गरीब बच्चों की कुछ इस तरह मदद कर रही करोड़पति की ये बेटी कम उम्र में चारों तर

Noida News: नोएडा में झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चों के लिए चलाए जा रहे एक स्कूल में कक्षा 2 के बच्चों को पढ़ाते समय कक्षा 11वीं की छात्रा संजना चौहान ने देखा कि दो लड़के ब्लैकबोर्ड पर कुछ भी नहीं देख पा रहे. यहीं से उन्हे ये आइडिया आया और उन्होंने दृष्टि अभियान शुरू किया. इसके चलते संजना समाज के वंचित वर्गों के लिए नेत्र देखभाल और आंखों की जांच को बढ़ावा देती हैं.

गरीब बच्चों की कुछ इस तरह मदद कर रही करोड़पति की ये बेटी कम उम्र में चारों तर
सुमित राजपूत/नोएडा: नोएडा की रहने वाली संजना चौहान एक करोड़पति बिजनेस की 16 वर्षीय बेटी है. बचपन से वह सोचती है कि समाज के लिए कुछ करें. उन्होंने एक दृष्टि नाम से संस्था की शुरुआत की है. झुग्गी झोपड़ी में जाकर छोटे बच्चों और बड़ों को उनकी आंखों के प्रति जागरूक करने के साथ आंखों की फ्री में जांच और ट्रीटमेंट प्रोवाइड कराती हैं. नोएडा सेक्टर 125 स्थित अतुलाशा में सैकड़ों बच्चों का चेकअप कराया. उनका कहना है कि छोटे बच्चों को कई बार कई तरह की आंखों की समस्या होती है. लेकिन, वह बता नहीं पाते. समय पर उन्हें इलाज मिल जाए, तो जीवन भर उन्हें कोई तकलीफ नहीं होगी. बीते साल सितंबर में किए गए एक सर्वे के मुताबिक, भारत में कम से कम 100 मिलियन लोगों को चश्मे की जरूरत है. ज्यादातर लोग आंखों को समस्या को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, वह यह नहीं जानते की आंखों का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. नोएडा में झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चों के लिए चलाए जा रहे एक स्कूल में कक्षा 2 के बच्चों को पढ़ाते समय कक्षा 11वीं की छात्रा संजना चौहान ने देखा कि दो लड़के ब्लैकबोर्ड पर कुछ भी नहीं देख पा रहे. यहीं से उन्हे ये आइडिया आया और उन्होंने दृष्टि अभियान शुरू किया. इसके चलते संजना समाज के वंचित वर्गों के लिए नेत्र देखभाल और आंखों की जांच को बढ़ावा देती हैं. 16 वर्षीय संजना के इस कदम की हर तरफ तारीफ संजना चौहान ने सेक्टर 125 स्थित अतुलाशा विद्यालय में करीब 500 से अधिक छात्रों की आंखों की जांच लेंसकार्ट फाउंडेशन के सहयोग से कराई. इस शिविर का आयोजन 31 जुलाई तक चलेगा, जिनमें 1500 छात्र भाग लेंगे. अगर जांच के दौरान किसी बच्चे को चश्मे या फिर इलाज की जरूरत पड़ती है, तो दृष्टि के तहत उन्हें फ्री में प्रोवाइड कराया जाएगा. संजना ने बताया कि उनके इस कदम से बीते एक साल में 8000 से अधिक बच्चों को लाभ हुआ है. संजना फिलहाल 16 साल की हैं और उनके इस कदम को हर कोई सराहनीय बता रहा है. Tags: Local18, Noida newsFIRST PUBLISHED : July 25, 2024, 12:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed