कौन हैं मोहना सिंह ज‍िसके IAF ने दी बड़ी ज‍िम्‍मेदारी अब कांप उठेगा दुश्मन

Who is Squadron Leader Mohana Singh: मोहना सिंह भारत की पहली महिला फाइटर पायलटों में से एक हैं, जो IAF की ऐतिहासिक महिला फाइटर स्ट्रीम का हिस्सा हैं. उन्होंने मिग-21 उड़ाए और बाद में गुजरात के नलिया एयर बेस पर प्रतिष्ठित "फ्लाइंग बुलेट्स" स्क्वाड्रन में शामिल हुईं.

कौन हैं मोहना सिंह ज‍िसके IAF ने दी बड़ी ज‍िम्‍मेदारी अब कांप उठेगा दुश्मन
नई दिल्ली: आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. समंदर से लेकर आसमान तक में आज महिलाएं झंडा गाड़ रही हैं. अब इस कड़ी में स्क्वाड्रन लीडर मोहाना सिंह का भी नाम शामिल हो गया है. मोहना सिंह “मेड इन इंडिया” LCA (लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) तेजस उड़ाने वाली पहली महिला फाइटर पायलट बन गई हैं. आइए इस खबर में जानते हैं उनके बारे में. बता दें कि वायु सेना में भर्ती होने वाली महिलाओं के लिए मोहना सिंह ने एक नया उदाहरण पेश किया है. मोहना सिंह 8 साल पहले फाइटर स्ट्रीम में दाखिल हुई थी. आइए उनके बारे में कुछ खास जानते हैं. पढ़ें- हद हो गई! उलटी दिशा में चलती रही कोलकाता से अमृतसर जाने वाली ट्रेन… होश में आया ड्राइवर तो… कौन हैं मोहना सिंह? मोहना सिंह भारत की पहली महिला फाइटर पायलटों में से एक हैं, जो IAF की ऐतिहासिक महिला फाइटर स्ट्रीम का हिस्सा हैं. उन्होंने मिग-21 उड़ाए और बाद में गुजरात के नलिया एयर बेस पर प्रतिष्ठित “फ्लाइंग बुलेट्स” स्क्वाड्रन में शामिल हुईं. राजस्थान के झुंझुनू में एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली सिंह ने 2019 में दिन में “हॉक” विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनकर इतिहास रच दिया था. उन्हें 2020 में नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. मोहना सिंह का एयरफोर्स से जुड़ाव एक प्रतिष्ठित पारिवारिक विरासत है. उनके दादा एविएशन रिसर्च सेंटर (ARC) में फ्लाइट गनर थे, जो भारतीय वायु सेना (IAF) की एक विशेष शाखा है जो टोही और निगरानी के लिए जिम्मेदार है. उनके पिता IAF में वारंट अधिकारी हैं, जो एयरफोर्स और सैन्य सेवा से परिवार के जुड़ाव को आगे बढ़ा रहे हैं. मोहना सिंह की अब तक की उपलब्धियां साल 2016 में, मोहना सिंह ने भावना कंठ और अवनी चतुर्वेदी के साथ भारतीय वायु सेना में लड़ाकू पायलट के रूप में शामिल होने वाली पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया. यह भारतीय विमानन इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था, क्योंकि इसने लड़ाकू पायलटों की भूमिका में महिलाओं को आधिकारिक रूप से शामिल किया. इससे पहले, 1991 से महिलाएं हेलीकॉप्टर और परिवहन विमानों के लिए पायलट के रूप में काम कर रही थीं, लेकिन लड़ाकू पायलट की भूमिका अभी भी मुख्य रूप से पुरुषों की थी. साल 2019 में, मोहना सिंह ने दिन के उजाले में “हॉक” विमान उड़ाने वाली भारतीय वायु सेना की पहली महिला बनकर इतिहास रच दिया. वह 2020 नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित तीन फ़्लाइट लेफ्टिनेंट में से एक थीं. Tags: Indian AirforceFIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 12:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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