नाम-आदित्य श्रीवास्तव राज्य-कर्नाटक राहुल गांधी के दावे की यूं खुली पोल आप भी लाइव देखें
नाम-आदित्य श्रीवास्तव राज्य-कर्नाटक राहुल गांधी के दावे की यूं खुली पोल आप भी लाइव देखें
राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोप का कथित दावा उस वक्त गलत निकला, जब उनके द्वारा बताए गए एक वोटर का नाम न्यूज18 के लाइव चैनल में चेक किया गया. वीडियो में देखा जा सकता है निर्वाचन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट को ओपन किया जाता है. फिर उसके इलेक्टोरल रोल पेज पर जाते हैं. इसके बाद सर्च ऑप्शन पर जाकर आदित्य श्रीवास्तव का EPIC नंबर उसमें डाला जाता है. इसी नाम का जिक्र राहुल गांधी ने अपने दावे में किया है. EPIC नंबर के बाद राज्य की जगह महाराष्ट्र को सेलेक्ट किया जाता है, फिर कैप्चा कोड देने के बाद जैसे ही सर्च पर क्लिक करते हैं, तो कोई रिजल्ट सामने नहीं आता. फिर यही प्रोसेस उत्तर प्रदेश राज्य को सेलेक्ट करके किया जाता है, यहां भीकोई रिजल्ट नहीं आता. तीसरी और आखिरी बार इसी EPIC नंबर को कर्नाटक राज्य में सर्च किया जाता है और इस बार रिजल्ट सामने आ जाता है. इससे साबित हो जाता है कि राहुल गांधी ने जिस इंसान को लेकर यह दावा किया था कि उसका नाम तीन राज्यों के वोटर लिस्ट में है, वो पूरी तरह से गलत है. दरअसल, राहुल गांधी ने 7 अगस्त को एक संवाददाता सम्मेलन में देश भर के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में वोट चोरी मॉडल का इस्तेमाल किए जाने का आरोप लगाया था. गांधी ने वीडियो जारी कर कांग्रेस द्वारा की गई जांच और 2024 के लोकसभा चुनाव संबंधी कर्नाटक के एक विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों के विश्लेषण के बारे में बताया. कांग्रेस नेता ने कांग्रेस की जांच का हवाला देते हुए वीडियो में अपने आरोपों को दोहराया कि कर्नाटक की बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पांच प्रकार की हेराफेरी के माध्यम से एक लाख से अधिक वोट चुराए गए. उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1,00,250 वोट चुराए गए.राहुल गांधी ने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में ऐसी 100 से अधिक सीट हैं. यहां जो हुआ है, वही उन सीट पर भी हुआ है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने वीडियो में महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पाई गई पांच तरह की वोट चोरी का जिक्र किया. गांधी ने आरोप लगाया कि महादेवपुरा क्षेत्र में 1,00,250 वोट की चोरी हुई, जिसमें 11,965 डुप्लीकेट (एक मतदाता के नाम मतदाता सूची में अनेक जगह होना) मतदाता, 40,009 फर्जी एवं अमान्य पते वाले मतदाता, 10,452 ‘बल्क’ या बड़ी संख्या में एक ही पते पर पंजीकृत मतदाता, 4,132 फर्जी फोटो वाले मतदाता और 33,692 नए मतदाता के प्रपत्र छह का दुरुपयोग करके जोड़े गए मतदाता शामिल हैं.