दिवाली और छठ मनाने घर लौट रहे प्रवासी देवघर आने वाली फ्लाइट में टिकट लगभग फुल
दिवाली और छठ मनाने घर लौट रहे प्रवासी देवघर आने वाली फ्लाइट में टिकट लगभग फुल
दिवाली और छठ पर्व नजदीक आते ही देवघर आने वाली दिल्ली और कोलकाता की फ्लाइट में 95 फीसदी सीटें बुक हैं. देवघर के साथ-साथ उसके आसपास के जिलों के लोग भी पर्व पर घर आने के लिए देवघर की फ्लाइट ले रहे हैं. झारखंड के दुमका, गोड्डा, गिरिडीह, जामताड़ा और बिहार के जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर के प्रवासी घर आने के लिए देवघर की फ्लाइट को प्राथमिकता दे रहे हैं.
परमजीत कुमार
देवघर. झारखंड के देवघर एयरपोर्ट से उड़ान शुरू हुए तीन महीने होने वाले हैं. फिलहाल यहां से दिल्ली और कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू हुई है. देवघर से कोलकाता के लिए हफ्ते में चार दिन और दिल्ली के लिए इंडिगो की रोज सीधी फ्लाइट है. उड़ान शुरू होने के बाद सावन में बुकिंग फुल चल रही थी, लेकिन उसके बाद भादो शुरू होते ही यात्रियों की संख्या में 25 फीसदी की कमी दर्ज की गई थी. अब दिवाली और छठ नजदीक आते ही देवघर आने वाली दोनों फ्लाइट में 95 फीसदी सीटें बुक हैं.
इस दौरान देवघर से टेक ऑफ करने वाली फ्लाइट्स में 55-60 फीसदी तक बुकिंग हो रही है. वहीं, त्योहार के बाद देवघर से दिल्ली और कोलकाता जाने वाली फ्लाइटों में टिकट की मांग बढ़ने की संभावना है. पर्व पर फ्लाइट में बुकिंग बढ़ते ही किराया दोगुने से ज्यादा हो गया है.
देवघर के साथ-साथ उसके आसपास के जिलों के लोग भी पर्व पर घर आने के लिए देवघर की फ्लाइट ले रहे हैं. झारखंड के दुमका, गोड्डा, गिरिडीह, जामताड़ा और बिहार के जमुई, बांका, मुंगेर, भागलपुर के प्रवासी घर आने के लिए देवघर की फ्लाइट को प्राथमिकता दे रहे हैं. मुंगेर के तारापुर के रहने वाले प्रिंस कुमार ने देवघर एयरपोर्ट पर बताया कि वो दिल्ली में जॉब करते हैं. देवघर एयरपोर्ट शुरू होने से पहले घर आने के लिए पटना की फ्लाइट लेते थे. देवघर के हवाई सेवा से जुड़ने के बाद आना-जाना आसान हुआ है. उन्होंने कहा कि देवघर से फ्लाइट की संख्या बढ़ाने की जरूरत है.
देवघर से बेंगलुरु के लिए फ्लाइट की मांग
वहीं, देवघर शहर के प्रोफेसर कॉलोनी के रहने वाले और बेंगलुरु में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे रोहित कुमार ने बताया कि देवघर में एयरपोर्ट शुरू होने का उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है. यहां से बेंगलुरु के लिए अभी तक कोई फ्लाइट नहीं है. दिवाली पर घर आने के लिए उन्हें बेंगलुरु से पटना की फ्लाइट लेनी पड़ी. वहां से ट्रेन का सफर कर वो देवघर पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ दिल्ली और कोलकाता के लिए सेवाएं शुरू हुई हैं. अन्य शहरों के लिए भी सीधी उड़ान की व्यवस्था होनी चाहिए.
किस महीने में कितने फ्लाइट में कितने यात्रियों ने किया सफर
30 जुलाई से देवघर एयरपोर्ट पर हवाई सेवा का संचालन शुरू हुआ था. जुलाई महीने में कुल 24 फ्लाइट में 2,820 मुसाफिरों ने उड़ान भरी थी. इनमें देवघर आने वालों की संख्या 1,400 और देवघर से उड़ान भरने वालों की संख्या 1,420 रही. वहीं, अगस्त महीने में कुल 98 फ्लाइट में 12,881 यात्रियों ने सफर किया. इनमें देवघर आने वालों की संख्या 6,475 और देवघर से उड़ान भरने वालों की संख्या 6,406 रही.
सितंबर महीने कुल 80 फ्लाइटों में 11,005 मुसाफिरों ने यात्रा की. इनमें से देवघर आने वालों की संख्या 5,521 देवघर से बाहर जाने वालों की संख्या 5,484 रही.
सितंबर महीने में देवघर हवाई अड्डा से महज 40 फ्लाइट का संचालन हुआ जिसमें कुल 5,114 हवाई यात्रियों ने सफर किया. इनमें यहां आने वालों की संख्या 2,880 थी जबकि देवघर से उड़ान भरने वालों की संख्या 2,234 रही.
अक्टूबर महीने में 15 तारीख तक कुल 40 फ्लाइट से 5,114 मुसाफिरों ने उड़ान भरी. इनमें से देवघर आने वालों की संख्या 2,880 और देवघर से बाहर जाने वालों की संख्या 2,234 है.
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Tags: Chhath Puja, Deoghar news, Diwali festival, Flight service, Jharkhand NewFIRST PUBLISHED : October 21, 2022, 19:10 IST