NDA में सीटें तो बंट गईं मगर क्षेत्र पर जिच कायम सीटों की अदला-बदली पर रार!
NDA में सीटें तो बंट गईं मगर क्षेत्र पर जिच कायम सीटों की अदला-बदली पर रार!
झारखंड एनडीए ने सीटों का बंटवारा कर सबके हिस्से का ऐलान कर दिया है. भाजपा 68 सीटों पर लड़ेगी तो आजसू 10 पर. सहयोगी जेडीयू को 2 और एलजेपीआर को एक सीट मिली है. हालांकि अभी तक प्रत्याशियों के नाम का ऐलान नहीं हुआ है. पेच फंसे होने कारण प्रत्याशियों की घोषणा में विलंब हो रहा है.
रांची. झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए सीटों की संख्या बांट कर एनडीए ने इंडिया ब्लॉक पर दबदबा तो दिखा दिया है, लेकिन पेच अब भी फंसा हुआ है. भाजपा के सह चुनाव प्रभारी हिमंता विश्वशर्मा की मानें तो पहले चरण के चुनाव के नामांकन के आखिरी दिन तक सीटों की अदला-बदली हो सकती है. यह अलग बात है कि ऐसी सीटों की संख्या तीन से अधिक नहीं होगी और यह मुख्य रूप से भाजपा और आजसू के बीच ही होगा. जेडीयू भी दो सीटों से संतुष्ट नहीं है. उसे इस बात पर भी ऐतराज है कि सरयू राय की सिटिंग सीट उसे छोड़ना पड़ा है. सरयू राय अब जमशेदपुर पूर्वी के बजाय अपनी पारंपरिक सीट जमशेदपुर पश्चिमी से चुनाव लड़ेंगे. चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपीआर को एक सीट मिली है. उनकी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन जिस तरह उन्होंने दर्जन भर सीटों की मांग रखी थी, उसमें एक सीट मिलने से उन्हें भी जरूर बुरा लगा होगा.
क्यों नहीं माना जाए फाइनल बंटवारा
आजसू टुंडी की सीट मांग रही है. टुंडी का इलाका कुर्मी बहुल है, जहां से जेएमएम के मथुरा महतो चुनाव जीतते रहे हैं. आजसू प्रमुख सुदेश महतो कुर्मी बिरादरी से ही आते हैं. इस बार वे दो सीटों से चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसमें एक सीट टुंडी भी है. भाजपा टुंडी को अपने पास रखना चाहती है. ऐसी ही एक-दो सीटें हो सकती हैं, जहां अंतिम वक्त में फेरबदल संभव है. चुनाव क्षेत्र और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा में इसी वजह से भाजपा देरी कर रही है. हिमंता ने पहले कहा था कि चुनाव तिथि की घोषणा के 48 घंटे के अंदर उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी. पर, ऐसा इसी पेच के कारण नहीं हो पाया. चूंकि पहले चरण की 43 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 18 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है और आखिरी तिथि 25 अक्तूबर है, इसलिए किसी भी वक्त भाजपा अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकती है.
सीट शेयरिंग पर ‘इंडिया’ करेगा मंथन
सत्ताधारी इंडिया ब्लाक की पार्टियां आज (शनिवार) बैठक करेंगी. संविधान सम्मान कार्यक्रम में कांग्रेस के आला नेता राहुल गांधी भाग लेने रांची पहुंचे हैं. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव शुक्रवार की रात ही पटना से रांची पहुंच गए. कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम मीर पहले से रांची में हैं. वे लगातार अपने नेताओं के सथ बैठक कर उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा करते रहे हैं. कांग्रेस ने अपनी पसंद की सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मंथन किया है. हर सीट पर तीन उम्मीदवारों के नामों की सूची तैयार की गई है. संभव है कि इंडिया ब्लाक शनिवार को सीटों की संख्या बांटने पर विचार-विमर्श करेगा. फिर कांग्रेस आलाकमान अपने उम्मीदवारों के नाम तय करेगा. इसमें दो से तीन दिन का वक्त लग सकता है.
इंडिया ब्लाक में पहले से जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी हैं. सीपीआई (एमएल) लोकसभा चुनाव के वक्त से ही पार्टनर है. सीपीआई और सीपीआईएम ने इंडिया ब्लॉक के साथ चुनाव लड़ने की योजना बनाई है. हालांकि अभी तक इस पर सत्ताधारी गठबंधन ने अंतिम निर्णय नहीं लिया है. संभव है कि इसे भी राहुल गांधी की मौजूदगी में अंतिम रूप दे दिया जाए. इसके लिए जेएमएम ने पहले से मन बना रखा है.
पाला बदलने में तेजी के आसार
भाजपा के भरोसेमंद सूत्रों की मानें तो एनडीए अपने उम्मीदवारों की घोषणा में इसलिए विलंब कर रहा है कि टिकट पाने के इच्छुक टिकट न मिलने पर पाला बदल सकते हैं. ऐसा पहली बार नहीं होगा. पहले भी ऐसा होता रहा है. इसे रोका तो नहीं जा सकता. लेकिन इसका संदेश खतरनाक हो सकता है. यही वजह है कि एनडीए जान बूझकर उम्मीदवारों के नाम घोषित करने में विलंब कर रहा है. वैसे जिन्हें टिकट मिल चुका है, उन्हें भाजपा ने तो इशारा कर ही दिया है. मीडिया में संभावित उम्मीदवारों की सूची पहले से ही आती रही है. मीडिया रिपोर्ट में सीटों के बंटवारे की सूचना सटीक रही है. इसलिए माना जा रहा है कि संभावित उम्मीदवारों के नाम की सूची भी सही होगी.
हाजरा और उमाकांत ने पार्टी बदल ली
बहरहाल, टिकट कटने की आशंका से पहले भाजपा और आजसू के दो नेताओं ने जेएमएम का दामन थाम लिया है. भाजपा विधायक केदार हाजरा और आजसू के उमाकांत रजक ने पार्टी बदल ली है. उमांकांत ने इसलिए आजसू छोड़ी है कि उनकी चंदनकियारी सीट भाजपा के खाते में चली गई है और केदार हाजरा की जगह कांग्रेस छोड़ भाजपा में आईं मंजू कुमारी जमुआ से भाजपा के टिकट की दावेदार बन गई हैं.
आजसू को मिली तीन आदिवासी सीटें
वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में आजसू ने दो सीटें जीती थीं. इस बार उसे भाजपा ने 10 सीटें दी हैं. इनमें पाकुड़ की सीट अभी कांग्रेस के पास है. गोमिया, सिल्ली और रामगढ़ आजसू की सिटिंग सीट है. भाजपा ने मांडू की अपनी सिटिंग सीट आजसू को दी है. इनके अलावा ईचागढ़, जुगसलाई, डुमरी, लोहरदगा और मनोहरपुर की सीटें आजसू के खाते में गई हैं. दूसरे शब्दों में कहें तो एनडीए की चार सीटें ही सिटिंग हैं. बाकी पर इंडिया ब्लॉक का कब्जा है.
Tags: Assembly elections, Jharkhand BJP, Jharkhand ElectionsFIRST PUBLISHED : October 19, 2024, 13:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed