगेंगे पौधे
नावेद सिद्दीकी बताते हैं कि 1 एकड़ में सागवान के 500 पौधे की रोपाई की जाती है. उसके बाद इस पौधे की तीन से चार साल तक देखभाल करना पड़ता है. फिर लगभग 12 वर्षों के बाद यह एक पौधा 30 से 40 हजार रुपए की कीमत का तैयार हो जाता है. साथ ही वह बताते हैं कि यह पौधा जितना पुराना होता है. उसकी कीमत भी उतनी अधिक बढ़ती जाती है इसीलिए एक एकड़ में किसान लगभग एक करोड़ रुपए तक की कमाई कर सकते हैं.
Tags: Agriculture, Local18FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 10:26 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed