VIDEO: अब ट्रेन में नहीं लगेंगे झटके! भारत को जल्द मिलेगी पहली टिल्टिंग ट्रेन
VIDEO: अब ट्रेन में नहीं लगेंगे झटके! भारत को जल्द मिलेगी पहली टिल्टिंग ट्रेन
Tilting Train in India: भारत को जल्द ही पहली टिल्टिंग ट्रेन मिल सकती है. यह ट्रेन ऐसी टेक्नोलॉजी से लैस होगी, जिससे रेलवे ट्रैक पर रफ्तार के कारण झटके नहीं लगेंगे. यह शान से घुमावदार पटरियों पर बिना ब्रेक के दौड़ेंगी. यह तकनीक ट्रेनों को घुमावदार पटरियों पर तेज गति से घुमाने में सक्षम बनाएगी. इस तरह की ट्रेनें अब तक सिर्फ 11 देशों के पास है.
हाइलाइट्सअब ट्रेन में नहीं महसूस होंगे झटके. भारत को जल्द मिल सकती है पहली टिल्टिंग ट्रेन.इस तरह की ट्रेनें अब तक सिर्फ 11 देशों के पास.
नई दिल्ली. ट्रेनों में सफर करने के दौरान अक्सर आपने झटकों को महसूस किया होगा, लेकिन अब यह झटके आपको नहीं सहने होंगे. भारतीय रेल आने वाले समय में एक ऐसी टेक्नोलॉजी से लैस होने जा रही है, जिसके बाद रेलवे ट्रैक पर भारतीय ट्रेनों में झटके नहीं लगेंगे. इसके साथ ही ट्रेनों के डिस्बैलेंस होने का खतरा भी समाप्त हो जाएगा. दरअसल, भारतीय रेल टिल्टिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके 100 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण करने की तैयारी कर रही है. साथ ही भारत को साल 2025-26 तक अपनी पहली टिल्टिंग ट्रेन मिल जाएगी.
न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार यह टेक्नोलॉजी ट्रेनों को घुमावदार पटरियों पर तेज गति से घुमाने में सक्षम बनाएगी. ठीक घुमावदार सड़क पर मोटरबाइक की तरह. बता दें कि 100 वंदे भारत ट्रेनों को इसी टेक्नोलॉजी से लैस किया जाएगा. जो शान से घुमावदार पटरियों पर बिना ब्रेक के दौड़ेंगी. इस तरह की ट्रेनें अब तक सिर्फ 11 देशों के पास है. इस तरह की ट्रेनें इटली, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, फिनलैंड, रूस, चेक गणराज्य, यूके, स्विट्जरलैंड, चीन, जर्मनी और रोमानिया में चल रही है.
भारतीय रेलवे ने ऐसी ट्रेनों के संबंध में अतीत में विभिन्न विकल्पों की खोज की है, लेकिन कभी भी किसी भी विवरण को अंतिम रूप नहीं दिया है. भारत सरकार ने स्पेनिश निर्माता टैल्गो के साथ-साथ स्विट्जरलैंड सरकार के साथ भी चर्चा की थी. इस तरह की ट्रेनें कैसे काम करती हैं, इस बारे में बताते हुए एक अधिकारी ने कहा जैसे ही ट्रेन गति में मुड़ती है, यह लोगों को स्लाइड करने का कारण बनती है और झटके लगते हैं. लेकिन टिल्टिंग ट्रेनों में ऐसा नहीं होता है. वह इस तरह की टेक्नोलॉजी से लैस होती है, जिसमें झटके महसूस नहीं होते हैं.
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अधिक हल्की होने के कारण ये ट्रेनें समान शक्ति के साथ बेहतर गति से चलती है. टेक्नोलॉजी ऊर्जा की आवश्यकता में वृद्धि के बिना यात्रा के समय को कम करती है. इसके अलावा, इन ट्रेनों से ट्रैक की उपलब्धता में वृद्धि होती है. भारत में अक्सर देखा जाता है कि ट्रेनें काफी लेट हो जाती है. माना जा रहा है कि इस तकनीक से इस समस्या से भी छुटकारा मिल जाएगा.
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Tags: Indian railway, Train, Vande Bharat TrainsFIRST PUBLISHED : December 03, 2022, 14:22 IST