जब मोहन भागवत ने कहा- मैंने खूब अंगेजी उपन्यास पढ़े हैं

Mohan Bhagwat Video: दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने शिक्षा और भाषा पर अपने विचार रखे. उन्होंने साफ कहा, “हम अंग्रेज नहीं हैं और हमें अंग्रेज बनने की जरूरत भी नहीं है. लेकिन अंग्रेजी एक भाषा है, इसे सीखने में क्या बुराई है?” भागवत ने बताया कि जब वे आठवीं कक्षा में थे, तो उनके पिता ने उन्हें Oliver Twist और The Prisoner of Zenda जैसी अंग्रेजी किताबें पढ़ाई थीं. उन्होंने कहा कि उन्होंने कई अंग्रेजी उपन्यास पढ़े, लेकिन इससे उनके हिंदुत्व के प्रति प्रेम और भारतीय संस्कृति से जुड़ाव पर कभी कोई असर नहीं पड़ा. भागवत ने कहा कि समस्या तब होती है जब हम अपनी भाषा, साहित्य और परंपराओं को भूल जाते हैं. उनके मुताबिक़, विदेशी भाषा सीखना लाभकारी है, लेकिन अपनी जड़ों से जुड़े रहना और भारतीय मूल्यों को शिक्षा का हिस्सा बनाना सबसे जरूरी है.

जब मोहन भागवत ने कहा- मैंने खूब अंगेजी उपन्यास पढ़े हैं