बग्घी पर सवार होकर इस ग्राउंड पर थे सुभाष चंद्र बोस आजादी की भरी थी हुंकार

कृष्णकांत दूबे ने बताया कि 1938 में त्रिपुरा में आयोजित कांग्रेस के अधिवेशन में पिताजी शिवमूर्ति दूबे ने सुभाष चंद्र बोस को मिर्जापुर आने के लिए आमंत्रित किया था. उनके आग्रह पर 1939 में सुभाष चंद्र लालगंज के मिलिट्री ग्राउंड पहुंचे थे, जहां उन्होंने सभा को संबोधित किया. संबोधन के बाद आजादी की लड़ाई तेज हुई थी.

बग्घी पर सवार होकर इस ग्राउंड पर थे सुभाष चंद्र बोस आजादी की भरी थी हुंकार
मिर्जापुर. देशभर में आजादी को लेकर बिगुल बज गया था. महात्मा गांधी के नेतृत्व में देशभर में स्वतंत्रता को लेकर आंदोलन चल रहे थे. आंदोलन को धार देने के लिए सुभाष चंद्र बोस मिर्जापुर जिले में पहुंचे थे. उन्होंने आजादी को लेकर बिगुल फूंका, जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग आंदोलन में शामिल हुए थे. आज भी लालगंज का मिलिट्री ग्राउंड इतिहास को जीवंत बनाए रखा है. इसी ग्राउंड पर सुभाष चंद्र बोस ने जनसभा को संबोधित किया था. कांग्रेस की ओर से 1938 में त्रिपुरा में राष्ट्रीय अधिवेशन का आयोजन किया गया था. इस अधिवेशन में पतुलकी के रहने वाले शिवमूर्ति दूबे भी शामिल होने के लिए गए थे. इस दौरान उनकी मुलाकात सुभाष चंद्र बोस से हुई थी. शिवमूर्ति दूबे ने सुभाष चंद्र बोस को लालगंज में सभा के लिए आमंत्रित किया. आमंत्रण स्वीकार करते हुए उन्होंने मिर्जापुर आने की बात कही थी. बग्घी से सवार होकर पहुंचे थे मिलिट्री ग्राउंड कृष्णकांत दूबे ने बताया कि उनके पिताजी शिवमूर्ति दूबे के आग्रह पर 1939 में सुभाष चंद्र बोस कोलकाता से ट्रेन से मिर्जापुर आए थे. उस समय वाहन इत्यादि की व्यवस्था नहीं थी. मिर्जापुर के रहने वाले यूसुफ इमाम की बग्घी पर स्टेशन से सवार होकर मिलिट्री ग्राउंड लालगंज पहुंचे और सभा को संबोधित किया. भीड़ देखकर गदगद सुभाष चंद्र ने कहा था कि अब देश जाग चुका है. इस सम्मेलन के बाद छानबे क्षेत्र में आंदोलन तेज हुआ, जिसके बाद आजादी मिलने तक जारी रही. आदिवासी समाज के लोग हुए थे शामिल कृष्णकांत दूबे ने बताया कि अंग्रेजों की यातनाओं से तंग आकर सभी आजादी को लेकर मांग कर रहे थे. शिवमूर्ति दूबे के साथ सठौले कोल, रविनंदन दूबे व अन्य स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने साथ दिया. जिसके बाद विशाल सम्मेलन का आयोजन हुआ था. खास बात यह है कि इस आंदोलन के बाद आदिवासी समाज में आजादी को लेकर जुनून भर गया था. Tags: Freedom Movement, Local18, Mirzapur news, Netaji Subhash Chandra Bose, Uttarpradesh newsFIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 12:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed