भूस्खलन और भूकंप की सूचना पर अल्मोड़ा में बजा सायरन सकते में थे लोग फिर हुआ ऐसा
भूस्खलन और भूकंप की सूचना पर अल्मोड़ा में बजा सायरन सकते में थे लोग फिर हुआ ऐसा
अल्मोड़ा की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि भूस्खलन और भूकंप की तैयारियों को लेकर शासन से निर्देश थे कि तैयारियों को परखा जाए. इसको लेकर अल्मोड़ा में इस मॉक ड्रिल को किया गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा आर्मी के जवानों ने इसमें प्रशासन की मदद की.
रिपोर्ट- रोहित भट्ट
अल्मोड़ा. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भूस्खलन और भूकंप की खबर सुनते ही सभी लोग चौंक गए. शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे अल्मोड़ा के मॉल, जीआईसी और सिमकनी मैदान में सूचना मिली कि वहां भूस्खलन और भूकंप में कई लोग फंसे हुए हैं. इसको लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन को सूचना दी और कुछ ही मिनटों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, आर्मी, डॉक्टरों की टीम के अलावा तमाम विभाग के लोग इन जगहों पर पहुंच गए. जो लोग फंसे थे, उनको सकुशल निकाला गया और उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया. अगर आप सोच रहे हैं कि ऐसा हुआ है, तो ऐसा कुछ नहीं हुआ. अल्मोड़ा में इन सभी घटनाओं को लेकर जिला प्रशासन ने एक मॉक ड्रिल (Mock Drill in Almora) का आयोजन किया था.
पहाड़ों में आने वाली दैवीय आपदा हो या फिर भूकंप हो उसके लिए अल्मोड़ा के मॉल, जीआईसी और सिमकनी मैदान में इसकी मॉक ड्रिल की गई. इसमें एनडीआरएफ एसडीआरएफ, आर्मी, डॉक्टरों की टीम के अलावा करीब 26 विभाग इसमें शामिल थे. जिस विभाग का कार्य आपदा के समय में रहता है, उसके सभी अधिकारी यहां मौजूद थे और उन्होंने बखूबी अपने कार्य को किया. फंसे हुए जो लोग थे, उन्हें एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों द्वारा स्ट्रेचर की मदद से घटनास्थल में बने मेडिकल पॉइंट में ले जाया गया. वहां तैनात डॉक्टरों की टीम ने प्राथमिक उपचार देकर उन्हें बेस अस्पताल भेजा. मौके का जायजा लेने के लिए अल्मोड़ा की जिलाधिकारी वंदना सिंह और एसएसपी प्रदीप राय यहां मौजूद रहे.
डीएम वंदना सिंह ने कहा कि भूस्खलन और भूकंप की तैयारियों को लेकर शासन से निर्देश थे कि तैयारियों को परखा जाए. इसको लेकर अल्मोड़ा में इस मॉक ड्रिल को किया गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा आर्मी के जवानों ने इसमें प्रशासन की मदद की. इसके अलावा आपदा के समय में जो विभागों की जरूरत होती है, उन सभी का समन्वय बनाकर इसमें देखा गया. अब एक बैठक की जाएगी और उसमें इस मॉक ड्रिल में हुई गलतियों को सुधारा जाएगा और उन पर काम किया जाएगा.
एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट रोहिताश मिश्रा ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव कार्य करती आई हैं. ऐसी आपदाओं को लेकर टीम उन जगहों पर जाती है, जहां लोगों को रेस्क्यू करना होता है. इन जैसी आपदाओं से निपटने के लिए वह और उनके जवान हमेशा तैयार हैं.
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Tags: Almora News, NDRF, SDRFFIRST PUBLISHED : August 01, 2022, 11:06 IST