मां की गोद में बच्चे को औरत ने बिस्किट दी फिर हौले से महिला को चाय पिलाई और

रांची रेलवे स्टेशन से 9 महीने के बच्चे की चोरी के बाद बच्चे के परिजनों का बुरा हाल है. कभी स्टेशन तो कभी थाने की चक्कर काट रहे परिजनों की बस एक ही गुहार है कि उनका बच्चा उन्हें मिल जाए. वहीं, बच्चे की खोजबीन में पुलिस की टीम भी लगी हुई है, परन्तु अब तक कोई खास सफलता पुलिस के हांथ नहीं लगी है. 

मां की गोद में बच्चे को औरत ने बिस्किट दी फिर हौले से महिला को चाय पिलाई और
हाइलाइट्स रांची स्टेशन पर प्लेटफॉर्म से गायब हुआ बच्चा, परिजनों का बुरा हाल, बच्चे का 4 दिनों के बाद भी नहीं मिला सुराग, छानबीन कर रही पुलिस. रांची. रेलवे स्टेशन रांची पर 4 दिनों से दंपत्ति अपने बच्चे की राह तक रहा है. ये दंपत्ति कभी स्टेशन तो कभी चुटिया थाना तो कभी जीआरपी के पास जाकर अपनी आपबीती बता रहे हैं, ताकि इनका बच्चा जो इनसे चुरा कर ले जाया गया है, वो इन्हें मिल जाए. लेकिन, 4 दिन गुजर जाने के बाद भी अब तक बच्चे का कुछ भी पता नहीं चल पाया है. बच्चे की मां मीणा देवी का कहना है कि 2 आदमी और एक महिला इनके पास आई उनके साथ बात की, फिर बच्चे को बिस्किट दिया गया तो वहीं उन्हें चाय दी. इसके बाद उसे नींद आ गई और उसी दरम्यान बच्चे को चुरा लिया गया. वहीं, मामले में बच्चे की पिता प्रदीप लोहरा का कहना है कि वो पत्नी के लिए खाना लेने गए थे. इसी दरम्यान ये घटना घटी. बच्चे को लेकर जाते हुए एक पुरुष की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हुई है और उसी आधार पर पुलिस बच्चा चोर को पकड़ने में जुटी है. हालांकि, बच्चे की चोरी की शिकायत दर्ज कराने के लिए इन्हे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. प्रदीप ने बताया कि वो ईंट भट्टा में काम करते है और वे अगरतला से रांची स्टेशन पहुंचे थे, जिसके बाद उन्हें लातेहार जाना था, लेकिन कोई ट्रेन न होने के कारण वो रांची स्टेशन में ही रात बिताने को मजबूत हुए लेकिन बड़ा हादसा हो गया. फिलहाल पुलिस बच्चे का पता लगाने में जुटी है. जानकारी के अनुसार, बच्चे को ऑटो से ले जाया गया था जिस कारण उस ऑटो चालक की तलाश पुलिस कर रही है. रांची स्टेशन पर ऑटो चलाने वाले ऑटो चालक अशोक झा ने बताया कि वे लोग भी पुलिस की मदद कर रहे हैं. पूरे मामले में बच्चे के परिजनों के लिए ट्रैफिकिंग और मिसिंग चाइल्ड के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता बैजनाथ कुमार भी आगे आए और उनके माध्यम से परिजन सीआईडी के पास भी पहुंचे. वहीं उनके द्वारा मामले में रेलवे को भी अवगत करता गया जिसपर रेल मंत्रालय ने भी गंभीरता दिखाई है. वहीं, इस पर मामले पर उनका कहना है कि ट्रैफिकिंग का एक बड़ा रैकेट रेलवे प्लेटफॉर्म पर एक्टिव है. जरूरी है कि रेलवे प्रशासन इसे लेकर गंभीरता देखे क्योंकि 1 महीने पहले 2 बच्चियां जो मुर्शिदाबाद से रांची आई थीं, वो मिसिंग हो गई और उनका अब तक कोई भी पता नहीं चल पाया है. बहरहाल, मिसिंग चाइल्ड को लेकर पिछले दिनों हाईकोर्ट ने भी अपनी गंभीरता दिखाई थी और इस मामले में सीआईडी से रिपोर्ट तलब की थी. दूसरी तरफ बच्चे चोरी की घटना अब भी रांची के लिए परेशानी चुनौती का सबब बना हुआ है. Tags: Human trafficking, Human Trafficking Case, Jharkhand news, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 16:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed