अब डीएल बनवाना नहीं होगा आसान ड्राइवर को सेंसर वाले ट्रैक पर देना होगा टेस्ट

संभागीय परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक हरिओम ने बताया कि अनाड़ी चालकों द्वारा होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. परिवहन विभाग के ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मोर की मिलक में ड्राइविंग टेस्ट देने आए व्यक्तियों का टेस्ट अब सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक पर देना होगा.

अब डीएल बनवाना नहीं होगा आसान ड्राइवर को सेंसर वाले ट्रैक पर देना होगा टेस्ट
पीयूष शर्मा/ मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद में अब डाइविंग लाइसेंस बनवाना अब आसान नहीं होगा. जो वाहन चलाने में पारंगत होगा, उसी का ड्राइविंग लाइसेंस बन सकेगा. अब ड्राइविंग टेस्ट सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक पर देना होगा. संभागीय परिवहन कार्यालय मुरादाबाद ड्राइविंग इंस्टीट्यूट मोरा की मिलक में मारुति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ओर से सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है. सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक चार महीने में बनकर तैयार हो जाएगा. तीन साल तक कंपनी के प्रतिनिधि ट्रैक पर टेस्ट कराएंगे. अनाड़ी चालकों से हो रहे हादसों से मिलेगी निजात संभागीय परिवहन विभाग के संभागीय निरीक्षक हरिओम ने बताया कि अनाड़ी चालकों द्वारा होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास किया जा रहा है. परिवहन विभाग के ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट मोर की मिलक में ड्राइविंग टेस्ट देने आए व्यक्तियों का टेस्ट अब सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक पर देना होगा. इसके लिए मारुति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा कब कवायद कर दी गई है. मारुति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर तुषार जौहरी और उनकी टीम के द्वारा सर्वेक्षण कर लिया गया है. 4 महीने के भीतर केंद्र स्थापित करने के बाद ड्राइविंग टेस्ट शुरू किए जाएंगे. आवेदक को ड्राइविंग टेस्ट के दौरान हिल रोडसाइड पार्किंग आठ बनाना, एस बनाना, एच बनाना एवं रिसर्च गैराजिंग इत्यादि के सेंसर युक्त टेस्ट से गुजरना होगा. सभी टेस्ट सफलतापूर्वक उत्तीर्ण करने के बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी हो सकेंगे. टेस्ट में कोई आवेदक फेल हो जाता है. तो उसके एक सप्ताह के बाद दोबारा टेस्ट की फीस जमा कर टेस्ट देना होगा. सरकार द्वारा खोले गए हैं 15 ड्राइविंग ट्रेनिंग टेस्टिंग इंस्टीट्यूट संभागीय परिवहन अधिकारी आन्जनेय कुमार सहापक ने बताया कि परिवहन विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से हादसों को नियंत्रित करने के लिए बड़ी और अच्छी पहल की गई है. सेंसर युक्त ट्रैक पर टेस्ट देने से किसी भी अनाड़ी व्यक्ति का ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन सकेगा. प्रत्येक व्यक्ति के टेस्ट का ऑटोमेशन सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड होगा. उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में 15 ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं टेस्टिंग इंस्टीट्यूट राज्य सरकार द्वारा खोले गए है. 06 ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं टेस्टिंग इंस्टीट्यूट राज्य सरकार द्वारा ऑटोमेशन के लिए मारुति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए हैं इसमें 09 ड्राइविंग ट्रेनिंग एवं टेस्टिंग इंस्टीट्यूट भी ऑटोमेशन के लिए मारुति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिये जा रहे हैं. जिसमें ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट मोरा की मिलक, कांठ रोड मुरादाबाद है. सेंसर युक्त ड्राइविंग ट्रैक होने पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी एवं चालकों की चालन दक्षता में वृद्धि होगी. Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 17:00 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed