भारत के इकलौते लाइट आर्टिस्ट! रेत से लेकर स्पीड और ग्लिटर में भी हैं माहिर

यू ट्यूब देखकर शुरू किया था लाइट आर्ट सीखना. आज दुनिया भर में भारत के एक लौते लाइट आर्टिस्ट के तौर पे मशहूर हैं.

भारत के इकलौते लाइट आर्टिस्ट! रेत से लेकर स्पीड और ग्लिटर में भी हैं माहिर
नागपुर में जन्मे विवेक पाटील पेशे से तो एक इंजीनियर हैं पर दुनिया भर में अब वो अपनी कला के लिए जाने जाते हैं. आज वो दुनिया भर में भारत के इकलौते लाइट कलाकार के तौर पर अपनी कला की किरणें बिखेर रहे हैं. विवेक को चार आर्ट फॉर्म्स में महारत हासिल है जबकि उन्होंने किसी भी कला की कोई प्रोफेशनल ट्रेनिंग नहीं ली है. लेकिन, वह रेत कला, लाइट आर्ट, स्पीड आर्ट और ग्लिटर आर्ट में माहिर हैं. उन्होंने यह सारी आकृतियां खुद यूट्यूब की मदद से सीखी हैं. अपनी कला आकृति को संशोधित करने के बाद उन्होंने एक मराठी टीवी शो में जाने का निर्णय लिया था. लेकिन देरी होने के कारण शो में दाखिला ना हो सका, इससे उन्हें काफी निराशा हुई. जब उन्हें इंडियाज गॉट टैलेंट के बारे में सूचना मिली तो उन्होंने शो में कुछ नायाब पेश करने का सोचा . पूरे देश में इकलौते लाइट कलाकार न्यूज 18 से बात करते हुए वह कहते हैं, “इंडियाज गॉट टैलेंट में मुझसे पहले भी कई प्रतियोगी रेत कला का प्रदर्शन कर चुके थे. इसलिए मैंने कुछ अलग करने का सोचा और फिर लाइट आर्ट की तैयारी में जुट गया.” वह बताते हैं, “26 जनवरी, 2014 की उनकी लाइट आर्ट प्रदर्शनी काफी चर्चित हुई थी, जजों और दर्शकों ने उनके प्रदर्शन को काफ़ी सराहा था.” उनके मुताबिक इंडियाज गॉट टैलेंट के मंच पर ये कला प्रदर्शित करने वाले वो पहले व्यक्ति है और पूरे देश में भी वो इकलौते लाइट कलाकार हैं. वह कहते हैं कि जब उन्हें इस कला के बारे में पता चला तो भारतीयों को इससे परिचित कराने की आवश्यकता महसूस हुई. एक खास तरह की पेंटिंग है लाइट आर्ट अपनी लाइट कला के बारे में वह कहते हैं कि लाइट आर्ट एक खास तरह की पेंटिंग है जो केवल रेडियो एक्टिव कैनवास पर ही की जा सकती है. रेडियो एक्टिव कैनवास रेडियम नामक विशेष पदार्थ से बना होता है, जो अंधेरे में चमकता है. इस कैनवास पर लेजर लाइट का प्रयोग करके आकृतियां बनाई जाती हैं. इस कैनवास की एक और विशेषता यह है कि कोई भी आकृति पंद्रह मिनट के बाद खुद ही अदृश्य हो जाती है और कैनवास नई आकृति के लिए फिर से तैयार हो जाता है. एक कैनवास का प्रयोग सौ से डेढ़ सौ बार तक किया जा सकता है. बहुत महंगा पड़ता है कैनवास वह आगे बताते हैं कि उन्होंने लाइट आर्ट का अभ्यास एक बहुत ही छोटे से कैनवास से शुरू किया था. उन्होंने अपनी पहली आकृति 4/2 फीट के छोटे से कैनवास पर बनाई थी. वह कहते हैं की एक छोटी सी छोटी रेडियम शीट चार हज़ार से पांच हज़ार तक की आती है और शुरुआती दिनों में अभ्यास के दौरान इतने पैसे नहीं होते थे. हालांकि दो महीने पहले उन्होंने 32/8 फीट बड़े कैनवास पर आकृति बनाकर एक रिकॉर्ड दर्ज किया. लाइव प्रदर्शन के दौरान इतने बड़े कैनवास पर आकृति बनाने वाले वो पहले व्यक्ति बने. इस कैनवास की कीमत साठ हजार रुपये है. पहले शो के मिले थे 20 हजार अपने पहले शो के अनुभव को साझा करते हुए वह कहते हैं, “ जब मैंने पहले शो के लिए हामी भरी थी तो मुझे मार्केट के अनुसार प्रदर्शन शुल्क का कोई ज्ञान नहीं था. मैंने प्रबंधक से पांच हज़ार की मांग की थी परंतु 20 हज़ार मिलने पर मैं दंग रह गया था. उन्होंने कहा कि मेरी कला की कीमत पांच हज़ार से कई गुना ज़्यादा है. फिर एक दिन इंडियाज गॉट टैलेंट के कुछ लोगों से मुलाकात के दौरान पता चला कि लाइट आर्ट की एक प्रदर्शनी का मूल्य डेढ़ से दो लाख रुपये है. अब हम लोग हर शो का 1.2-1.5 लाख रुपये लेते हैं. चैरिटी शो भी करते हैं वह बताते है कि व्यावसायिक प्रदर्शनी के अलावा भी उनकी टीम अन्य कई सारे तरह के शो करती है. उन्होंने कई सारे दान संबंधी कार्यक्रम भी आयोजित किए हैं और इसके साथ ही कई विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित उत्सवों में भी अपनी कला का प्रदर्शन किया है. कौन कौन हैं टीम के सदस्य अपनी टीम के बारे में बताते हुए विवेक कहते हैं कि उनकी टीम में उनकी पत्नी को मिलाकर कुल पांच सदस्य हैं. वह कहते हैं कि हर शो से पहले उसके स्क्रीन प्ले और निर्देशन की आवश्यकता होती है जो उनकी पत्नी संभालती हैं. इसके अलावा उनकी टीम में एक स्क्रिप्ट लेखक, कंटेंट लेखक, वॉयस ओवर कलाकार और सहयोगी सम्मिलित हैं. अन्य विशेषता लाइट आर्ट के अलावा उनकी स्पीड आर्ट प्रदर्शनी भी काफ़ी चर्चित रहती है. स्पीड आर्ट के बारे में विस्तार से बताते हुए वो कहते हैं, “पेंटिंग तो हर कोई बनाता है पर हम उसी पेंटिंग को उलटा करके बनाते हैं.” उनके मुताबिक उनको एक पेंटिंग बनाने में 5-6 मिनट का समय लगता है और पेंटिंग बनने के बाद उसे सीधा किया जाता है. अपनी आर्ट का कराया है पेटेंट आपको बता दें कि विवेक ने लाइट आर्ट पेंटिंग विद एनिमेशन का एशिया स्तर पर कॉपीराइट लिया हुआ है. अर्थात उनके अलावा पूरे एशिया में और कोई अन्य व्यक्ति लाइट आर्ट विद एनिमेशन का प्रदर्शन नहीं कर सकता है. हालांकि लाइट आर्ट का प्रदर्शन कोई भी कर सकता है. कोरोना के दौरान मुश्किलों का सामना वह कहते हैं कि कोरोना के दौरान सबसे अधीक प्रभावित होने वाले सेक्टरों में एक ‘शो बिजनेस’ था. वह बताते हैं कि कोरोना के दौरान पांच से छह महीने पूरी तरह से काम बंद था क्योंकि सारे इवेंट्स रद किए जा चुके थे और अचानक सारा काम छिन गया था. उस दौरान मैंने यू ट्यूब पर वीडियाज डालने शुरू किए थे और फिर धीरे धीरे लोगों ने वर्चुअल इवेंट्स करने शुरू किए पर शो की कीमत पहले के मुताबिक आधे से भी कम हो गई. विदेशों में भी किए हैं कई सारे शो ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ से अपनी पहचान बनाने के बाद विवेक ने देश-विदेश में अब तक 400 से अधिक शो किए हैं. उन्होंने ‘वर्ल्ड गॉट टैलेंट’ के मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है और साथ ही उन्होंने शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन जैसी बड़ी हस्तियों के साथ भी मंच साझा किया है. कुछ लोगों को इस कला में प्रशिक्षित करना चाहेंगे भविष्य की योजना साझा करते हुए वह कहते हैं, “लाइट आर्ट में अभी केवल हरे रंग का कैनवास इस्तेमाल होता है लेकिन निकट भविष्य में हम बहुरंगी कैनवास के साथ प्रयोग करना चाहेंगे.” साथ ही वह लाइट आर्ट को अपनी विरासत के तौर पर अन्य कलाकारों के साथ साझा करना चाहेंगे. वो कहते हैं कि इस कला की सामूहिक शिक्षा तो नहीं दी जा सकती परंतु कुछ हुनरबाज़ों को वह इस कला में प्रशिक्षित जरूर करना चाहेंगे. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: up24x7news.com Hindi OriginalsFIRST PUBLISHED : July 13, 2022, 10:50 IST