बेटे के इंसाफ के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे सेना से रिटायर्ड पिता का छलका दर्द

Ranchi News: किसी पिता के लिये सबसे कठिन समय वह होता है जब बेटे की अर्थी को कंधा देना पड़ जाय. एक ऐसे ही पिता का दर्द तब छलक आया जब अपने 17 के बेटे की मौत को हत्या बताते हुए न्याय की मांग करने लगे. उनका आरोप मनन विद्या स्कूल के प्रबंधन पर पर है. आइये आगे जानते हैं मामला क्या है.

बेटे के इंसाफ के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे सेना से रिटायर्ड पिता का छलका दर्द
रांची. मनन विद्या स्कूल के दसवीं के छात्र पीयूष की मौत जुमार नदी में डूबने से हो गई. पीयूष का शव सुग्नु गांव के पास बरामद हुआ था. वहीं, पीयूष के पिता और परिजन इसे लेकर हत्या की आशंका जता रहे हैं. घटना शनिवार देर रात की है जब पीयूष के जुमार नदी में डूबने की खबर आई. पीयूष का शव डूबने वाले स्थान से करीब 4 किलोमीटर दूर सुग्नू गांव के पास एक दिन बाद सोमवार की सुबह बरामद किया गया. परिजन बेटे की हत्या की आशंका जता रहे हैं. परिजनों की मांग पर मेडिकल बोर्ड के गठन कर शव का पोस्टमार्टम किया गया है. वहीं, पीयूष के पिता मंटू सिंह का कहना है की स्कूल के बाउंड्री वॉल को की करना आसान नहीं है, क्योंकि फेंसिंग लगी हुई है. अगर कोई भी उसे पार करेगा तो उसके शरीर में कट जरूर लगेगा, लेकिन किसी भी बच्चे के शरीर पर कोई कट नहीं है. वहीं, उन्होंने कहा कि उनका बेटा सेना में अधिकारी बनाना चाहता था. बता दें कि पीयूष के पिता मंटू सिंह सेना से रिटायर्ड हैं और उन्होंने कहा कि बेटे की मौत का इंसाफ चाहिए और मामले की निष्पक्ष जांच हो. वहीं, इसके साथ ही उन्होंने कहा की बेटे को इंसाफ दिलाने एक लिए वो किसी भी हद तक जाएंगे, क्योंकि देश के लिए उन्होंने 17 साल दिया है अब परिवार के इंसाफ की बारी है. पीयूष की मौत और बेटे के शव को देख पीयूष की मां और अन्य परिजनों का भी रो रोकर बुरा हाल है. वहीं, पीयूष के रिश्तेदारों का भी कहना है की पीयूष के मौत के लिए स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से जिम्मेवार है. वहीं, उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर तथ्यों को छिपाने का भी आरोप लगाया. पिंटू कुमार जो पीयूष के चाचा हैं उन्होंने बटुआ की सुबह एक स्थानीय नाविक के जरिए उन लोगों ने पीयूष का शव ढूंढा है. वहीं, मामले की निष्पक्ष जांच की मांग परिजनों ने की. बहरहाल, स्कूल के कैंपस से बच्चे कैसे निकले और स्कूल प्रबंधन इसे लेकर इतना लापरवाह कैसे रहा, ऐसे कई सवाल हैं जो न सिर्फ परिजनों के बल्कि आम जनों के दिलो दिमाग में घूम रहे हैं. लेकिन, इन सवालों के जवाब अब तक नहीं मिल पाये हैं. Tags: Jharkhand news, Ranchi newsFIRST PUBLISHED : August 13, 2024, 13:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed