कश्मीर आतंकी हमले का कौन है मास्टरमाइंड जानें उसके संगठन TRF की पूरी कुंडली

Kashmir Terrorist Attack: कश्मीर के गांदरबल में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है. TRF प्रमुख शेख सज्जाद गुल को गंदेरबल हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है जिसमें एक डॉक्टर सहित 7 लोग मारे गए थे. आइए जानते हैं TRF की पूरी कुंडली.

कश्मीर आतंकी हमले का कौन है मास्टरमाइंड जानें उसके संगठन TRF की पूरी कुंडली
नई दिल्ली: जम्‍मू-कश्‍मीर के गांदरबल में रविवार को आतंकवादी हमला हुआ. इस हमले के बाद पूरा देश हिल गया है. अब इस मामले में नया मोड़ आया है. आतंकी हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (TRF) ने ली है. द रेजिस्टेंस फ्रंट के नाम से एक पोस्टर रविवार को हुए कश्मीर आतंकी हमले के बाद जारी किया गया है. इस पोस्टर में यह संगठन हमले की जिम्मेदारी ले रहा है. आइए जानते हैं TRF के बारे में. खबर है कि गांदरबल के गगनगीर इलाके में श्रीनगर-लेह नेशनल हाईवे की टनल कंस्ट्रक्शन साइट पर आतंकियों ने फायरिंग की. हमले में बड़गाम के डॉक्टर शहनवाज मीर और पंजाब-बिहार के 6 मजदूरों की जान चली गई. हमले के बाद गांदरबल और गगनगीर के जंगलों में रात से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं और अब नेशनल इंटेलिजेंस एजेंसी (NIA) भी पहुंच गई है. टीआरएफ प्रमुख शेख सज्जाद गुल को गंदेरबल हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है जिसमें एक डॉक्टर सहित 7 लोग मारे गए थे. पढ़ें- कौन सी है वो टनल, नई सरकार और TRF… कश्मीर के आतंकी हमले में पहली बार क्या अलग हुआ? TRF लश्‍कर-ए-तैयबा का एक धड़ा यह संगठन पाकिस्तान की जमीन से चलने वाली लश्‍कर-ए-तैयबा का एक धड़ा है. TRF ने पिछले कुछ सालों के दौरान, कश्‍मीर में कई जघन्य आतंकी वारदातों की जिम्मेदारी ली है. 2023 की शुरुआत में केंद्र सरकार ने UAPA के तहत The Resistance Front (TRF) को प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन घोषित किया था. आर्टिकल 370 को निरस्त किए जाने और जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द करने के बाद TRF की शुरुआत लश्‍कर की ऑनलाइन यूनिट के रूप में हुई थी. कराची पुलिस के अनुसार, करीब छह महीने में TRF ने ऑनलाइन पॉपुलैरिटी बटोरी. इस दौरान, TRF लश्कर के अलावा तहरीक-ए-मिल्लत इस्लामिया और गजनवी हिंद सहित विभिन्न संगठनों का मिश्रण बनता गया. लश्‍कर ने कई और ‘प्रॉक्‍सी’ संगठन तैयार किए थे जिनमें TRF सबसे ज्यादा सक्रिय रहा. जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार साल 2022 में घाटी में मारे गए आतंकवादियों में से सबसे अधिक (108) TRF या लश्कर के थे. उसके बाद जैश के 35 आतंकी मारे गए. इसके अलावा, आतंकवाद की राह पकड़ने वाले 100 लोगों में से 74 TRF में शामिल हुए. TRF ने हाल ही में घाटी में कई कश्‍मीरी पंडितों की हत्या की जिम्मेदारी ली. इसके कई आतंकवादियों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है. Tags: Jammu Kashmir Terrorist, Terrorist AttacksFIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 11:59 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed