सांसद महुआ माजी को रांची से JMM ने क्यों बनाया प्रत्याशी पढ़ें इनसाइड स्टोरी
सांसद महुआ माजी को रांची से JMM ने क्यों बनाया प्रत्याशी पढ़ें इनसाइड स्टोरी
जेएमएम ने बुधवार को रांची विधानसभा सीट के लिए राज्यसभा सांसद महुआ माजी को प्रत्याशी बना कर बीजेपी को चौंका दिया. अब इस सीट पर बीजेपी के मौजूदा प्रत्याशी सीपी सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पढ़ें इनसाइड स्टोरी
रांची. झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रांची विधानसभा सीट पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी को उतार कर सभी को हैरान कर दिया है. जेएमएम ने कल शाम ही को विधानसभा चुनाव के लिए 35 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की थी. बुधवार को पार्टी ने दूसरी सूची जारी की, जिसमें एकमात्र नाम महुआ माजी का था. माजी पिछली बार भी रांची सीट से जेएमएम के टिकट पर चुनाव लड़ी थी, लेकिन बीजेपी के कद्दावर नेता और झारखंड के पूर्व कैबिनेट मंक्षी सीपी सिंह से महुआ माजी की हार हो गई थी. लेकिन, इस बार राज्यसभा सांसद बनने के बाद चुनाव लड़ना बड़ा संदेश दे रहा है.
रांची से सात बार के विधायक सीपी सिंह का इस बार का सफर शायद मुश्किल भरा हो, क्योंकि एक दो पिछले चुनाव में जोरदार टक्कर देने वाली महिला फिर उनके सामने इस बार भी उतर गई हैं. दूसरा, पार्टी का ही एक युवा नेता जो इस बार टिकट की आस पाले था उसको टिकट नहीं दिया गया. ऐसे में वह नेता निर्दलीय के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने रांची विधानसभा सीट पर राज्यसभा सांसद महुआ माजी को मैदान में उतार कर मुकाबला इस बार भी रोचक बना दिया है.
सिंह और महुआ में होगी भिड़ंत
2019 के विधानसभा चुनाव में भी महुआ माजी ने बीजेपी के मौजूदा विधायक सी पी सिंह को कड़ी टक्कर दी थी. हालांकि, उन्हें 6 हजार वोटों से हार मिली थी. लेकिन, बाद में पार्टी ने माजी को राज्यसभा भेज दिया. माजी झारखंड महिला आयोग की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. क्योंकि रांची विधानसभा सीट पर राजपूत और कायस्थ वोटों के साथ-साथ बंगाली वोटरों की भी अच्छी खासी आबादी है. इस हिसाब से पार्टी ने सारा गणित बैठाने के बाद महुआ को मैदान में उतारा है.
जेएमएम की इस चाल से किसे होगा फायदा?
आपको बता दें कि रांची विधानसभा सीट से बीजेपी नेता सीपी सिंह लागातर जीतते आ रहे हैं. साल 1997 से सीपी सिंह का जो जीत का सिलसिला शुरू हुआ था, वह अभी भी जारी है. इसी को ध्यान में रखकर बीजेपी ने एक बार फिर से सीपी सिंह पर भरोसा जताया है. हालांकि, उनको टिकट देने पर संशय बना हुआ था. क्योंकि, पत्रकार से नेता बने संदीप वर्मा पिछले कई सालों से इस क्षेत्र में अच्छी पकड़ बना लिया था. पार्टी की टिकट नहीं मिलने से अब वग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. जो कि सीपी सिंह के लिए थोड़ी चिंता की बात हो सकती है.
क्योंकि, बीजेपी के टिकट बंटवारे के बाद बीजेपी के कई नेता बागी हो कर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. कई नेताओं ने जेएमएम का भी दामन थाम लिया है. कुलमिलाकर इस बार के चुनाव में संथाल से लेकर कोल्हान और ग्रामीण विधानसभा सीटों से लेकर शहरी विधानसभा सीटों को लेकर जेएमएम ने जबरदस्त मोर्चेंबंदी की है.
Tags: Jharkhand election 2024, Jharkhand mukti morcha, Jharkhand news, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 18:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed