नोएडा में नया एक्सप्रेसवे! जाम की समस्या का होगा निदान पढ़ें पूरा मास्टर प्लान
नोएडा में नया एक्सप्रेसवे! जाम की समस्या का होगा निदान पढ़ें पूरा मास्टर प्लान
Noida News: मौजूदा जाम की समस्या और भविष्य में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को ध्यान में रखते हुए नोएडा अथॉरिटी की तरफ से एक नया एक्सप्रेसवे की कवायद तेज की गई है. 30 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे के पैरलेल बनाने की योजना है.
हाइलाइट्स यमुना एक्सप्रेसवे के पैरलल एक नया एक्सप्रेसवे बनाने की कवायद तेज प्रपोजल के मुताबिक एक्सप्रेसवे करीब 30 किमी लंबा होगा
नोएडा. नोएडा अथॉरिटी ने यमुना एक्सप्रेसवे के पैरलल एक नया एक्सप्रेसवे बनाने की कवायद तेज कर दी है. प्रपोजल के मुताबिक एक्सप्रेसवे करीब 30 किमी लंबा होगा. इसे छह लेन के एलिवेटड ट्रैक में बनाया जा सकता है या ग्राउंड पर 8 लेन की रोड. यह एक्सप्रेस वे सेक्टर-150 के पास यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा. एलिवेटड कालिंदी कुंज के पास यमुना पुल से सेक्टर 150 के पास समाप्त होने वाली सड़क तक बनाया जाएगा. इसके लिए प्राधिकरण ने प्रदेश सरकार से 30 किमी की दूरी को राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करने का अनुरोध किया है.
इसका निर्माण नेशनल हाइवे ऑथारिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) करेगा. इसके लिए इस पूरे 30 किमी के ट्रैक को नेशनल हाईवे घोषित करना आवश्यक है. प्राधिकरण सीईओ लोकेश एम ने बताया कि नया एक्सप्रेसवे बनाने का उद्देश्य साफ है. दरअसल, वर्तमान में नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना करीब 3 से 4 लाख वाहन आते है. भविष्य में यहां और ज्यादा वाहन चलेंगे. इससे कार्बन उत्सर्जन ज्यादा होगा, यानी आसपास के क्षेत्र में वायु प्रदूषण में इजाफा होगा. साथ ही वाहनों को जाम का सामना करना पड़ेगा. इसलिए नया एक्सप्रेसवे बनाना जरूरी है.
अथॉरिटी के सीईओ ने लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के प्रमुख सचिव को भेजे गए एक पत्र में नए प्रस्तावित एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय राजमार्ग नामित किए जाने के महत्व को रेखांकित किया. एक बार मंजूरी मिलने के बाद, परियोजना को लागू करने के लिए आवश्यक औपचारिकताएं आगे बढ़ेंगी, जिससे निर्माण शुरू करने का रास्ता साफ होगा.
प्रोजेक्ट में इतना आएगा खर्च
ये प्रोजेक्ट काफी बड़ा है. इसके निर्माण में करीब 2 से 3 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा. इसके लिए दो ही विकल्प है. या तो एनएचएआई इसका निर्माण करे या फिर बीओटी के आधार पर निर्माण कराया जाए, बीओटी के तहत इतना बड़ा प्रोजेक्ट कोई एक कंपनी लेती है तो टोल और अन्य राजस्व के माध्यम से वो निर्माण लागत वसूलेगी. इससे आम लोगों पर भार बढ़ेगा. ऐसे में प्राधिकरण ने एनएचएआई से पत्राचार किया, जिसने हामी भरते हुए एक सलाहकार कंपनी गठित की है. ये कंपनी प्रोजेक्ट की डिटेलिंग में प्राधिकरण की मदद करेगा.
ये है प्लान
नोएडा दिल्ली को जोड़ने वाला मुख्य शहर है. चिल्ला बार्डर से एनएच-9 तक पहले से ही फ्लाईओवर बने है. चिल्ला से एक एलिवेटिड प्रस्तावित है. ये एलिवेटिड महामाया फ्लाईओवर तक प्रस्तावित है. यहीं से यानी कालिंदी कुंज यमुना नदी से पुश्ता रोड के साथ एक एलिवेटड ट्रैक और ग्राउंड ट्रैक बनाकर इसे सेक्टर-150 से जोड़ा जाए. ये 30 किमी का पैच एनएच घोषित होने पर एनएचएआई को बनाने में कोई आपत्ति नहीं होगी, क्योंकि नियमानुसार एनएचएआई सिर्फ नेशनल हाइवे को कनेक्ट करते हुए इंफ्रा तैयार करती है.
जाम से मिलेगी राहत
दिल्ली से रोजाना लाखों की संख्या में वाहन नोएडा एक्सप्रेस वे के जरिए ग्रेटरनोएडा, यमुना एक्सप्रेस से आगरा, लखनऊ और भविष्य में जेवर एयरपोर्ट तक जाएंगे. वर्तमान में नोएडा एक्सप्रेसवे पर करीब 3 से 4 लाख वाहन चलते है. पीक ऑवर में यहां जाम की स्थिति रहती है. ऐसे में नया एक्सप्रेसवे बनने से दिल्ली के कालिंदी कुंज की ओर से आने वाला ट्रैफिक या दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस, आगरा और लखनऊ जाने वाले ट्रैफिक को नोएडा एक्सप्रेस वे पर नहीं आना होगा. वो सीधे नए एक्सप्रेसवे यमुना पहुंच सकेंगे. इसके अलावा सेक्टर 128, 135, 150, 151, 168 के साथ-साथ ग्रेटर नोएडा के कुछ क्षेत्रों को जाने वाले वाहन चालकों को एक अतिरिक्त कनेक्टिविटी देगा.
Tags: Noida news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 12:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed