रोंगटे खड़े हो जाएंगे जबरन लड़की बनाए गए मुजाहिद की कहानी जानकर

रोंगटे खड़े हो जाएंगे जबरन लड़की बनाए गए मुजाहिद की कहानी जानकर
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के संजक गांव के रहने वाले 20 वर्षीय मोहम्मद मुजाहिद ने कभी नहीं सोचा था कि जिस व्यक्ति पर वह सबसे अधिक भरोसा करता है, वह धोखे से उसका ऑपरेशन करवाकर उसके गुप्तांगों को हटा देगा. 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले मुजाहिद और उसका पूरा परिवार इस घटना के बाद से गहरे सदमे में है. हालांकि मुजाहिद और उसके परिवार की शिकायत पर मुजफ्फरनगर पुलिस ने ओम प्रकाश नाम के एक व्यक्ति खिलाफ मामला दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है. मोहम्मद मुजाहिद ने अपनी आपबीती साझा करते हुए बताया कि किस तरह वह उस व्यक्ति का शिकार हो गया, जिसने दो साल तक उसका यौन उत्पीड़न किया. कमरे की खाली दीवार के शून्य को ताकते हुए मुजाहिद ने बताया कि यह कहानी लगभग 2 साल पहले शुरू हुई थी. वह ओम प्रकाश से एक कारखाने में मिला था. मुजाहिद इस कारखाने में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करता था और ओम प्रकाश वहां इंचार्ज था. मुजाहिद ने कहा – “अक्सर वह मेरी मदद करता था लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह सब उसकी योजना का हिस्सा था.” तकरीबन दो महीने बाद मुजाहिद ने उस कारखाने से काम छोड़ दिया और परिवार की पेशे से किसान अपने पिता की मदद के लिए वहीं शहर के एक ब्यूटी पार्लर में काम करना शुरू कर दिया. उस कारखाने में मुजाहिद को 150 रुपये रोजना मजदूरी मिलती थी, जबकि ब्यूटी पॉर्लर में वह दिन लगभग 500 रुपये कमा लिया करता था. इसमें ग्राहकों से मिलने वाली टिप भी शामिल थी. इस दरम्यिान उसका ओम प्रकाश से मिलना बदस्तूर जारी रहा. मुजाहिद पुराने दिन याद करते हुए कहता है कि एक दिन ओम प्रकाश और उसके बीच चल रहा दोस्ताना तकरार में बदल गया. दरअसल, ओम प्रकाश ने अपने मोबाइल फोन से मुजाहिद का एक नग्न वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. ओम प्रकाश ने उसे धमकी दी कि अगर वह उसकी बात नहीं मानेगा तो वह इस वीडियो को इंटरनेट पर वायरल कर देगा. मुजाहिद ने कहा- “ओम प्रकाश मुझे अपने किराए के मकान में बुलाता था. कमरे पर वह मेरा यौन उत्पीड़न करता था. मेरे पास उसके आदेश को मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं था क्योंकि उसने मेरे वीडियो इंटरनेट पर डालने की धमकी दी थी, उसने मुझे यह भी धमकी दी थी कि अगर मैंने शोर मचाया तो वह मेरे पिता को मार डालेगा. ” अब मुजाहिद की आंखों में आग दिखलाई दे रही थी. उसकी आवाज धीरे-धीरे तेज हो रही थी. उसने गुस्से में बताया- “3 जून को तो हद ही हो गई. ओम प्रकाश ने उसे अपने कमरे पर बुलाया और उसने मोबाइल फोन समेत अन्य सामान छीन लिया. उसने मुझे कुछ ऐसा खिलाया जिससे मैं बेहोश हो गया. काफी देर बाद जब मुझे कुछ होश आया तो मेरे कानों में जो शब्द पड़े उन्हें सुनकर मेरे होश फाख्ता हो गए. ओम प्रकाश कह रहा था कि अब मैं अब एक लड़की हूं. वह मुझे लखनऊ ले जाएगा और मुझसे शादी करेगा. उसने यह भी धमकी दी कि अगर मैंने विरोध किया तो वह मेरे पिता को मार डालेगा.” पूरी तरह होश में आने पर मुजाहिद को पता चला कि वह मंसूरपुर के बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में है. उसके पेट में तेज दर्द हुआ. इसके तुरंत बाद उसे एहसास हुआ कि उसका जननांग हिस्सा गायब था. “मुझे यह समझने में कुछ पल लगे कि हकीतक में मेरे साथ क्या हुआ था. मेरे पास अपना मोबाइल फोन भी नहीं था. माता-पिता को फोन करने के लिए अस्पताल के एक कर्मचारी का फोन लिया और अम्मी-अब्बा को तुरंत अस्पताल पहुंचने के लिए कहा.” मुजाहिद ने अफसोस जताते हुए कहा- “अल्लाह उन्हें कभी माफ़ नहीं करेगा. मुझे इंसाफ चाहिए. मुझे उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी मेरी मदद करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि गलत काम करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.” अपने बेटे की हालत पर मुजाहिद के पिता मोहम्मद यामीन बिल्कुल हताश-निराश हो चुके हैं. उन्होंने अपने बेटे की इस हालत के लिए ओम प्रकाश, सर्जरी करने वाले डॉक्टर और उसकी टीम को दोषी ठहराया. मुजाहिद के पिता की शिकायत पर मुजफ्फरनगर पुलिस ने मंसूरपुर थाने में एफआईआर दर्ज कर ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया. अस्पताल ने आरोपों को नकारा उधर, अस्पताल प्रशासन ने मुजाहिद के इस दावे का खंडन किया कि उसका धोखे से ऑपरेशन किया गया था. मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कीर्ति गोस्वामी के अनुसार, वह व्यक्ति (मुजाहिद) प्लास्टिक सर्जन डॉ. रजा फारूकी से मिलने के लिए दो महीने से नियमित रूप से अस्पताल आ रहा था. गोस्वामी ने कहा कि उसकी पहचान एक महिला के रूप में हुई और वह लिंग परिवर्तन सर्जरी कराना चाहता था.” गोस्वामी ने कहा, “वह व्यक्ति 4 जून को भर्ती होने के लिए यहां आया था और उसका ऑपरेशन 6 जून को किया गया था. ये सभी प्रक्रियाएं कानूनी हैं और डॉ. फारूकी की देखरेख में आयोजित की गईं.” डॉ. फारूकी ने कहा कि उन्होंने मुजाहिद की मानसिक स्थिति का आकलन करने के लिए उसे दो मनोचिकित्सकों के पास भेजा, जो लिंग-परिवर्तन ऑपरेशन से पहले एक कानूनी शर्त है. मनोचिकित्सकों द्वारा उसे मानसिक रूप से स्वस्थ मानने के बाद ही सर्जरी की गई. Tags: Crime story, Gender descrimination, Muzaffarnagar news, Uttar Pradesh CrimeFIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 20:03 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed